उत्तरकाशीः मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने द्रौपदी का डांडा 2 पर्वत चोटी में एवलॉन्च की चपेट में आए नेहरू पर्वतारोहण संस्थान के प्रशिक्षणार्थियों के लिए चलाए जा रहे बचाव एवं राहत कार्यों का हवाई सर्वेक्षण कर जायजा लिया. इससे पहले सीएम धामी ने आईटीबीपी गेस्ट हाउस मातली में अधिकारियों की बैठक ली और घटनास्थल की जानकारी ली. इस दौरान मुख्यमंत्री धामी ने अधिकारियों को राहत व बचाव कार्य में तेजी लाने के निर्देश दिए. साथ ही घायलों का बेहतर इलाज करने को कहा.
गौर हो कि उच्च हिमालयी क्षेत्र में प्रशिक्षण के लिए निकला नेहरू पर्वतारोहण संस्थान (Nehru Institute Of Mountaineering) का 44 पर्वतारोहियों का दल मंगलवार सुबह द्रौपदी का डांडा 2 पर्वत चोटी के पास हिमस्खलन (Avalanche) की चपेट में आ गया था. अभी तक 14 लोगों को बचाया गया. जबकि, 10 शव बरामद कर लिए गए हैं. हादसे में उत्तरकाशी के लौंथरू गांव की एवरेस्ट विजेता सविता कंसवाल (Mountaineer Savita Kanswal) और भुक्की गांव की नौमी रावत की भी मौत हुई है. द्रौपदी का डांडा पर्वत चोटी उत्तरकाशी के भटवाड़ी ब्लॉक में भुक्की गांव के ऊपर स्थित है.
वहीं, एसडीआरएफ और आईटीबीपी की टीम रेस्क्यू अभियान में जुटी हुई है. द्रौपदी का डांडा 2 में हुए एवलॉन्च प्रभावित एरिया में बुधवार को वायुसेना के हेलीकॉप्टर से रेस्क्यू अभियान चलाया गया. अब तक कुल 14 लोगों को सुरक्षित निकाला गया है. वहीं, मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने एवलॉन्च की चपेट में आकर जान गंवाने मृतकों के परिजनों को ₹2 लाख, गंभीर रूप से घायलों को ₹1 लाख और सामान्य रूप से घायलों को ₹50 हजार की आर्थिक सहायता उपलब्ध कराने के निर्देश दिए हैं.