टिहरी: एक तरफ सरकार उत्तराखंड में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए सड़कों का जाल बिछा रही है. वहीं दूसरी तरफ पहाड़ी जिलों में गांव को मुख्य मार्गों और शहर से जोड़ने वाली सड़कों की हालत बद से बदतर होती जा रही है. अंधियारी गांव को शहर से जोड़ने वाला वैकल्पिक मार्ग भी भू-स्खलन की चपेट में आ गया है. जिस कारण यहां के लोगों का संपर्क शहर से पूरी तरह कट गया है.
पढ़ें- बाघों की संख्या बढ़ने से पीएम मोदी खुश, उत्तराखंड के चार अधिकारियों की पीठ थपथपाई
बता दें कि अंधियारी गांव में करीब 14 परिवार रहते हैं, जो शहर जाने के लिए सरोट-चापड़ा मोटर मार्ग का इस्तेमाल करते थे, लेकिन बीते साल जुलाई में इस मार्ग पर भूस्खलन हो गया है. जिसके बाद से ये मार्ग बंद पड़ा हुआ है. इसके बाद गांव तक जरूरी समान जैसे (रसोई गैस व खाद्यान्न सामाग्री) पहुंचाने के लिए प्रशासन ने एक वैकल्पिक रास्त तैयार किया था. इस रास्ते से ग्रामीण और स्कूली बच्चे शहर आ जा रहे थे, लेकिन इस बार की बारिश में ये मार्ग भी बंद हो गया.
पढ़ें- मुस्लिम समाज की 131 फीट तिरंगा कांवड़ बनी सांप्रदायिक सौहार्द की मिसाल, जवानों को समर्पित की यात्रा
ऐसे में ग्रामीणों के सामने एक बार फिर पहाड़ सी मुश्किल खड़ी हो गई है. मजबूरी में ग्रामीण और स्कूली बच्चे इसी रास्ते से जाने के मजबूर हैं. ग्रामीणों ने सरकार और प्रशासन से गुहार लगाई है कि वो उनकी समस्याओं का जल्द से जल्द निदान करे, ताकि किसी बढ़ी अनहोनी से बचा जा सके.