मुंबई: महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री अजित पवार ने रविवार को पुणे में 76वें गणतंत्र दिवस के अवसर पर राष्ट्रीय ध्वज फहराया. इस दौरान पवार ने बधाई देते हुए कहा, "गणतंत्र दिवस के अवसर पर मैं महाराष्ट्र और भारत के सभी नागरिकों को अपनी शुभकामनाएं देता हूं. मैं महाराष्ट्र के सभी पद्म पुरस्कार विजेताओं और राष्ट्रपति पदक विजेताओं को भी बधाई देता हूं."
पुणे में बढ़ते गिलियन-बैरे सिंड्रोम (GBS) के मामलों के बारे में बोलते हुए पवार ने घोषणा की, "इस समस्या का इलाज बहुत महंगा है. जिला प्रशासन और नगर निगम के अधिकारियों के साथ चर्चा के बाद, हमने प्रभावित नागरिकों को मुफ्त इलाज मुहैया कराने का फैसला किया है."
मुफ्त होगा इलाज
उपमुख्यमंत्री ने कहा कि पिंपरी-चिंचवाड़ के लोगों का इलाज YCM अस्पताल में किया जाएगा, जबकि पुणे नगर निगम क्षेत्रों के मरीजों को कमला नेहरू अस्पताल में इलाज मिलेगा. ग्रामीण क्षेत्रों के नागरिकों के लिए पुणे के ससून अस्पताल में मुफ्त इलाज मुहैया कराया जाएगा.
बीमारी में 8 हजार रुपये का लगता है इंजेक्शन
बता दें कि गिलियन-बैरे सिंड्रोम एक दुर्लभ शारीरिक स्थिति है, जिसमें मांसपेशियों में अचानक सुन्नता और कमजोरी आ जाती है. उन्होंने आगे कहा, "इलाज के लिए इस्तेमाल किए जाने वाले इंजेक्शन की कीमत लगभग 8000 रुपये है, लेकिन निजी सुविधाएं लगभग 20000 रुपये लेती हैं. इसे संबोधित करने के लिए, हमने आज ये निर्णय लिए और मुंबई लौटने के बाद अतिरिक्त उपाय करेंगे."