उत्तरकाशी: केंद्रीय जल संसाधन मंत्री उमा भारती गंगोत्री और हर्षिल के चार दिवसीय निजी दौरे के बाद रविवार शाम उत्तरकाशी पहुंची. उन्होंने बाबा काशी विश्वनाथ मंदिर के दर्शन किये और मंदिर में पहुंची स्थानीय देवडोलियों का आशीर्वाद भी लिया. इस दौरान उमा भारती ने उत्तराखंड का मुख्यमंत्री बनने की इच्छा जाहिर की.
दरअसल, उमा भारती से पूछा गया था कि वो उत्तराखंड का दौरा करती रहती हैं, प्रदेश से उनका क्या नाता है? इसके जवाब में उमा भारती ने कहा, 'उनका वही रिश्ता है उत्तराखंड से जो बेटी का मां से होता है, सभी प्रदेशवासी उनके भाई-बहन हैं.' अपनी इच्छा जाहिर करते हुए उमा भारती ने कहा कि अगर उनके हाथों में होता तो वो उत्तराखंड में ही पैदा होतीं और यहीं से चुनाव लड़तीं, यही से मंत्री और मुख्यमंत्री बनतीं. इससे साफ झलकता है कि उमा का दिल उत्तराखंड से काफी जुड़ा हुआ है.
इस मौके पर उमा भारती ने कहा कि उत्तराखंड के लोग स्वच्छ्ता पसन्द हैं, इसलिए यह सबसे पहले ओडीएफ घोषित हुआ था. उन्होंने चारधाम यात्रा के दौरान हो रही गंदगी को लेकर कहा कि सरकार एक सीमा तक प्रयास कर सकती है. क्षेत्र को स्वच्छ बनाये रखने के लिए जगह-जगह डस्टबिन रखे गए हैं, फिर भी लोग उसमें कूड़ा नहीं डालते हैं. ऐसे में सरकार लाचार हो जाती है. स्वच्छ्ता बनाए रखने के लिए हर व्यक्ति को स्वयं जागरूक होना होगा, तभी स्वच्छता बनी रहेगी. उन्होंने कहा कि अगर लोगों ने तय कर लिया है कि उन्हें गंदगी ही करनी है तो सरकार कुछ नहीं कर सकती.
उत्तरकाशी दौरे के दौरान उमा भारती ने लोकसभा चुनाव के रुझान के सवालों का जवाब देने से बचची नजर आईं. उन्होंने कहा कि वो चाहती हैं कि मोदी ही पीएम बने इसलिए उनकी इच्छा के सामने कुछ और नजर नहीं आता है.