बाजपुर: प्रदेश में त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव का बिगुल बजते ही तहसीलों में एजेंटों का जमावड़ा लगना शुरू हो गया है. पंचायत चुनाव के चलते एजेंट तहसील परिसर में बैठकर चांदी काट रहे हैं. जिसकी जानकारी अधिकारियों के पास होने के बाद भी कार्रवाई होती दिखाई नहीं दे रही है. जिसके चलते क्षेत्र की जनता को अधिक पैसे देकर काम करवाना पड़ रहा है.
ताजा मामला बाजपुर तहसील का है, जहां रामपाल पंचायत चुनाव में अपनी दावेदारी के लिए जाति प्रमाण पत्र बनवाने के लिए तहसील कार्यालय पहुंचे. इस पर तहसील में मौजूद एक एजेंट ने 500 रुपये का काम जल्दी कराने के लिए 2000 रुपये मांग लिए. जिसके बाद रामपाल को फर्जी जाति प्रमाणपत्र बनाकर एजेंट ने दे दिया. जिसकी जानकारी मिलने के बाद रामपाल ने मामले की जानकारी तहसीलदार को दी.
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मामले की जानकारी मिलते ही तहसीलदार ने प्रमाण पत्रों की जांच की. जांच में प्रमाणपत्र पर फर्जी हस्ताक्षर होना पाया गया. जिसके बाद तहसीलदार ने कार्रवाई करते हुए आरोपी के खिलाफ कार्रवाई की बात कही है.