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गौरीकुंड से केदारनाथ तक पैदलमार्ग पर जमी बर्फ हटाने में जुटे मजदूर, मार्च अंत तक हो जाएगा काम पूरा

रुद्रप्रयाग में हुई बर्फबारी के बाद गौरीकुंड से केदारनाथ तक पैदलमार्ग पर बर्फ की मोटी परत जमी हुई है, जिसको हटाने के लिए 154 मजदूर काम में जुटे हुए हैं. बर्फ हटाते हुए यह टीम कुबेर गदेरे तक पहुंच गई है. ऐसे में अब महज 3 किलो मीटर तक और बर्फ हटाने का कार्य बाकी है. जिसे जल्द हटा लिया जाएगा.

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केदारनाथ पैदल मार्ग पर बर्फ हटाने में जुटे मजदूर
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Published : Mar 19, 2022, 4:43 PM IST

Updated : Mar 19, 2022, 6:18 PM IST

रुद्रप्रयाग: गौरीकुंड से केदारनाथ तक पैदलमार्ग पर जमी बर्फ हटाने का कार्य तेजी से किया जा रहा है. यहां जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (डीडीएमए) के मजदूर बर्फ हटाने में जुटे हुए हैं. वहीं, अब बर्फ साफ करते-करते टीम कुबेर गदेरे तक पहुंच गई है और अब सिर्फ तीन किमी पैदल मार्ग पर से बर्फ हटाने का कार्य ही शेष रह गया है. ऐसे में उम्मीद है कि मार्च के अंत तक केदारनाथ तक पैदलमार्ग से बर्फ साफ करने का काम पूरा हो जायेगा.

बता दें कि पिछले वर्ष नवंबर माह से अब तक कई बार केदारनाथ धाम सहित पैदल मार्ग पर बर्फबारी हो चुकी है. भारी बर्फबारी के कारण केदारनाथ धाम में पुनर्निर्माण कार्य पहले ही ठप हो चुके थे, जिसके बाद मजदूरों को वापस लौटना पड़ा. धाम में अभी सिर्फ कुछ साधु-संत ही मौजूद हैं.

वहीं, 6 मई को बाबा केदारनाथ के कपाट खुलने हैं. ऐसे में प्रशासन स्तर पर तैयारियां शुरू हो गई हैं. सबसे पहले प्रशासन के सामने गौरीकुंड से केदारनाथ तक 18 किमी पैदलमार्ग पर जमी बर्फ को साफ करने की चुनौती है. 3 मार्च से भीमबली से बर्फ हटाने का कार्य शुरू किया गया. बर्फ को हटाने के काम में 154 मजदूर जुटे हुए हैं, जो कुबेर गदेरे तक पहुंच गए हैं.

केदारनाथ पैदल मार्ग पर बर्फ हटाने में जुटे मजदूर

कुबेर गदेरे तक मजदूरों ने बर्फ हटाकर 5 फीट चैड़ा रास्ता तैयार कर दिया है. अब सिर्फ 3 किमी पैदल मार्ग ही शेष रह गया है, जहां से बर्फ साफ करने के बाद टीम केदारनाथ पहुंच जायेगी. पैदल मार्ग पर जमी बर्फ हटाने के बाद प्रशासन की टीम केदारनाथ पैदल मार्ग से धाम पहुंचेगी. टीम पैदल मार्ग के साथ ही केदारनाथ धाम में बर्फबारी से हुए नुकसान का निरीक्षण करेगी.

ये भी पढ़ें: पिरान कलियर में मनाया जा रहा जश्न-ए-ख्वाजा गरीब नवाज, सूफियों ने दिया मोहब्बत का पैगाम

बर्फबारी के कारण हर साल पैदल मार्ग के साथ ही धाम में भारी नुकसान होता है, जिनका निरीक्षण करने के बाद धाम में व्यवस्थाएं दुरूस्त की जाती हैं. ऐसे में प्रशासन की टीम पैदल मार्ग से धाम पहुंचकर नुकसान का जायजा लेगी और यात्रा कपाट खुलने से पहले व्यवस्थाओं को दुरूस्त किया जायेगा. जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी नंदन सिंह रजवार ने बताया कि डीडीएमए के मजदूर केदारनाथ पैदल मार्ग बर्फ साफ करने में लगे हुए हैं. समय-समय पर इस काम का निरीक्षण भी किया जा रहा है.

उन्होंने बताया कि पैदल मार्ग पर बड़े-बड़े ग्लेशियर बने हैं, जिन्हें तोड़ने का कार्य किया जा रहा है. ताकि यात्रा के समय तीर्थ यात्रियों को किसी प्रकार की समस्या से न जूझना पड़े. केदारनाथ पैदल मार्ग से बर्फ हटाने के लिए और मजदूरों की जरूरत पड़ने पर विभाग से कहा जायेगा. जिलाधिकारी मनुज गोयल ने बताया कि केदारनाथ पैदल मार्ग पर बर्फ साफ करने का कार्य तेजी से किया जा रहा है. अभी तक कुबेर गदेरे तक मार्ग से बर्फ को हटा दिया गया है. जबकि, अब शेष तीन किमी मार्ग पर बर्फ साफ करने का काम रह गया है.

उन्होंने कहा यह कार्य मार्च अंत तक पूरा कर लिया जायेगा. पैदल मार्ग से धाम पहुंचकर प्रशासन की टीम नुकसान का जायजा लेगी. साथ ही धाम में बंद पड़े पुनर्निर्माण कार्यों को भी पुनः शुरू करवाने के निर्देश दिये जायेंगे.

रुद्रप्रयाग: गौरीकुंड से केदारनाथ तक पैदलमार्ग पर जमी बर्फ हटाने का कार्य तेजी से किया जा रहा है. यहां जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (डीडीएमए) के मजदूर बर्फ हटाने में जुटे हुए हैं. वहीं, अब बर्फ साफ करते-करते टीम कुबेर गदेरे तक पहुंच गई है और अब सिर्फ तीन किमी पैदल मार्ग पर से बर्फ हटाने का कार्य ही शेष रह गया है. ऐसे में उम्मीद है कि मार्च के अंत तक केदारनाथ तक पैदलमार्ग से बर्फ साफ करने का काम पूरा हो जायेगा.

बता दें कि पिछले वर्ष नवंबर माह से अब तक कई बार केदारनाथ धाम सहित पैदल मार्ग पर बर्फबारी हो चुकी है. भारी बर्फबारी के कारण केदारनाथ धाम में पुनर्निर्माण कार्य पहले ही ठप हो चुके थे, जिसके बाद मजदूरों को वापस लौटना पड़ा. धाम में अभी सिर्फ कुछ साधु-संत ही मौजूद हैं.

वहीं, 6 मई को बाबा केदारनाथ के कपाट खुलने हैं. ऐसे में प्रशासन स्तर पर तैयारियां शुरू हो गई हैं. सबसे पहले प्रशासन के सामने गौरीकुंड से केदारनाथ तक 18 किमी पैदलमार्ग पर जमी बर्फ को साफ करने की चुनौती है. 3 मार्च से भीमबली से बर्फ हटाने का कार्य शुरू किया गया. बर्फ को हटाने के काम में 154 मजदूर जुटे हुए हैं, जो कुबेर गदेरे तक पहुंच गए हैं.

केदारनाथ पैदल मार्ग पर बर्फ हटाने में जुटे मजदूर

कुबेर गदेरे तक मजदूरों ने बर्फ हटाकर 5 फीट चैड़ा रास्ता तैयार कर दिया है. अब सिर्फ 3 किमी पैदल मार्ग ही शेष रह गया है, जहां से बर्फ साफ करने के बाद टीम केदारनाथ पहुंच जायेगी. पैदल मार्ग पर जमी बर्फ हटाने के बाद प्रशासन की टीम केदारनाथ पैदल मार्ग से धाम पहुंचेगी. टीम पैदल मार्ग के साथ ही केदारनाथ धाम में बर्फबारी से हुए नुकसान का निरीक्षण करेगी.

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बर्फबारी के कारण हर साल पैदल मार्ग के साथ ही धाम में भारी नुकसान होता है, जिनका निरीक्षण करने के बाद धाम में व्यवस्थाएं दुरूस्त की जाती हैं. ऐसे में प्रशासन की टीम पैदल मार्ग से धाम पहुंचकर नुकसान का जायजा लेगी और यात्रा कपाट खुलने से पहले व्यवस्थाओं को दुरूस्त किया जायेगा. जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी नंदन सिंह रजवार ने बताया कि डीडीएमए के मजदूर केदारनाथ पैदल मार्ग बर्फ साफ करने में लगे हुए हैं. समय-समय पर इस काम का निरीक्षण भी किया जा रहा है.

उन्होंने बताया कि पैदल मार्ग पर बड़े-बड़े ग्लेशियर बने हैं, जिन्हें तोड़ने का कार्य किया जा रहा है. ताकि यात्रा के समय तीर्थ यात्रियों को किसी प्रकार की समस्या से न जूझना पड़े. केदारनाथ पैदल मार्ग से बर्फ हटाने के लिए और मजदूरों की जरूरत पड़ने पर विभाग से कहा जायेगा. जिलाधिकारी मनुज गोयल ने बताया कि केदारनाथ पैदल मार्ग पर बर्फ साफ करने का कार्य तेजी से किया जा रहा है. अभी तक कुबेर गदेरे तक मार्ग से बर्फ को हटा दिया गया है. जबकि, अब शेष तीन किमी मार्ग पर बर्फ साफ करने का काम रह गया है.

उन्होंने कहा यह कार्य मार्च अंत तक पूरा कर लिया जायेगा. पैदल मार्ग से धाम पहुंचकर प्रशासन की टीम नुकसान का जायजा लेगी. साथ ही धाम में बंद पड़े पुनर्निर्माण कार्यों को भी पुनः शुरू करवाने के निर्देश दिये जायेंगे.

Last Updated : Mar 19, 2022, 6:18 PM IST

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