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हेलीकॉप्टर हादसा: 13 दिनों बाद हेली कंपनी शुरू करने वाले थे राजपाल, पलभर में टूट गया परिवार का सपना - उत्तरकाशी न्यूज

उत्तरकाशी के मोरी तहसील में आराकोट और त्यूणी इलाके में रविवार को बादल फट गया था. जिससे क्षेत्र में बड़ी तबाही हुई थी. इन आपदाग्रस्त क्षेत्रों में राहत व बचाव कार्य के लिए तीन हेलीकॉप्टर लगाए गए थे. जिसमें से एक हेलीकॉप्टर बुधवार को मोल्डी में क्रैश हो गया था. इसी हादसे में राजपाल की मौत हुई.

राजपाल
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Published : Aug 21, 2019, 6:31 PM IST

Updated : Aug 21, 2019, 6:40 PM IST

उत्तरकाशी: मोरी तहसील के मोल्डी में राहत एवं बचाव कार्य में लगा निजी कंपनी का हेलीकॉप्टर दुर्घटनाग्रस्त हो गया. इस हादसे में पायलट कैप्टन रंजीव लाल, इंजीनियर शैलेश कुमार और हेरिटेज कंपनी के स्थानीय प्रबंधक राजपाल राणा (27) की मौत हो गई. राजपाल 13 दिनों बाद अपनी हेली कंपनी के मालिक बनने वाले थे, जिसके लिए वो पिछले सात सालों के मेहनत कर रहे थे, लेकिन शायद किस्मत को ये मंजूर नहीं था.

पढ़ें- उत्तराखंड: उत्तरकाशी के आराकोट क्षेत्र में रेस्क्यू में लगा हेलीकॉप्टर क्रैश, तीन की मौत

खरसाली गांव निवासी राजपाल यमुनोत्री धाम में 3 सितंबर से कैलाश एविएशन के नाम से अपनी नई कंपनी की शुरूआत करने वाले थे. जिसके लिए उन्होंने दो हेलीकॉप्टर भी लीज पर ले लिए थे. अपनी हेली कंपनी शुरू करने के लिए राजपाल पिछले सात सालों से मेहनत कर रहे थे. राजपाल की मौत के बाद पूरे गांव में मातम पसरा हुआ है.

13 दिनों बाद शुरू करने वाला था हेली कंपनी

गुप्ता बंधुओं से थे संबंध
राजपाल राणा के करीबी और यमुनोत्री धाम के पुरोहित पवन उनियाल ने ईटीवी भारत को बताया कि राणा बीते 6 सालों से हेरिटेज कंपनी के साथ जुड़े हुए थे. गुप्ता बंधुओं के साथ भी राजपला के घरेलू संबंध थे.

पढ़ें- उत्तरकाशी हेलीकॉप्टर क्रैश: मृतक के परिजनों को 15-15 लाख का मुआवजा, सीएम ने की घोषणा

उनियाल ने बताया कि राजपाल के पिता की मौत काफी पहले हो गई थी. तब राजपाल होटल में काम किया करते थे. राजपाल के परिवार में उनकी मां और छोटा भाई है. राजपाल रियल स्टेट के कारोबार से भी जुड़े हुए थे.

पढ़ें- EXCLUSIVE: उत्तरकाशी के बंगाण में तबाही का मंजर, देखते ही देखते नदी में समा गये कई वाहन

बाते दें कि उत्तरकाशी के मोरी तहसील में आराकोट और त्यूणी इलाके में रविवार को बादल फट गया था. जिससे क्षेत्र में भारी तबाही हुई थी. सरकार ने आपदाग्रस्त क्षेत्रों में राहत व बचाव कार्य के लिए तीन हेलीकॉप्टर लगाए थे. जिसमें से एक हेलीकॉप्टर बुधवार को मोल्डी में क्रैश हो गया था. इस हादसे में पायलट, इंजीनियर और हेली के कंपनी के स्थानीय प्रबंधक की मौत हो गई थी.

उत्तरकाशी: मोरी तहसील के मोल्डी में राहत एवं बचाव कार्य में लगा निजी कंपनी का हेलीकॉप्टर दुर्घटनाग्रस्त हो गया. इस हादसे में पायलट कैप्टन रंजीव लाल, इंजीनियर शैलेश कुमार और हेरिटेज कंपनी के स्थानीय प्रबंधक राजपाल राणा (27) की मौत हो गई. राजपाल 13 दिनों बाद अपनी हेली कंपनी के मालिक बनने वाले थे, जिसके लिए वो पिछले सात सालों के मेहनत कर रहे थे, लेकिन शायद किस्मत को ये मंजूर नहीं था.

पढ़ें- उत्तराखंड: उत्तरकाशी के आराकोट क्षेत्र में रेस्क्यू में लगा हेलीकॉप्टर क्रैश, तीन की मौत

खरसाली गांव निवासी राजपाल यमुनोत्री धाम में 3 सितंबर से कैलाश एविएशन के नाम से अपनी नई कंपनी की शुरूआत करने वाले थे. जिसके लिए उन्होंने दो हेलीकॉप्टर भी लीज पर ले लिए थे. अपनी हेली कंपनी शुरू करने के लिए राजपाल पिछले सात सालों से मेहनत कर रहे थे. राजपाल की मौत के बाद पूरे गांव में मातम पसरा हुआ है.

13 दिनों बाद शुरू करने वाला था हेली कंपनी

गुप्ता बंधुओं से थे संबंध
राजपाल राणा के करीबी और यमुनोत्री धाम के पुरोहित पवन उनियाल ने ईटीवी भारत को बताया कि राणा बीते 6 सालों से हेरिटेज कंपनी के साथ जुड़े हुए थे. गुप्ता बंधुओं के साथ भी राजपला के घरेलू संबंध थे.

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उनियाल ने बताया कि राजपाल के पिता की मौत काफी पहले हो गई थी. तब राजपाल होटल में काम किया करते थे. राजपाल के परिवार में उनकी मां और छोटा भाई है. राजपाल रियल स्टेट के कारोबार से भी जुड़े हुए थे.

पढ़ें- EXCLUSIVE: उत्तरकाशी के बंगाण में तबाही का मंजर, देखते ही देखते नदी में समा गये कई वाहन

बाते दें कि उत्तरकाशी के मोरी तहसील में आराकोट और त्यूणी इलाके में रविवार को बादल फट गया था. जिससे क्षेत्र में भारी तबाही हुई थी. सरकार ने आपदाग्रस्त क्षेत्रों में राहत व बचाव कार्य के लिए तीन हेलीकॉप्टर लगाए थे. जिसमें से एक हेलीकॉप्टर बुधवार को मोल्डी में क्रैश हो गया था. इस हादसे में पायलट, इंजीनियर और हेली के कंपनी के स्थानीय प्रबंधक की मौत हो गई थी.

Intro:बुधवार को आराकोट के मोल्डि में हुए हेलीकॉप्टर क्रैश में खरसाली गांव के राजपाल राणा की मौत हो गई। जो कि 13 दिन बाद अपनी नई हेली सेवा शुरू करवाने वाला था।। उत्तरकाशी। 13 दिन बाद अपनी करीब 7 वर्षों की मेहनत से स्वयं हेली कम्पनी का मालिक बनने वाला था 27 वर्षीय राजपाल राणा। लेकिन किसे पता था कि माँ का बड़ा लाडला,जिसने गरीब माँ को आज पूरी शान शौकत और आराम दे दिया था। आज हवा में ही काल के गाल में समा जाएगा। राजपाल राणा यमुनोत्री धाम में 3 सितम्बर से कैलाश एविएशन के नाम से नई लोकल हेली कम्पनी शुरू करने वाला था और उसने दो हेलीकॉप्टर भी लीज पर ले लिए थे। etv bharat की exclusive रिपोर्ट। Body:वीओ-1, आराकोट बंगाण क्षेत्र में आई आपदा के चौथे दिन हेरिटेज कम्पनी का एक हेलीकॉप्टर मोरी से मोल्डि के लिए राहत सामग्री लेकर रवाना हुए थे। वहां पर राहत बाटने के बाद हेलीकॉप्टर के पायलट लाल,को पायलट शैलेश और हेरिटेज कम्पनी के स्थानीय प्रबंधक खरसाली निवासी राजपाल राणा जैसे ही उड़ान भरी,तो ऊपर लटके बिजली के तार में हेलीकॉप्टर टकराने से क्रैश हो गया। जिसमें तीनो की मौत हो गई। राजपाल राणा की मौत से खरसाली सहित पूरी गीड़ पट्टी में मातम छा गया है। राणा विगत 6 वर्षों से हेरिटेज कम्पनी के साथ जुड़ा हुआ था और अपनी मेहनत से अब 13 दिन बाद 3 सितम्बर को यमुनोत्री धाम के लिए कैलाश एविएशन के नाम से हेली सेवा शुरू करने वाला था। जिसके लिए दो हेलीकॉप्टर भी राणा ने लीज पर ले लिए थे । Conclusion:वीओ-2, मृतक राजपाल राणा के करीबी यमुनोत्री धाम के पुरोहित पवन उनियाल ने etv bharat को बताया कि राणा विगत 6 वर्षों से हेरिटेज के साथ जुड़ा हुआ था और गुप्ता बन्धुओं से इसके घरेलू सम्बन्ध थे। उनियाल ने बताया कि राजपाल के पिता की मृत्यु उस समय हुई। जब वह किशोरावस्था में था। होटलों में काम कर राजपाल ने मां और छोटे भाई का पालन पोषण किया। उसके बाद मेहनत और लगन से हेरीटेज कम्पनी से जुड़े और आज वह अपनी हेली कम्पनी शुरू करने वाला था। साथ ही रियल स्टेट में भी हाथ आजमा आज बुलन्दियों को छू रहे थे।
Last Updated : Aug 21, 2019, 6:40 PM IST
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