नई दिल्ली:प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने बुधवार को 'स्वच्छता ही सेवा' अभियान के 10 वर्ष पूरे होने पर कहा कि 'स्वच्छ भारत मिशन' इस सदी का दुनिया का सबसे बड़ा और सबसे सफल आंदोलन है, जिसे लोग कई वर्षों बाद भी याद रखेंगे. प्रधानमंत्री ने आगे कहा कि स्वच्छ भारत मिशन ने जन भागीदारी और जन नेतृत्व के प्रदर्शन के माध्यम से लोगों की ऊर्जा को प्रतिबिंबित किया है. कार्यक्रम को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि स्वच्छ भारत मिशन करोड़ों भारतीयों की निस्वार्थ प्रतिबद्धता का प्रतीक है और पिछले 10 वर्षों में करोड़ों भारतीयों ने इस मिशन को अपनाया है और इसे अपने जीवन का हिस्सा बनाया है.
पीएम मोदी ने कहा कि स्वच्छ भारत अभियान को एक हजार साल बाद भी मान्यता मिलेगी जब इतिहासकार 21वीं सदी में भारत का अध्ययन करेंगे. उन्होंने कहा कि देश में स्वच्छ भारत मिशन जितना सफल होगा, हमारा देश उतना ही अधिक चमकेगा. विज्ञान भवन में कार्यक्रम को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि इस सदी में, स्वच्छ भारत दुनिया का सबसे बड़ा और सबसे सफल जन संकल्प है, जिसका नेतृत्व जनता कर रही है और जिसमें जनता शामिल हो रही है.
बता दें, स्वच्छता अभियान भारत में स्वच्छता और सफाई को बढ़ावा देने तथा खुले में शौच को समाप्त करने के लिए एक राष्ट्रव्यापी अभियान है. इस अभियान की शुरुआत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 2 अक्टूबर 2014 को की थी. इस मिशन ने लोगों की शक्तिशाली ऊर्जा को प्रतिबिंबित किया है क्योंकि वे स्वच्छ भारत मिशन में शामिल हो गए हैं. पीएम मोदी ने कहा कि इसमें देशभर से लोगों ने हिस्सा लिया है. मुझे जानकारी मिली है कि सेवा पखवाड़े के 15 दिनों में स्वच्छ भारत मिशन को लेकर देशभर में 27 लाख से अधिक कार्यक्रम आयोजित किए गए, जिनमें 28 करोड़ से अधिक लोगों ने हिस्सा लिया. निरंतर प्रयासों से हम अपने भारत को स्वच्छ बनाने का प्रयास कर सकते हैं.
प्रधानमंत्री ने देश के नागरिकों को उनकी भागीदारी के लिए आभार व्यक्त करते हुए कहा कि इस महत्वपूर्ण दिन पर स्वच्छता से जुड़ी लगभग 10,000 करोड़ रुपये की परियोजनाएं भी शुरू की गई हैं. मिशन अमृत के तहत देश के कई शहरों में जल और सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट बनाए जाएंगे, चाहे वो नमामि गंगे से जुड़ा काम हो या फिर कचरे से बायोगैस बनाने वाला गोवर्धन प्लांट. ये काम स्वच्छ भारत मिशन को नई ऊंचाइयों पर ले जाएंगे.