नई दिल्ली: लोकसभा चुनाव के दौरान गर्मी के प्रभाव की समीक्षा के लिए चुनाव आयोग (ECI) ने एक टास्क फोर्स गठित की है. टास्क फोर्स गठित होने के एक दिन बाद स्वास्थ्य सचिव अपूर्व चंद्रा ने मंगलवार को मंत्रालय के अन्य वरिष्ठ अधिकारियों के साथ गर्मी और हीट वेव की स्थिति को लेकर बैठक की. इस दौरान चंद्रा ने देशभर के अस्पतालों की वर्तमान स्थिति का भी जायजा लिया.
बैठक में मौजूद एक वरिष्ठ अधिकारी ने ईटीवी भारत को बताया, 'संबंधित अधिकारियों को अस्पताल में बिस्तर उपलब्ध रखने के लिए सभी आवश्यक कदम उठाने के लिए कहा गया है. पिछले कुछ समय से कई राज्यों के अस्पतालों में लू से जुड़ी शिकायतें मिल रही हैं.'
अधिकारी के मुताबिक चंद्रा ने बैठक में मौजूद सदस्यों को लू प्रभावित राज्यों पर विशेष ध्यान देने का निर्देश दिया है. अधिकारी ने बताया कि स्वास्थ्य मंत्रालय गर्मी की लहरों को लेकर मौसम विभाग के साथ लगातार संपर्क में है.
स्वास्थ्य मंत्रालय ने जारी की एडवाइजरी:गौरतलब है कि स्वास्थ्य मंत्रालय ने हाल ही में हीट वेव को देखते हुए एक एडवाइजरी जारी की थी, जिसमें लोगों से गर्मी की लहरों से खुद को बचाने के लिए कुछ निर्देशों का पालन करने को कहा गया है. मंत्रालय ने अपनी एडवाइजरी में लोगों से हाइड्रेटेड रहने, सतर्क रहने और घर के अंदर रहने के लिए कहा है. इसके अलावा मंत्रालय ने बच्चों, गर्भवती महिलाओं और शारीरिक रूप से बीमार लोगों लोगों पर विशेष ध्यान देने को कहा है.
स्वास्थ्य विशेषज्ञों की राय:ईटीवी भारत से बात करते हुए दिल्ली के मैक्स अस्पताल की इंटरनल मेडिसिन डायरेक्टर डॉ. मोनिका महाजन ने कहा कि थकान और मांसपेशियों में ऐंठन हीट वेव के मूल लक्षण हैं. गर्मी के कारण लोग थक जाते हैं और कमजोरी और सुस्ती के साथ मांसपेशियों में ऐंठन और दर्द होने लगता है.