नागपुर:महाराष्ट्र में रविवार को कैबिनेट का विस्तार किया गया और महायुति सरकार में 39 मंत्रियों को शपथ दिलाई गई, जिससे मंत्रिमंडल में कुल 42 मंत्री हो गए. 33 विधायकों ने कैबिनेट मंत्री के रूप में शपथ ली, जबकि छह ने राज्य मंत्री के रूप में शपथ ली. इससे पहले 5 दिसंबर को मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के साथ डिप्टी सीएम एकनाथ शिंदे और अजित पवार ने पद और गोपनीयता की शपथ ली.
मंत्रिमंडल विस्तार के बाद महायुति में अनबन की खबरें भी सामने आई हैं. कुछ विधायकों ने मंत्री पद नहीं मिलने से अपनी नाराजगी जाहिर की.
वहीं, उपमुख्यमंत्री और एनसीपी प्रमुख अजित पवार ने कहा कि शपथ लेने वाले कुछ मंत्रियों का कार्यकाल ढाई साल का होगा, ताकि दूसरों को भी कैबिनेट में मौका मिल सके. पवार ने कैबिनेट विस्तार से कुछ घंटे पहले नागपुर में पार्टी कार्यकर्ताओं की एक सभा को संबोधित करते हुए कहा, "हम अन्य लोगों को भी ढाई साल का मौका देंगे." पवार ने कहा, "हर कोई मंत्री बनने का अवसर चाहता है. हालांकि, मंत्री पद सीमित हैं, जबकि हर कोई एक अवसर का हकदार है."
उन्होंने कहा कि महायुति सरकार के पिछले कार्यकाल में कुछ विधायकों को डेढ़ साल तक मंत्री के रूप में काम करने का अवसर मिला था. पवार ने कहा, "हमने तय किया है कि इस सरकार के पांच साल के कार्यकाल के दौरान हम ढाई साल के लिए दूसरों को भी मौका देंगे, यानी कई लोगों को (कैबिनेट) मंत्री और राज्य मंत्री बनने का मौका मिलेगा. इसके तहत, कई जिलों और क्षेत्रों को प्रतिनिधित्व मिलेगा."