रुद्रप्रयाग: चारधाम यात्रा बंद होने से केदारघाटी के व्यापारियों के सामने रोजी-रोटी का संकट खड़ा हो गया है. व्यापारियों को अब अपने परिवार के भरण-पोषण की चिंता सताने लगी है. साथ ही वाहन, होटल, लाॅज, ढाबा बनाने को लेकर बैंकों से लिए गया ऋण भी चुकाना मुश्किल हो रहा है. ऐस में चारधाम यात्रा शुरू नहीं करने को लेकर व्यापारियों ने केदारनाथ यात्रा के मुख्य पड़ाव सीतापुर से सोनप्रयाग तक विरोध प्रदर्शन करते हुए सरकार के खिलाफ जमकर नारे लगाए. साथ ही जल्द से जल्द यात्रा को शुरू करने की मांग की. व्यापारियों ने उप जिलाधिकारी के माध्यम से मुख्यमंत्री को ज्ञापन भी भेजा है.
बता दें कि, दो साल से कोरोना महामारी के कारण चारधाम यात्रा प्रभावित हो रही है. सरकार की ओर से हाईकोर्ट से यात्रा खोलने को लेकर पैरवी तो की जा रही है, लेकिन हाईकोर्ट से बार-बार यात्रा स्थगित रखे जाने के निर्देश प्राप्त हो रहे हैं. ऐसे में चारधाम यात्रा से जुड़े व्यापारियों में खासा आक्रोश बना हुआ है. केदारघाटी के 80 प्रतिशत लोगों की रोजी-रोटी केदारनाथ यात्रा पर निर्भर हैं.
यात्रा से घोड़ा-खच्चर, डंडी-कंडी, होटल, ढाबा, लाॅज व्यापारी निर्भर रहत हैं और यात्रा के बंद होने से इन लोगों के सामने रोजगार का संकट बना हुआ है. आक्रोशित व्यापारियों ने शुक्रवार को केदारधाम होटल ऑनर्स एसोसिएशन के बैनर तले केदारघाटी के सीतापुर से सोनप्रयाग तक यात्रा निकालकर सरकार के खिलाफ जोरदार प्रदर्शन किया और जल्द से जल्द यात्रा को शुरू करने की मांग की.
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व्यापारियों ने कहा कि जिस तरह से नैनीताल, मसूरी और हरिद्वार जैसे धाार्मिक एवं पर्यटक स्थल खुले हुए हैं. उसी प्रकार कोविड गाइडलाइन का प्रयोग करते हुए चारधाम यात्रा को भी खोला जाना चाहिए. कोविड के कारण होटल व्यवसाय एवं छोटे व्यापार करने वाले लोगों की कमर टूट गयी है. बैंक लोन को चुकाना मुश्किल हो रहा है. साथ ही वाहनों की किश्त भी नहीं भरी जा रही है. बैंकों से लगातार व्यापारियों और वाहन स्वामियों को नोटिस दिए जा रहे हैं. ऐसे में जरूरी है कि बिजली और पानी के बिल माफ किया जाएं. साथ ही बैंक लोन में छूट प्रदान की जाय, जिससे लोग कुछ हद तक परेशान न रहें.
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उन्होंने कहा कि बैंक ऋण में मोरेटोरियम लगाया जाए और ब्याज माफ किया जाए. सात ही चारधाम यात्रा पर आश्रित प्रत्येक व्यापारी को राहत पैकेज दिया जाए. उन्होंने उप जिलाधिकारी के माध्यम से मुख्यमंत्री को भेजे ज्ञापन में जल्द से जल्द यात्रा को खोलने की मांग की है.