अहमदाबाद: केंद्रीय मंत्री परषोत्तम रूपाला की कथित आपत्तिजनक टिप्पणी को लेकर विवाद बढ़ गया है. इससे लोकसभा चुनाव अभियान के बीच भाजपा की मुश्किलें बढ़ गई हैं. गुजरात के राजपूत नेताओं ने बुधवार को भाजपा की सुलह की कोशिश को खारिज कर दिया और राजकोट सीट से रूपाला की उम्मीदवारी वापस नहीं लेने पर देशव्यापी विरोध प्रदर्शन शुरू करने की चेतावनी दी है.
बुधवार को भाजपा नेताओं और क्षत्रिय समाज के प्रतिनिधियों के बीच हुई बैठक बेनतीजा रही, क्योंकि राजपूत समुदाय के प्रतिनिधि अपनी मांग पर अड़े रहे. बैठक के बाद भाजपा नेता भूपेंद्र सिंह चुडासमा ने कहा कि रूपाला चाहे कितनी बार ही माफी क्यों न मांग लें, लेकिन समुदाय के नेता लोकसभा चुनाव में उनका टिकट वापस लेने की मांग पर अड़े हैं.
राजकोट सीट से भाजपा उम्मीदवार रूपाला ने यह दावा करके विवाद पैदा कर दिया था कि तत्कालीन 'महाराजाओं' ने विदेशी शासकों और अंग्रेजों के उत्पीड़न के आगे घुटने टेक दिए थे. यहां तक कि अपनी बेटियों की शादी भी उनसे कर दी थी. गुजरात में राजपूतों ने रूपाला की विवादित टिप्पणी पर कड़ी आपत्ति जताई, क्योंकि तत्कालीन 'महाराजाओं' में ज्यादातर राजपूत थे.
चुडासमा ने कहा, राजपूत नेताओं ने स्पष्ट रूप से कहा है कि राजकोट सीट से रूपाला का टिकट वापस नहीं लेने तक उनका विरोध जारी रहेगा. हालांकि पार्टी नेताओं ने उनसे अपनी मांग पर पुनर्विचार करने और रूपाला को माफ करने का आग्रह किया है क्योंकि वह पहले ही माफी मांग चुके हैं, लेकिन समुदाय के नेताओं ने एक सुर में हमारे अनुरोध को खारिज कर दिया. उन्होंने कहा कि अब भाजपा शीर्ष नेतृत्व इस संबंध में कोई निर्णय लेगा.