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PWD के अधिशासी अभियंता मार्ग खुले होने की दे रहे दलील, ग्रामीण कर रहे मीलों का सफर

भटवाड़ी विकासखंड के सैंज गांव की सड़क विभागीय आपदा के कारण बंद पड़ी हुई है. वहीं लोक निर्माण विभाग के अधिशासी अभियंता आरएस खत्री ने कहा कि मार्ग बंद नहीं है और कुछ पुश्ते टूटे हैं.

uttarkashi
मार्ग बंद होने से लोग परेशान.
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Published : Aug 7, 2021, 7:45 AM IST

Updated : Aug 7, 2021, 8:36 AM IST

उत्तरकाशी: प्रदेश में भारी बारिश से जनजीवन अस्त-व्यस्त है. वहीं, जनपद के भटवाड़ी विकासखंड के सैंज गांव की सड़क विभागीय आपदा के कारण बंद पड़ी हुई है. जबकि इस मानसून सीजन में सभी सड़क और रेखीय विभागीय अधिकारियों को अलर्ट पर रहने के निर्देश हैं. सैंज गांव के ग्रामीणों का कहना है कि लोक निर्माण विभाग भटवाड़ी खंड की करीब ढाई किमी सड़क के पुश्ते पहली बरसात नहीं झेल पाए. जिससे सारे बड़े-बड़े बोल्डर सड़क पर आने के कारण एक माह से बंद पड़ी हुई है. जिसका विभाग के अधिकारी सुध नहीं ले रहे हैं.

हैरानी की बात यह है कि लोक निर्माण विभाग के अधिशासी अभियंता सैंज मार्ग खुला होने की बात कह रहे हैं. सड़क निर्माण के दौरान गांव के पैदल मार्ग भी क्षतिग्रस्त हैं. साथ ही सड़क पर अब 3 से 4 इंच मोटी-मोटी दरारें पड़ गई हैं. अगर ऐसी स्थिति में गांव में बरसात के दौरान कोई अनहोनी या कोई बीमार हो जाए, तो ग्रामीणों के पास बचाव के सभी रास्ते बंद हैं. ग्राम सभा सैंज की ग्राम प्रधान ममीता नौटियाल का कहना है कि उनके गांव के ग्रामीण लोक निर्माण विभाग भटवाड़ी खंड की लापरवाही की सजा इस मॉनसून सीजन में झेलनी पड़ रही है.

PWD के अधिशासी अभियंता मार्ग खुले होने की दे रहे दलील.

पढ़ें-ऋषिकेश: गंगा में डूबे मुंबई के 3 छात्रों में से एक का शव मिला, 2 की तलाश जारी

वहीं, सड़क पर एक वर्ष पूर्व बने पुश्तों ने भूस्खलन का रूप ले लिया है. इन पुश्तों में मात्र पत्थर और जाले लगाकर विभाग ने कार्य की इतिश्री कर दी थी और आज स्थिति यह है कि किसी प्रकार का मजबूत सपोर्ट न होने के कारण पुश्ते के ये बोल्डर ग्रामीणों के लिए मुसीबत बने हुए हैं. साथ ही सड़क पर 3 से 4 इंच मोटी-मोटी दरारें पड़ गई हैं. जिस कारण गांव के पैदल मार्ग भी क्षतिग्रस्त हो गए हैं, साथ ही खेती को भी नुकसान हुआ है. सैंज गांव के ग्रामीणों का कहना है कि सड़क पर सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम न होने के कारण जहां सड़क के अस्तित्व साथ ही सिंचाई खेतों और गांव को भी भारी बरसात में खतरा हो गया है.

पढ़ें-BJP ने शुरू किया राष्ट्रीय स्वास्थ्य स्वयंसेवक अभियान, जुड़ेंगे 25 हजार कार्यकर्ता

जबकि, लोक निर्माण विभाग सड़क के सुरक्षात्मक कार्यों पर 18 लाख की लागत खर्च कर चुका है. ग्रामीण विनोद पंवार का कहना है कि अगर ग्राम प्रधान की और से लोक निर्माण विभाग भटवाड़ी खंड को सड़क की स्थिति को लेकर लिखित शिकायत भी की गई. लेकिन उसके बाद भी इस मानसून सीजन में विभाग कुंभकरणीय नींद में सोया हुआ है. लोक निर्माण विभाग के अधिशासी अभियंता आरएस खत्री ने कहा कि मार्ग बंद नहीं है और कुछ पुश्ते टूटे हैं. जिसके लिए ठेकेदार को नोटिस दिया गया है, बरसात रुकने के बाद दोबारा ट्रीटमेंट किया जाएगा.

उत्तरकाशी: प्रदेश में भारी बारिश से जनजीवन अस्त-व्यस्त है. वहीं, जनपद के भटवाड़ी विकासखंड के सैंज गांव की सड़क विभागीय आपदा के कारण बंद पड़ी हुई है. जबकि इस मानसून सीजन में सभी सड़क और रेखीय विभागीय अधिकारियों को अलर्ट पर रहने के निर्देश हैं. सैंज गांव के ग्रामीणों का कहना है कि लोक निर्माण विभाग भटवाड़ी खंड की करीब ढाई किमी सड़क के पुश्ते पहली बरसात नहीं झेल पाए. जिससे सारे बड़े-बड़े बोल्डर सड़क पर आने के कारण एक माह से बंद पड़ी हुई है. जिसका विभाग के अधिकारी सुध नहीं ले रहे हैं.

हैरानी की बात यह है कि लोक निर्माण विभाग के अधिशासी अभियंता सैंज मार्ग खुला होने की बात कह रहे हैं. सड़क निर्माण के दौरान गांव के पैदल मार्ग भी क्षतिग्रस्त हैं. साथ ही सड़क पर अब 3 से 4 इंच मोटी-मोटी दरारें पड़ गई हैं. अगर ऐसी स्थिति में गांव में बरसात के दौरान कोई अनहोनी या कोई बीमार हो जाए, तो ग्रामीणों के पास बचाव के सभी रास्ते बंद हैं. ग्राम सभा सैंज की ग्राम प्रधान ममीता नौटियाल का कहना है कि उनके गांव के ग्रामीण लोक निर्माण विभाग भटवाड़ी खंड की लापरवाही की सजा इस मॉनसून सीजन में झेलनी पड़ रही है.

PWD के अधिशासी अभियंता मार्ग खुले होने की दे रहे दलील.

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वहीं, सड़क पर एक वर्ष पूर्व बने पुश्तों ने भूस्खलन का रूप ले लिया है. इन पुश्तों में मात्र पत्थर और जाले लगाकर विभाग ने कार्य की इतिश्री कर दी थी और आज स्थिति यह है कि किसी प्रकार का मजबूत सपोर्ट न होने के कारण पुश्ते के ये बोल्डर ग्रामीणों के लिए मुसीबत बने हुए हैं. साथ ही सड़क पर 3 से 4 इंच मोटी-मोटी दरारें पड़ गई हैं. जिस कारण गांव के पैदल मार्ग भी क्षतिग्रस्त हो गए हैं, साथ ही खेती को भी नुकसान हुआ है. सैंज गांव के ग्रामीणों का कहना है कि सड़क पर सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम न होने के कारण जहां सड़क के अस्तित्व साथ ही सिंचाई खेतों और गांव को भी भारी बरसात में खतरा हो गया है.

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जबकि, लोक निर्माण विभाग सड़क के सुरक्षात्मक कार्यों पर 18 लाख की लागत खर्च कर चुका है. ग्रामीण विनोद पंवार का कहना है कि अगर ग्राम प्रधान की और से लोक निर्माण विभाग भटवाड़ी खंड को सड़क की स्थिति को लेकर लिखित शिकायत भी की गई. लेकिन उसके बाद भी इस मानसून सीजन में विभाग कुंभकरणीय नींद में सोया हुआ है. लोक निर्माण विभाग के अधिशासी अभियंता आरएस खत्री ने कहा कि मार्ग बंद नहीं है और कुछ पुश्ते टूटे हैं. जिसके लिए ठेकेदार को नोटिस दिया गया है, बरसात रुकने के बाद दोबारा ट्रीटमेंट किया जाएगा.

Last Updated : Aug 7, 2021, 8:36 AM IST
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