रामनगरः उत्तराखंड हज कमेटी द्वारा हज पर जाने वाले हाजियों के लिए ट्रेनिंग और टीकाकरण कैंप का आयोजन किया गया. जिसमें लगभग दो दर्जन हाजियों ने शिरकत की और हज के अरकानओं को पूरा करने के लिए ट्रेनिंग ली.
रामनगर से हज जाने वालों के लिए ट्रेनिंग और टीकाकरण कैंप लगाया गया जिसमें नगर और आसपास के क्षेत्रों के हाजियों ने शिरकत की. इस मौके पर स्थानीय विधायक के अलावा मुस्लिम उलेमाओं तथा हज कमेटी के प्रदेश अध्यक्ष ने भी भाग लिया.
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मुस्लिम समुदाय के लिए हज का महीना बड़ा ही मुबारक होता है. कहा जाता है कि जो लोग हज को जाते हैं बड़े खुशनसीब और किस्मत वाले होते हैं. हर मुस्लिम की तमन्ना होती है कि वह जिंदगी में एक बार हज को जरूर जाए. रामनगर के ग्राम पिछड़ी के शक्ति नगर क्षेत्र में उत्तराखंड हज कमेटी ने हज जाने वाले यात्रियों के लिए एक कैंप लगाया गया जिसमें हाजियों का टीकाकरण किया गया. हज करने के लिए क्या-क्या नियम कानून और अदबो-आदाब होते हैं उसके बारे में हज यात्रियों को जानकारी दी गई.
रामनगर क्षेत्र से लगभग दो दर्जन हज करने लोग जा रहे हैं. वहीं, इस बारे में प्रदेश हज कमेटी के अध्यक्ष शमीम आलम ने बताया कि पूरे उत्तराखंड से 1,640 लोग हज पर जा रहे हैं जिसमें से 81 हज यात्रियों ने हज पर जाने का कार्यक्रम किसी कारणवश स्थगित कर दिया है जबकि शासन ने 1,640 लोगों को हज पर जाने का प्रस्ताव दिया था. पूरे भारत में उत्तराखंड पहला ऐसा राज्य है जो प्रत्येक हाजी को दो लाख का बीमा करके दे रहा है. जिसका प्रीमियम हज कमेटी खुद बीमा कंपनी को अदा करेगी.
बता दें कि हज पर जाने वाले हाजी 45 दिन की हज यात्रा में मक्का मदीना के अलग-अलग स्थानों पर हज के अरकानो को पूरा करेंगे. इन 45 दिनों में हाजी अल्लाह की इबादत में मशगूल हो जाएंगे और मदीना में अल्लाह के रसूल हजरत मोहम्मद साहब के रोजे का दीदार कर के 45 दिन बाद वापसी करेंगे.