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आबकारी विभाग की मिलीभगत से सरकार को लग रहा लाखों का चूना

आबकारी विभाग ने झनकईया में देशी और अंग्रेजी शराब की दुकानें आवंटित की थी. लेकिन ठेकेदार ने इन दुकानों को झनकईया की बजाय 6 किलोमीटर दूर नगर पालिका क्षेत्र खटीमा में चला रहे है. जिससे सरकार को लाखों के राजस्व का नुकसान हो रहा है

बिना अनुमती के खटीमा में चल रही शराब की दुकान.
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Published : May 3, 2019, 9:14 AM IST

उधम सिंह नगर: नेपाल बॉर्डर से सटे झनकईया गांव में आबकारी विभाग ने अंग्रेजी व देशी शराब की दुकानें आवंटित की थी. लेकिन इन आवंटित दुकानों को झनकईया गांव के बजाय खटीमा नगर पालिका क्षेत्र में बिना अनुमति के चलाया जा रहा है. वहीं, मामला संज्ञान में आने पर अब एसडीएम ने मौके पर जाकर जांच की बात कही है.

जानकारी देती निर्मला बिष्ट उपजिलाधिकारी.

बता दें कि आबकारी विभाग ने झनकईया में देशी और अंग्रेजी शराब की दुकानें आवंटित की थी. लेकिन ठेकेदार ने इन दुकानों को झनकईया की बजाय 6 किलोमीटर दूर नगर पालिका क्षेत्र खटीमा में चला रहे है. जिससे सरकार को लाखों के राजस्व का नुकसान हो रहा है. जबकि, इस पूरे प्रकरण में आबकारी अधिकारियों की मिलीभगत की बात भी सामने आ रही है. जिसके चलते विभाग इन ठेकेदारों पर कोई कार्रवाई नहीं कर रहा.

ये भी पढ़े: गरीबों से पैसा लूटने वाले नटवरलाल भाई पुलिस की गिरफ्त में, समिति के नाम पर हड़पे करोड़ों

वहीं, जब इस मामले से मीडिया ने एसडीएम खटीमा को अवगत कराया तो उन्होंने आबकारी अधिकारी से फोन पर बातचीत की. आबकारी अधिकारी से कोई संतोषजनक जवाब ने मिलने के चलते अब एसडीएम ने स्वयं मौके पर जाकर जांच की बात कही है. उनका कहना है कि पूरे मामले की जांच रिपोर्ट बनाकर जिलाधिकारी को भेजी जाएगी.

उधम सिंह नगर: नेपाल बॉर्डर से सटे झनकईया गांव में आबकारी विभाग ने अंग्रेजी व देशी शराब की दुकानें आवंटित की थी. लेकिन इन आवंटित दुकानों को झनकईया गांव के बजाय खटीमा नगर पालिका क्षेत्र में बिना अनुमति के चलाया जा रहा है. वहीं, मामला संज्ञान में आने पर अब एसडीएम ने मौके पर जाकर जांच की बात कही है.

जानकारी देती निर्मला बिष्ट उपजिलाधिकारी.

बता दें कि आबकारी विभाग ने झनकईया में देशी और अंग्रेजी शराब की दुकानें आवंटित की थी. लेकिन ठेकेदार ने इन दुकानों को झनकईया की बजाय 6 किलोमीटर दूर नगर पालिका क्षेत्र खटीमा में चला रहे है. जिससे सरकार को लाखों के राजस्व का नुकसान हो रहा है. जबकि, इस पूरे प्रकरण में आबकारी अधिकारियों की मिलीभगत की बात भी सामने आ रही है. जिसके चलते विभाग इन ठेकेदारों पर कोई कार्रवाई नहीं कर रहा.

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वहीं, जब इस मामले से मीडिया ने एसडीएम खटीमा को अवगत कराया तो उन्होंने आबकारी अधिकारी से फोन पर बातचीत की. आबकारी अधिकारी से कोई संतोषजनक जवाब ने मिलने के चलते अब एसडीएम ने स्वयं मौके पर जाकर जांच की बात कही है. उनका कहना है कि पूरे मामले की जांच रिपोर्ट बनाकर जिलाधिकारी को भेजी जाएगी.

Intro:एंकर- आबकारी विभाग के अधिकारी ही आबकारी विभाग को लगा रहे हैं लाखों की राजस्व का चूना। नेपाल बॉर्डर के गांव की अंग्रेजी और देसी शराब की दुकाने खटीमा नगर पालिका में बगैर अनुमति के खुलवाई। उपजिलाधिकारी द्वारा पूछे जाने पर आबकारी अधिकारी द्वारा संतोषजनक जवाब ना देने पर उपजिलाधिकारी ने स्वयं मौके पर जाकर जांच का रिपोर्ट जिलाधिकारी को भेजने की कही बात।

नोट- खबर एफटीपी में - aabkari vivag ki milbhagat se rajasav ka nuksaan - नाम केफोल्डर में है।


Body:वीओ-वीओ- उधम सिंह नगर जनपद के खटीमा सीमांत क्षेत्र में आबकारी विभाग की मिलीभगत से राजस्व को नुकसान पहुंचाने का मामला सामने आया है। आबकारी विभाग द्वारा कम अधिभार वाले क्षेत्र झनकईया में आवंटित अंग्रेजी व देसी शराब की दुकानों को 6 किलोमीटर दूर नगर पालिका क्षेत्र खटीमा में फूल लाखों के राजेश को नुकसान पहुंचाया जा रहा है। आबकारी विभाग की मिलीभगत से शराब ठेकेदारों ने शराब की दुकानों का आवंटित स्थानों पर नाकोल का नगर पालिका क्षेत्र में है जबकि आबकारी अधिकारी की मिलीभगत के चलते राजेश को नुकसान पहुंचा ठेकेदारों पर आपकारी विभाग के अधिकारियों के कारण कोई कार्रवाई नहीं हो रही है।
वहीं एसडीएम खटीमा के सामने मीडिया द्वारा प्रकरण उठाने पर उपजिलाधिकारी द्वारा प्रकरण की जानकारी आबकारी अधिकारी के फोन पर ली गई। जिस पर संतोषजनक उत्तर नहीं मिलने पर स्वयं जांच कर अपनी रिपोर्ट कार्रवाई हेतु डीएम को भेजने की बात कही है।







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