काशीपुर: शहर में दीपों के पर्व के मौके पर एक परिवार में उस वक्त दीपावली की खुशियां मातम में बदल गई, जब परिवार के युवक का शव संदिग्ध परिस्थितियों में सड़क किनारे पड़ा मिला. घटना की सूचना पर लोगों की भीड़ मौके पर जमा हो गई. इस दौरान परिजनों ने हत्या का आरोप (Kashipur youth murder) लगाते हुए कार्रवाई की मांग की. वहीं पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा. लेकिन आक्रोशित लोगों ने सड़क पर शव को रखकर जाम लगा दिया. वहीं पुलिस अधिकारियों ने मृतक के परिजनों को निष्पक्ष जांच का आश्वासन देते हुए शव का अंतिम संस्कार करवाया.
दरअसल, काशीपुर टांडा उज्जैन (Kashipur Tanda Ujjain) निवासी विजय ठाकुर का पुत्र गिरीश ठाकुर मुरादाबाद रोड स्थित एक निजी अस्पताल में वार्ड बॉय था. जिसका शव टांडा उज्जैन की गन्ना समिति परिसर स्थित रेलवे फाटक के पास सड़क किनारे पड़ा हुआ मिला. शव मिलने की सूचना मिलते ही मौके पर लोगों का जमावड़ा लग गया. वहीं सूचना पर मौके पर पहुंची पुलिस का लोगों ने घेराव किया और हत्या का आरोप लगाते हुए हत्यारोपियों की गिरफ्तारी की मांग करने लगे. इस दौरान पुलिस ने बमुश्किल परिजनों को समझाकर शव पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया.
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वहीं परिजन लगातार कुछ युवकों पर गिरीश की हत्या का शक जताते रहे. परिजनों के मुताबिक तीन-चार दिन पूर्व उसका कुछ लोगों से झगड़ा हुआ था.जिसकी शिकायत उनके द्वारा टांडा उज्जैन पुलिस चौकी पुलिस से की गई थी, परंतु पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की. उन्होंने आरोप लगाया कि यदि पुलिस समय रहते शिकायत पर कार्रवाई करती तो गिरीश जिंदा होता. वहीं एएसपी चन्द्रमोहन सिंह (Rudrapur ASP Chandramohan Singh) ने बताया कि हत्यारों की गिरफ्तारी के लिये दो पुलिस टीमों का गठन किया गया है, जल्द ही हत्यारों को गिरफ्तार कर लिया जायेगा.