धर्मांतरण मामले में 6 गिरफ्तार (ETV BHARAT) नई दिल्ली/नोएडा: दिल्ली से सटे नोएडा मेंबीटेक की छात्रा और उसकी चचेरी बहन को धर्मांतरण के लिए उकसाने के मामले में एक्सप्रेसवे पुलिस ने छह लोगों को गिरफ्तार किया है. इनमें चार युवतियां शामिल हैं. गिरफ्तारी के बाद आरोपियों को न्यायालय के समक्ष पेश किया गया, जहां से उन्हें जेल भेज दिया गया है.
डीसीपी नोएडा विद्या सागर मिश्रा ने बताया कि एक व्यक्ति ने एक्सप्रेसवे थाने में दी शिकायत में बताया कि उनकी बेटी बीटेक की पढ़ाई कर रही है. आरोप है कि जब शिकायतकर्ता की बेटी बस से उतरकर घर आती है तो गुलशन मॉल के पास चार युवतियां और एक युवक उनसे मिलते हैं. ये लोग उसे बाइबल पढ़ने के लिए बुलाते हैं, तथा उससे कहते हैं कि आप हमारे घर पर आओ.
पांचों ने शिकायतकर्ता के साले की बेटी के साथ भी इसी तरह की वारदात की. पीड़ित ने आशंका व्यक्त है कि ये लोग बाइबल पढ़ने के बहाने घर पर बुलाकर धर्म परिवर्तन कराने का रैकेट चलाते हैं. आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने के बाद पुलिस ने वाई वाई बोन, अभिरैना, ऋषभ नायर, रवि तेजा, ईशु और रूथु को गिरफ्तार कर लिया है. गिरफ्त में आए आरोपियों में वह मकान मालिक भी शामिल है, जिसके यहां अन्य पांच रहते थे.
गिरफ्तार युवतियों से जब पुलिस ने सख्ती से पूछताछ की तो उन्होंने बताया कि परास्नातक की पढ़ाई करने के लिए आई थी. इस दौरान वह कई युवतियों के संपर्क में आ गई. धार्मिक पुस्तक पढ़ने के लिए अब तक युवतियों ने कितने लोगों को उकसाया, इस बारे में उन्होंने पुलिस को कोई जानकारी नहीं दी है. एसीपी शैव्या गोयल का कहना है कि धार्मिक पुस्तक पढ़ने के लिए उकसाने के मामले में पुलिस ने चार युवतियों सहित छह को गिरफ्तार किया है. युवतियां तमिलनाडु, आंध्रप्रदेश और मिजोरम की रहने वाली हैं.
यहां सक्रिय है गिरोह:शिकायतकर्ता के मुताबिक, जेपी विश टाउन और वाजिदपुर गांव के पास स्थित गुलशन मॉल के आसपास से गुजरने वाली किशोरियों को जबरन दूसरे धर्म की पुस्तकें पढ़ने के लिए बरगलाया जा रहा है. शिकायतकर्ता ने इसका वीडियो भी बनाया था और सोशल मीडिया पर उसे साझा किया था. वीडियो में हालांकि युवतियों ने चेहरे को ढक लिए हैं और कुछ भी बोल नहीं रही हैं.
ऐसे खुला राज:आरोप है कि इस तरह से धर्मांतरण कराने का प्रयास करने वाली कुछ महिलाएं और युवतियां आंध्र प्रदेश, केरल, कोलकाता और तमिलनाडु की रहने वाली है. वहीं, एक अन्य व्यक्ति ने पुलिस को बताया कि आरोपी युवतियां और महिलाएं आसपास की युवतियों को घर पर बुलाती हैं, ताकि उनका धर्म परिवर्तित किया जा सके. उनकी बेटी भी कुछ इसी तरीके से शिकार हुई थी. पर उसने घर जाने से मना कर दिया. बाद में फोन नंबर पर कॉल आने लगी. पुलिस आरोपी युवतियों सहित अन्य से इसकी जानकारी जुटा रही, की अबतक कितने लोगों का धर्मांतरण किया गया है.
जांच के लिए टीम गठित:शिकायत मिलने के बाद मामले की जांच के लिए एक टीम गठित कर दी गई है. युवतियों का बैकग्राउंड खंगाला जा रहा है. पुलिस इनके मोबाइल की भी जांच करने की बात कह रही है. युवतियां दूसरे राज्य से कब और क्या करने के लिए आई टीम इसकी जानकारी जुटा रही है. छह के अलावा कई अन्य लोगों की भी इसमें संलिप्तता बताई जा रही है. युवतियों ने बीते कुछ दिन में जिनसे संपर्क किया उनका ब्यौरा एकत्र किया जा रहा है. 2021 में नोएडा के सेक्टर 117 में मौजूद नोएडा डीफ सोसायटी सहित कई मूक बधिर स्कूलों के करीब 18 बच्चों का धर्म परिवर्तन कराया गया था. हैरान करने वाली बात ये थी कि धर्म बदलने वाले बच्चों के माता-पिता को इस बारे में कोई जानकारी नहीं थी.