काशीपुरः गणेश महोत्सव का समापन हो गया है. काशीपुर में भी नम आंखों से भगवान गणेश का विसर्जन (Ganesh idol Immersion) किया है. साथ ही अनंत चतुर्दशी के मौके पर शहर में भव्य शोभायात्रा निकाली गई. श्रद्धालुओं के मुताबिक, बदलते मौसम में स्वास्थ्य की दृष्टि से मां चामुंडा देवी को प्रसन्न करने के लिए शोभायात्रा निकाली जाती है.
बता दें कि काशीपुर में गंगेबाबा मंदिर में बीते 10 दिनों से चल रहे गणेश महोत्सव का समापन हो गया है. इस मौके पर बीजेपी नेता दीपक बाली (BJP leader Deepak Bali) ने जोत प्रज्ज्वलन कर मां मनसा देवी मंदिर के पास भजन संध्या का शुभारंभ किया. इस दौरान भजन गायक श्रवण मस्ताना, नामदेव सिस्टर और शुभम तिलक धारी ने अपनी मधुर आवाज में भजन प्रस्तुत किए. जिसे सुन श्रद्धालु मंत्र मुग्ध हो गए. झांकियों की स्तुति और आरती के बाद प्रसाद वितरित किया गया.
अनंत चतुर्दशी पर निकाली गई भव्य शोभायात्राः अनंत चतुर्दशी पर काशीपुर में दो शोभायात्राओं का आयोजन किया गया. जिसमें मां चामुंडा देवी की 66वीं शोभायात्रा (Chamunda Devi Shobha Yatra) और रामलीला ध्वज शोभायात्रा (Ramlila Dhwaj Shobha Yatra) निकाली गई. मोहल्ला लाहौरियान स्थित श्री गीता भवन में हवन होने के बाद यहां से चामुंडा देवी की ढोल नगाड़ों के साथ शोभायात्रा निकली. इसमें मां चामुंडा देवी की अखंड ज्योति का डोला था. शोभायात्रा में मां के भक्त जमकर झूमे.
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आयोजकों के मुताबिक, शोभायात्रा पिछले 65 सालों से अनंत चतुदर्शी के दिन निकाली जाती रही है. पहले इसे बैंगन वाले बाबा निकाला करते थे. उनके निधन के बाद भक्तों ने इस शोभायात्रा को वृहद रूप दे दिया. जैसे जैसे शोभायात्रा आगे बढ़ती गई, श्रद्धालु शोभायात्रा से जुड़ते गए. चामुंडा देवी की शोभायात्रा (Procession of Chamunda Devi) वापस मंदिर पहुंचकर समाप्त हुई.
वहीं, दूसरी ओर श्री रामलीला मैदान से पायते वाली रामलीला की झंडा जुलूस ध्वज शोभायात्रा का भी आयोजन किया गया. जिसमें भगवान गणेश, मां सरस्वती, राधा कृष्ण, राम लक्ष्मण और हनुमानजी की झांकी आकर्षण का केंद्र रहे. श्री रामलीला कमेटी के प्रबंधक महेश अग्रवाल के मुताबिक, चूंकि किसी भी तरह का शुभ कार्य पितृ पक्ष के श्राद्ध के दौरान नहीं किया जाता है. रामलीला का मंचन मध्य श्राद्धों में किया जाता है. इसलिए अनंत चतुर्दशी के दिन झंडा शोभायात्रा के साथ एक तरह से इसका आगाज करवा दिया जाता है.