खटीमा: उधम सिंह नगर के सीमांत क्षेत्र खटीमा विकासखंड में भारत सरकार के स्वच्छ भारत मिशन को शिक्षा विभाग की ओर से ठेंगा दिखाने का काम किया जा रहा है. चारूबेटा ग्राम स्थित राजकीय इंटर कॉलेज में बना शौचालय पूरी तरह खंडहर में तब्दील हो गया है. इस कारण बच्चों को नेचर कॉल के लिए विद्यालय परिसर के बाहर स्थित जंगल झाड़ी में जाना पड़ता है. विगत कई वर्षों से शौचालय के अभाव में विद्यालय के बच्चे इस समस्या से जूझ रहे हैं. लेकिन संबंधित विभाग की कानों में जूं नहीं रेंग रही है. ऐसा प्रतीत हो रहा है कि संबंधित विभाग किसी बड़े हादसे का इंतजार कर रहा है.
सरकार जहां स्वच्छ भारत मिशन के तहत गांव गांव हर घर शौचालय बनाने का बड़े-बड़े दावे करती है, वहीं इस राजकीय इंटर कॉलेज में शौचालय की जर्जर हालत होने की वजह से बच्चे शौच हेतु परिसर के बाहर जंगल झाड़ी में जाने को मजबूर होते हैं, जिससे लगातार खतरा बना रहता है. शिक्षा विभाग द्वारा भारत सरकार द्वारा चलाए जा रहे स्वच्छ भारत मिशन का मजाक बनाया जा रहा है. छोटे-छोटे बच्चों को शौच हेतु जंगल में भटकने को मजबूर किया जा रहा है.
स्थानीय ईस्टर इंडस्ट्रीज लिमिटेड के सहयोग से बालिकाओं हेतु विद्यालय में शौचालय बनाया गया लेकिन बालकों के शौचालय हेतु विभाग ने अभी तक सुध नहीं ली. हैरान कर देने वाली बात यह है कि विद्यालय में कुल 565 बच्चे हैं, जिनमें से 261 छात्र हैं. विद्यालय के बच्चों ने बताया कि विगत कई वर्षों से शौचालय ना होने के कारण बाहर जंगल में जाना पड़ता है, जिससे खतरा बना रहता है. साथ ही बच्चों ने शासन प्रशासन से विद्यालय में शौचालय बनाने की गुहार लगाई है.
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हर बार मिलता है सिर्फ आश्वासन: विद्यालय के प्रधानाचार्य राम नारायण वर्मा ने बताया कि कई बार प्रयास करने के बाद भी शौचालय नहीं बनवाया गया. हर बार केवल आश्वासन ही मिलता है, जबकि विद्यालय के शौचालय की हालत बिल्कुल जर्जर हो चुकी है.