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नांदेड़ बम विस्फोट मामले में सभी 13 आरोपी बरी, 19 साल बाद आया अदालत का फैसला - NANDED BOMB BLAST

नांदेड़ के जिला सत्र न्यायालय ने 2006 के विस्फोट मामले में 13 आरोपियों को बरी कर दिया है, जिसमें तीन की मौत हो चुकी है.

Nanded Bomb Blast Case sessions court acquitted all accused of Maharashtra
नांदेड़ बम विस्फोट मामले में सभी 13 आरोपी बरी, 19 साल बाद आया अदालत का फैसला (ETV Bharat)

By ETV Bharat Hindi Team

Published : Jan 4, 2025, 8:06 PM IST

नांदेड़ : महाराष्ट्र के नांदेड़ जिले में 2006 में हुए विस्फोट मामले में अपना फैसला सुनाते हुए सत्र न्यायालय ने सभी आरोपियों को बरी कर दिया है. इस ब्लास्ट मामले में कुल 13 लोग आरोपी बनाए गए थे, लेकिन ट्रायल के दौरान तीन की मौत हो गई.

नांदेड़ जिले के पाटबंधारे नगर में 6 अप्रैल 2006 को लक्ष्मण राजकोंडवार के घर में विस्फोट हुआ था. इसमें लक्ष्मण के बेटे नरेश राजकोंडवार और हिमांशु पानसे की मौके पर ही मौत हो गई थी, जबकि तीन अन्य घायल हो गए थे. इस मामले में 'हिंदू आतंकवाद' शब्द का इस्तेमाल किया गया था.

पुलिस ने कुल 13 आरोपियों पर विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज किया था. बम विस्फोट की जांच पहले नांदेड़ पुलिस, फिर एटीएस और फिर सीबीआई ने की. इनमें से कुछ आरोपी जालना, परभणी और मालेगांव में हुए विस्फोट मामलों में भी आरोपी थे.

आरोपियों के वकील नितिन रुनवाल ने कहा कि जांच अधिकारियों ने इस मामले में 19 साल में कुल 49 लोगों को गवाह के रूप में पेश किया. आखिरकार शनिवार 4 जनवरी को नांदेड़ कोर्ट ने अपना फैसला सुनाते हुए सभी आरोपियों को बरी कर दिया.

रुनवाल ने कहा, "यह बम विस्फोट नहीं था, बल्कि पटाखों का विस्फोट था. यह एक दुर्घटना थी, इसलिए अदालत ने सभी आरोपियों को बरी कर दिया." उन्होंने कहा कि इस मामले में 2,000 पन्नों की चार्जशीट दाखिल की गई थी.

मामले में 'हिंदू आतंकवाद' शब्द का इस्तेमाल
नांदेड़ बम विस्फोट मामले में 'हिंदू आतंकवाद' शब्द का इस्तेमाल किया गया था और एक हिंदू समाज सुधारक पर आतंकवादी होने का आरोप लगाया गया था. हालांकि, अदालत के फैसले के बाद सब कुछ स्पष्ट हो गया. राहुल पांडे (मृतक), लक्ष्मण राजकोंडवार, संजय चौधरी, रामदास मुलगे, डॉ. उमेश देशपांडे, हिमांशु पानसे (मृतक), नरेश राजकोंडवार (मृतक), मारुति वाघ, योगेश विडोलकर, गुरुराज टुपतेवार, मिलिंद एकताटे, मंगेश पांडे, राकेश धावड़े को अदालत ने बरी कर दिया है.

बम विस्फोट या पटाख विस्फोट, पुलिस के बयान में विरोधाभास
6 अप्रैल 2006 को रात 1:30 बजे पाटबंधारे कॉलोनी के एक घर में अचानक तेज आवाज हुई. आस-पास के लोग मौके पर पहुंच गए थे. सूचना मिलते ही भाग्यनगर पुलिस मौके पर पहुंच गई. विस्फोट में दो लोगों की मौत हो गई. विस्फोट के कारणों का पता लगाने के लिए जांच चल रही थी. पुलिस ने पहले दिन प्रेस कॉन्फ्रेंस कर बताया था कि विस्फोट पटाखों की वजह से हुआ था. लेकिन अगले दिन पुलिस ने फिर प्रेस कॉन्फ्रेंस कर बताया कि यह बम विस्फोट था. इस विस्फोट के बाद नांदेड़ पूरे देश में चर्चा में आ गया था.

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