पिथौरागढ़/उत्तरकाशी/चंपावतः उत्तराखंड में विभिन्न जगहों पर महाशिवरात्रि के मौके पर भव्य झांकी और कलश यात्रा निकाली गई. जबकि, कई स्थानों पर शिव महोत्सव और मेले का आयोजन किया. इस दौरान शिव-पार्वती, गणेश, राम सीता समेत अन्य झांकी के साथ शिव बारात आकर्षण का केंद्र रही. उधर, उत्तरकाशी में स्थानीय महिलाओं ने पारंपरिक वेशभूषा में ढोल दमाऊ की थाप पर लोकनृत्य किया.
पिथौरागढ़
शिवरात्रि का पर्व पूरे देश में बड़ी ही धूमधाम से मनाया गया. धारचूला में भी महाशिवरात्रि के पर्व को धूमधाम से मनाने की परंपरा सदियों से चली आ रही है. इस मौके पर धारचूला में तीन दिवसीय शिव महोत्सव का आयोजन किया जा रहा है. जहां विभिन्न समुदाय के लोगों ने अपनी पारंपरिक वेशभूषा में सांस्कृतिक झांकियां निकाली.
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उत्तरकाशी
शिवरात्रि के मौके पर उत्तरकाशी में शिव बारात का आयोजन किया गया. शिव बारात रामलीला मैदान से शुरू होकर हनुमान चौक, मुख्य बाजार, बस अड्डे और कंडार देवता मंदिर से होते हुए बाबा काशी विश्वनाथ मंदिर पहुंची. जिसमें हजारों लोग शामिल हुए. वहीं, इस दौरान स्थानीय महिलाओं ने पारंपरिक वेशभूषा में ढोल दमाऊ की थाप पर लोकनृत्य किया.
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चंपावत
महाशिवरात्रि पर लोहाघाट के ऋषेश्वर महोत्सव में भक्तों ने शिव-पार्वती की भव्य बारात निकाली. भारी बारिश के बाद भी शिव भक्तों के उत्साह में कोई कमी नहीं आई. जबकि, पहली बार आरती का आयोजन किया गया.