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खटीमा: बाल लेखन और व्याख्यान कार्यशाला में बच्चों ने दिखाई अपनी प्रतिभा

बच्चों में रचनात्मक कौशल जगाने और उनमें छुपी प्रतिभाओं को बाहर लाने के लिए खटीमा में आयोजित बाल कार्यशाला का रविवार को समापन हो गया.

children's writing and lecture workshop concluding news
बाल लेखन और व्याख्यान कार्यशाला
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Published : Jan 5, 2020, 10:44 PM IST

खटीमा: नगर में बीते एक जनवरी से शुरू हुई पांच दिवसीय बाल लेखन और व्याख्यान कार्यशाला का समापन हो गया है. उत्तराखंड बाल साहित्य संस्थान, ज्ञान विज्ञान समिति व बाल प्रहरी संस्था द्वारा संयुक्त रूप से आयोजित इस कार्यशाला में क्षेत्र के 19 स्कूलों के 170 स्कूली बच्चों ने प्रतिभाग किया. जिसका उद्देश्य बच्चों में रचनात्मक कौशल जगाने और उनमें छुपी प्रतिभाओं को बाहर लाना था.

बच्चों में छुपी प्रतिभाओं को बाहर लाने और उन्हें बचपन जीने की सीख देने के लिए खटीमा में इस लेखन और व्याख्यान कार्यशाला का आयोजन किया गया. जिसमें बच्चों ने लेखन, व्याख्यान, कविता, कहानी सहित रचनात्मक कौशल के विभिन्न कार्यों को सीखा. कार्यशाला के अंतिम दिन बच्चों के स्वयं के प्रयास से लिखी गई किताबों का भी विमोचन किया गया. साथ ही कार्यशाला में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले बच्चों को पुरस्कृत भी किया गया.

बाल लेखन और व्याख्यान कार्यशाला का समापन.

ये भी पढे़ं: धूमधाम से मनाया गया गुरु गोबिन्द सिंह जी का प्रकाशोत्सव , गुरुवाणी से भक्ति में डूबा पूरा शहर

वहीं कार्यक्रम के आयोजक व आयोजन समिति के सचिव शिक्षक नरेंद्र रौतेला ने बताया कि इस कार्यशाला को लगभग 13 सालों से खटीमा में उत्तराखंड बाल विज्ञान संस्थान, ज्ञान विज्ञान समिति व बाल प्रहरी पत्रिका अल्मोड़ा द्वारा आयोजित किया जा रहा है. बच्चों ने इन पांच दिनों में खेल- खेल में बहुत से रचनात्मक कार्यक्रमों में शामिल होकर महत्वपूर्ण चीजें सीखी हैं. जिससे बच्चों के अंदर जागृति और ऊर्जा का संचार हुआ है. जो उनके भविष्य में उनको आगे ले जाने में महत्वपूर्ण साबित होगा.

खटीमा: नगर में बीते एक जनवरी से शुरू हुई पांच दिवसीय बाल लेखन और व्याख्यान कार्यशाला का समापन हो गया है. उत्तराखंड बाल साहित्य संस्थान, ज्ञान विज्ञान समिति व बाल प्रहरी संस्था द्वारा संयुक्त रूप से आयोजित इस कार्यशाला में क्षेत्र के 19 स्कूलों के 170 स्कूली बच्चों ने प्रतिभाग किया. जिसका उद्देश्य बच्चों में रचनात्मक कौशल जगाने और उनमें छुपी प्रतिभाओं को बाहर लाना था.

बच्चों में छुपी प्रतिभाओं को बाहर लाने और उन्हें बचपन जीने की सीख देने के लिए खटीमा में इस लेखन और व्याख्यान कार्यशाला का आयोजन किया गया. जिसमें बच्चों ने लेखन, व्याख्यान, कविता, कहानी सहित रचनात्मक कौशल के विभिन्न कार्यों को सीखा. कार्यशाला के अंतिम दिन बच्चों के स्वयं के प्रयास से लिखी गई किताबों का भी विमोचन किया गया. साथ ही कार्यशाला में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले बच्चों को पुरस्कृत भी किया गया.

बाल लेखन और व्याख्यान कार्यशाला का समापन.

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वहीं कार्यक्रम के आयोजक व आयोजन समिति के सचिव शिक्षक नरेंद्र रौतेला ने बताया कि इस कार्यशाला को लगभग 13 सालों से खटीमा में उत्तराखंड बाल विज्ञान संस्थान, ज्ञान विज्ञान समिति व बाल प्रहरी पत्रिका अल्मोड़ा द्वारा आयोजित किया जा रहा है. बच्चों ने इन पांच दिनों में खेल- खेल में बहुत से रचनात्मक कार्यक्रमों में शामिल होकर महत्वपूर्ण चीजें सीखी हैं. जिससे बच्चों के अंदर जागृति और ऊर्जा का संचार हुआ है. जो उनके भविष्य में उनको आगे ले जाने में महत्वपूर्ण साबित होगा.

Intro:summary- बच्चों में रचनात्मक कौशल जगाने व उनमें छुपी प्रतिभाओं को बाहर लाने के लिए आयोजित बाल कार्यशाला का हुआ समापन। ( रेडी टू पैकेज )

एंकर- सीमांत खटीमा में एक जनवरी से शुरू शुरू हुई पांच दिवसीय बाल लेखन व व्याख्यान कार्यशाला का समापन हो गया। उत्तराखंड बाल साहित्य संस्थान, ज्ञान विज्ञान समिति व बाल प्रहरी संस्था द्वारा संयुक्त रूप से आयोजित इस कार्यशाला में श्रीमान क्षेत्र के 19 स्कूलों के 170 स्कूली बच्चों ने प्रतिभाग कर अपने भीतर छुपे कौशल का इन 5 दिवसीय कार्यशाला में संवारने का काम किया है।


Body:वीओ- बच्चों में छुपी प्रतिभाओं को बाहर लाने और उन्हें बचपन जीने की सीख देने के लिए खटीमा में आयोजित बाल लेखन व व्याख्यान कार्यशाला बच्चों ने लेखन, व्याख्यान, कविता, कहानी सहित रचनात्मक कौशल के विभिन्न कार्यों को इन पांच दिनों में सीखा। कार्यशाला के अंतिम दिन बच्चों के स्वयं के प्रयास से लिखी गई किताबों का भी विमोचन किया गया। साथ ही पांच दिवसीय कार्यशाला में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले बच्चों को पुरस्कृत भी किया गया। वही बाल कार्यशाला में शामिल बच्चों ने पांच दिनों में रचनात्मक कौशल के विभिन्न कार्यक्रमों को इस कार्यशाला से सीखने की बात कही।
वही कार्यक्रम के आयोजक व आयोजन समिति के सचिव शिक्षक नरेंद्र रौतेला ने बताया कि इस कार्यशाला को लगभग 13 सालों से खटीमा में उत्तराखंड बाल विज्ञान संस्थान, ज्ञान विज्ञान समिति व बाल प्रहरी पत्रिका अल्मोड़ा द्वारा आयोजित किया जा रहा है। बच्चों ने इन पांच दिनों में खेल - खेल में बहुत से रचनात्मक कार्यक्रमो में शामिल हो महत्वपूर्ण चीजों को सीखा है। जिससे बच्चों के अंदर जागृति व ऊर्जा का संचार हुआ है ।जो उनके भविष्य में उनको आगे ले जाने में महत्वपूर्ण साबित होगा।

बाइट- नरेंद्र रौतेला कार्यक्रम आयोजक


Conclusion:
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