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गंगोत्री धाम के कपाट विधि-विधान से बंद, 6 महीने तक मुखबा में होंगे दर्शन - उत्तराखंड चार धाम

विधि-विधान से गंगोत्री धाम के कपाट बंद हो गए हैं. मां गंगा की मूर्ति को मुखबा स्थित गंगा मंदिर के लिए रवाना कर दिया गया है. अब 6 महीने तक गंगा मां के दर्शन मुखबा गांव में होंगे.

मुखबा के लिए रवाना मां गंगा की डोली.
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Published : Oct 28, 2019, 8:51 AM IST

Updated : Oct 28, 2019, 3:23 PM IST

उत्तरकाशी: विश्व प्रसिद्ध गंगोत्री धाम के कपाट आज मध्याह्न 11 बजकर 40 मिनट पर विशेष पूजा-अर्चना के बाद 6 महीने के लिए बंद कर दिए गये हैं. कपाट बंद होने के बाद मां गंगा की भोग मूर्ति को डोली के जरिये मुखबा के लिए रवाना किया गया. इसके बाद मां गंगा की भोग मूर्ति के दर्शन शीतकाल में 6 माह तक मुखबा गांव में होंगे. वहीं मां गंगा की विधिवत पूजा की जाएगी.

गंगोत्री धाम के कपाट हुए बंद.

इस पल के हजारों श्रद्धालु साक्षी बने. इस मौके पर डीएम डॉ आशीष चौहान और विधायक गोपाल रावत भी मौजूद रहे. बता दें कि दीपावली के एक दिन बाद अन्नकूट पर्व पर मां गंगा के गंगोत्री धाम के कपाट 6 माह के लिए बन्द कर दिये जाते हैं.

GANGOTRI DHAM
गंगोत्री धाम.

मां गंगा की डोली यात्रा आज मुखबा गांव से 2 किमी पहले मार्कण्डेय मंदिर में रात्रि विश्राम करेगी. अगले दिन मंगलवार को भैयादूज के अवसर पर मां गंगा की भोग मूर्ति को मुखबा स्थित गंगा मंदिर में स्थापित किया जाएगा, जिसके बाद यहीं भक्तों को मां गंगा के दर्शन होंगे. मुखबा गांव में मां गंगा के स्वागत को लेकर ग्रामीण पूरी तैयारी के साथ उत्साहित हैं कि अब 6 माह तक मां गंगा उनके बीच रहेगी.

GANGOTRI DHAM
मां गंगा की डोली मुखबा के लिये रवाना.

गंगोत्री धाम के पुरोहित रविन्द्र सेमवाल का कहना है कि जो भी आज के दिन मां गंगा की पाषाण मूर्ति के दर्शन करता है. वह मोक्ष को प्राप्त करता है.

GANGOTRI DHAM
मध्याह्न 11.40 पर बंद हुए कपाट.

वहीं, कल यानी 29 अक्टूबर को यमुनोत्री व केदारनाथ मंदिर के कपाट शीतकाल के लिए बंद किए जाएंगे. इस बार रिकार्ड संख्या में 5,27,742 यात्री गंगोत्री पहुंचे हैं.

उत्तरकाशी: विश्व प्रसिद्ध गंगोत्री धाम के कपाट आज मध्याह्न 11 बजकर 40 मिनट पर विशेष पूजा-अर्चना के बाद 6 महीने के लिए बंद कर दिए गये हैं. कपाट बंद होने के बाद मां गंगा की भोग मूर्ति को डोली के जरिये मुखबा के लिए रवाना किया गया. इसके बाद मां गंगा की भोग मूर्ति के दर्शन शीतकाल में 6 माह तक मुखबा गांव में होंगे. वहीं मां गंगा की विधिवत पूजा की जाएगी.

गंगोत्री धाम के कपाट हुए बंद.

इस पल के हजारों श्रद्धालु साक्षी बने. इस मौके पर डीएम डॉ आशीष चौहान और विधायक गोपाल रावत भी मौजूद रहे. बता दें कि दीपावली के एक दिन बाद अन्नकूट पर्व पर मां गंगा के गंगोत्री धाम के कपाट 6 माह के लिए बन्द कर दिये जाते हैं.

GANGOTRI DHAM
गंगोत्री धाम.

मां गंगा की डोली यात्रा आज मुखबा गांव से 2 किमी पहले मार्कण्डेय मंदिर में रात्रि विश्राम करेगी. अगले दिन मंगलवार को भैयादूज के अवसर पर मां गंगा की भोग मूर्ति को मुखबा स्थित गंगा मंदिर में स्थापित किया जाएगा, जिसके बाद यहीं भक्तों को मां गंगा के दर्शन होंगे. मुखबा गांव में मां गंगा के स्वागत को लेकर ग्रामीण पूरी तैयारी के साथ उत्साहित हैं कि अब 6 माह तक मां गंगा उनके बीच रहेगी.

GANGOTRI DHAM
मां गंगा की डोली मुखबा के लिये रवाना.

गंगोत्री धाम के पुरोहित रविन्द्र सेमवाल का कहना है कि जो भी आज के दिन मां गंगा की पाषाण मूर्ति के दर्शन करता है. वह मोक्ष को प्राप्त करता है.

GANGOTRI DHAM
मध्याह्न 11.40 पर बंद हुए कपाट.

वहीं, कल यानी 29 अक्टूबर को यमुनोत्री व केदारनाथ मंदिर के कपाट शीतकाल के लिए बंद किए जाएंगे. इस बार रिकार्ड संख्या में 5,27,742 यात्री गंगोत्री पहुंचे हैं.

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Gangotri Dham doors will close today

 



देहरादून: आज सोमवार को गंगोत्री धाम के कपाट दोपहर लगभग 11.40 बजे शीतकाल के लिए बंद किए जाएंगे. फिलहाल मां गंगा की विशेष पूजा-अर्चना शुरू कर दी गई है. कपाट बंद होने के बाद मां गंगा की भोग मूर्ति को डोली के जरिए मुखबा रवाना किया जाएगा. 

मां गंगा की डोली यात्रा आज मुखबा मार्कण्डेय के पास देवी मंदिर में ही रात्रि विश्राम करेगी. जिसके बाद अगले दिन मां गंगा की भोग मूर्ति को मुखबा स्थित गंगा मंदिर में स्थापित किया जाएगा. जिसके बाद यहीं भक्तों को मां गंगा के दर्शन होंगे. 

वहीं, कल यानी 29 अक्तूबर को यमुनोत्री मंदिर के कपाट शीतकाल के लिए बंद किए जाएंगे. इसके साथ ही 29 अक्तूबर को ही केदारनाथ धाम के भी कपाट बंद किये जाएंगे. इस बार रिकार्ड संख्या में 5,27,742 यात्री गंगोत्री पहुंचे हैं. 

 


Conclusion:
Last Updated : Oct 28, 2019, 3:23 PM IST
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