काशीपुर: पुलिस ने कुंडेश्वरी क्षेत्र के जुड़का निवासी खनन कारोबारी महल सिंह हत्याकांड (Mahal Singh murder case) में आरोपियों को पनाह देने के आरोपी प्रभजोत सिंह उर्फ पन्नू समेत एक महिला सहित तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया (Police arrested three accused) है. पुलिस ने आरोपियों के कब्जे से एक पिस्टल, 8 जिंदा कारतूस भी बरामद किये हैं. गिरफ्तार करने वाली पुलिस टीम को डीआईजी कुमाऊं मंडल नीलेश आनंद भरणे ने अपनी तरफ से ₹50 हजार का इनाम देने की घोषणा की है. पूरे मामले में वारदात (murder case Kashipur) को अंजाम देने वाले दो शूटर- हरजीत सिंह उर्फ काले और तनवीर सिंह अभी फरार हैं.
आपको बता दें कि बीती 13 अक्टूबर को कुंडेश्वरी पुलिस चौकी क्षेत्र के जुड़का नंबर एक निवासी 65 वर्षीय महल सिंह (पुत्र सिघारा सिंह) सुबह अपने घर के बाहर बैठकर अखबार पढ़ रहे थे. इस दौरान दो बाइक सवार उनके घर के बाहर रुके. कुछ देर इधर-उधर देखने के बाद उन्होंने महल सिंह पर ताबड़तोड़ फायरिंग कर दी और फरार हो गए. गोलियों की आवाज सुनकर परिजन घर से बाहर आए और महल सिंह को घायल अवस्था में काशीपुर के एलडी भट्ट सरकारी अस्पताल लाए, जहां चिकित्सकों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया.
हत्या का कारण एक क्रेशर से संबंधित संपत्ति विवाद बताया जा रहा है. मृतक के भतीजे कर्मपाल सिंह (पुत्र हरदेव सिंह) ने कुंडेश्वरी चौकी पुलिस को तहरीर देकर कनाडा निवासी हरजीत सिंह उर्फ काला पर रंगदारी न देने पर शूटर भेजकर हत्या कराने का आरोप लगाया था. तहरीर में कहा गया था कि कुछ दिन पहले ही हरजीत सिंह ने फोन कर उसके ताऊ से रंगदारी के पैसे मांगे थे और पैसे नहीं देने पर महल सिंह को जान से मारने की धमकी दी थी. पुलिस ने मृतक के भतीजे कर्मपाल सिंह की तहरीर पर दो अज्ञात लोगों के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज किया था.
वहीं, हत्याकांड के बाद उधम सिंह नगर जिले एसएसपी के निर्देश पर टीमों का गठन किया गया. पुलिस ने घटनास्थल के सभी रास्तों के सीसीटीवी फुटेज खंगाले. सीसीटीवी फुटेज से शूटरों की पहचान की गई. इसी बीच मुखबीर से सूचना मिली कि इस घटना में शामिल प्रभजोत सिंह उर्फ पन्नू (पुत्र हरजाब सिंह निवासी ग्राम गुलजारपुर) एकता स्टोर क्रेशर की तरफ बंजारी गेट के पास जंगल में छिपकर पुलिस के डर से कहीं भागने की फिराक में है.
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पुलिस टीम रात करीब ढाई बजे उसे पकड़ने पहुंची और उसे रोकने के लिये इशारा किया तो पन्नू ने पुलिस पर फायर कर दिया. हालांकि, पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया है. उसके पास से एक पिस्टल और 8 जिंदा कारतूस, साथ ही पुलिस पार्टी पर फायर किये 2 खोखा बरामद किये हैं. पूछताछ में पन्नू ने बताया कि साल 2015 से 2020 तक वो एकता स्टोन क्रेशर पर बतौर मुंशी कार्य करता था. स्टोन क्रेशर में महल सिंह, सुखवंत सिंह व उसका भाई हरजीत उर्फ काले व जगप्रीत सिंह पार्टनर थे.
करीब दो साल पहले हरजीत, महल सिंह व सुखवंत सिंह के बीच आपस में पार्टनरशिप को लेकर आपस में विवाद रहने लगा. हरजीत सिंह उर्फ काले स्टोन क्रेशर में जबरदस्ती हिस्सेदारी चाहता था लेकिन महल सिंह उसके दबाब में नहीं आ रहा था, जिस कारण हरजीत महल सिंह से दुश्मनी रखने लगा. इधर, आरोपी हरजीत उर्फ काले और प्रभजोत उर्फ पन्नू खुद भी स्टोन क्रेशर बनाना चाहते थे, जिसका मृतक महल सिंह विरोध कर रहा था.
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आरोपी हरजीत सिंह उर्फ काले व उसके भाई सुखवंत सिंह के बीच पंचायत के माध्यम से विवाद सुलझाया गया, लेकिन काले संतुष्ट नहीं था और वो महल सिंह से और अधिक दुश्मनी रखने लगा. इस बीच हरजीत सिंह ने एक एप के माध्यम से पन्नू को महल सिंह की हत्या करने के लिये कारतूस व हथियार दिये. इसके साथ ही शूटरों की व्यवस्था करने को कहा. हरजीत के कहने पर पन्नू ने उसके गैंगस्टर दोस्त को व्हाट्सअप के माध्यम से महल सिंह व उसके बेटे की फोटो भेजी. फिर 12 अक्टूबर को एप के माध्यम से शूटरों के लिए मोटर साइकिल की व्यवस्था करने के लिये महिला रजविंदर कौर व सेवी से संपर्क में रहने को कहा.
12 अक्टूबर को एप के माध्यम से ही हरजीत उर्फ काले ने अपने गैंगस्टर साथी के साथ पन्नू की मोबाइल से बात कराई और बताया कि रात 9 बजे तक शूटर काशीपुर पहुंच जाएंगे. इस दौरान पन्नू लगातार हरजीत सिंह और कनाडा में बैठे दूसरे गैंगस्टर साथी के संपर्क में था. वो करीब रात 9 बजे दोनों शूटरों को लेने काशीपुर रेलवे स्टेशन गया और वहां से अपने दोस्त की बुलेरो से चीमा चौराहे होते हुये हरजीत सिंह उर्फ काले के घर ले गया. यहां पर खरीदी हुई बाइक शूटरों को देने के लिये सुखदेव सिंह उर्फ सेवी को सौंपी. 13 अक्टूबर को दोनों शूटरों ने प्लान के मुताबिक सुबह चार बजे उठकर पन्नू ने पूरे रास्तों की रेकी करवाई और बाद में महल सिंह की हत्या कर दी.
पुलिस टीम ने अज्ञात शूटरों तथा अभियुक्त हरजीत सिंह उर्फ काले की योजना में शामिल अभियुक्त प्रभजोत सिंह पन्नू (उर्फ प्रभजीत सिंह पुत्र हरजाब सिंह निवासी ग्राम गुलजार पुर), रजविन्दर कौर (पत्नी तरसेम सिंह निवासी ग्राम गुलजार पुर), सुखदेव सिंह उर्फ सेवी (पुत्र प्रीतम सिंह निवासी निवासी ग्राम गुलजार पुर) को गिरफ्तार किया है.
एसएसपी मंजुनाथ टीसी ने बताया कि फरार दोनों शूटरों की गिरफ्तारी के लिए टीमें दूसरे राज्यों में भेजी जा चुकी हैं, जिनकी जल्द ही गिरफ्तारी की जाएगी. इस घटना में इंटरनेशनल गिरोह के शामिल होने की भूमिका की भी जांच की जा रही है.