कोलकाता: पश्चिम बंगाल सरकार ने कई सरकारी सहायता प्राप्त स्कूलों को कारण बताओ नोटिस जारी किया है. आरोप है कि छात्र और शिक्षक स्कूल के समय आरजी कर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में ट्रेनी लेडी डॉक्टर के रेप और हत्या के विरोध में चल रहे विरोध प्रदर्शन में शामिल हो रहे हैं.
मामले से अवगत अधिकारियों ने बताया कि हावड़ा, बांकुरा, पूर्वी मिदनापुर और पश्चिमी मिदनापुर के कई स्कूलों को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है. हावड़ा में कम से कम तीन सरकारी सहायता प्राप्त स्कूलों को छात्रों को रैली में शामिल करने के लिए नोटिस जारी किया गया है और 24 घंटे के भीतर स्पष्टीकरण मांगा गया है.
'इस तरह की गतिविधियों से छात्रों को खतरा'
राज्य सरकार की ओर से जारी नोटिस में कहा गया है, "हमें पता चला है कि 23 अगस्त 2024 को आपके स्कूल के शिक्षकों और छात्रों द्वारा स्कूल के समय के दौरान एक रैली आयोजित की गई है. इस तरह की गतिविधियों से छात्रों को खतरा है, क्योंकि यह सुरक्षित नहीं है और यह बाल अधिकारों का उल्लंघन है."
24 घंटे के भीतर मांगा जवाब
स्कूलों को 24 घंटे के भीतर यह बताने के लिए कहा गया है कि शिक्षकों और छात्रों द्वारा ऐसी गतिविधियां क्यों आयोजित की गईं, ऐसा न करने पर सरकार सख्त कार्रवाई करेगी. हावड़ा के एक स्कूल के शिक्षक ने मीडियाकर्मियों से बात करते हुए कहा, "रैली स्कूल के समय के दौरान आयोजित नहीं की गई थी. छात्रों, शिक्षकों और यहां तक कि स्कूल के पूर्व छात्रों ने स्कूल के समय के बाद रैली निकाली."
आरजी कर अस्पताल रेप-हत्या को लेकर प्रदर्शन
इस महीने की शुरुआत में कोलकाता के आरजी कर अस्पताल में 31 वर्षीय ट्रेनी डॉक्टर के साथ रेप और हत्या ने पूरे देश में हंगामा मचा दिया है. पीड़िता के लिए न्याय की मांग कर रहे नागरिकों, नागरिक समाज संगठनों, युवाओं, छात्रों और महिला संगठनों और राजनीतिक दलों द्वारा आयोजित विरोध रैलियां पूरे देश में हो रही हैं. इससे पहले शनिवार को कोलकाता में ऐप-कैब ड्राइवरों, मॉर्निंग वॉकर्स और राजनीतिक दलों द्वारा रैलियां निकाली गईं.
यह भी पढ़ें- संदीप घोष के घर CBI की रेड, आर जी कर अस्पताल में वित्तीय गड़बड़ी का आरोप