कोटद्वार/मसूरी/रुद्रप्रयाग: प्रदेश के मैदानी और पहाड़ी क्षेत्रों में बीते सोमवार से हो रही बारिश और बर्फबारी के चलते ठंड का प्रकोप भी बढ़ गया है. जिसके चलते लोग घरों में कैद होने को मजबूर हैं. इसी क्रम में कोटद्वार, मसूरी और रुद्रप्रयाग में भी बीते 24 घंटे से लगातार बारिश और बर्फबारी के चलते जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है. वहीं, मौसम विभाग ने अगले 24 घंटों में भारी बारिश और बर्फबारी की संभावना जताई है.
प्रदेश भर के ऊंचाई वाले इलाकों में लगातार हो रही बर्फबारी से पूरे प्रदेश में ठंड का प्रकोप बढ़ गया है. ऐसे में स्थानीय लोगों के साथ-साथ पर्यटकों की भी परेशानियां बढ़ गई हैं. लोग अलाव का सहारे ठंड से बचते नजर आ रहे हैं. जबकि, पर्यटक होटलों के कमरों में ही कैद हैं. शाम होते ही तापमान माइनस 2 डिग्री के करीब पहुंच गया है.
धनौल्टी होटल यूनियन के अध्यक्ष यशपाल बेलवाल ने बताया कि अगर ज्यादा बर्फबारी होती है तो धनौल्टी आने-जाने वाले मार्ग बंद हो जाएंगे. जिसका सीधा असर पर्यटन व्यवसाय पर पड़ेगा.
वहीं, मसूरी और धनौल्टी के किसानों का कहना है कि इस साल लगातार हो रही बर्फबारी खेती के लिए बहुत ही फायदेमंद रहेगी. आने वाले समय में सेब सहित कई अन्य फसलें अच्छी होने की उम्मीद है.
रुद्रप्रयाग जनपद के उच्च हिमालयी क्षेत्रों केदारनाथ, द्वितीय केदारनाथ, तुंगनाथ में भी भारी बर्फबारी जारी है. वहीं, निचले क्षेत्र जैसे चोपता, शिव पार्वती विवाह स्थल त्रियुगीनारायण, केदारनाथ यात्रा पड़ाव सोनप्रयाग, गौरीकुण्ड, पर्यटक गांव सारी, बधाणीताल सहित अन्य क्षेत्रों में रुक रुककर बर्फबारीहो रही है. बर्फबारी के बाद ऊखीमठ-चोपता, सोनप्रयाग-त्रियुगीनारायण, घिमतोली-मोहनखाल आदि मोटरमार्गों पर आवाजाही ठप हो गई है. जिसके चलते ग्रामीण घरों में ही कैद हो गए हैं. वहीं, मिनी स्विजरलैंड के नाम से प्रसिद्ध पर्यटक स्थल चोपता में मोटरमार्ग बंद होने से पर्यटक वहां नहीं पहुंच पा रहे हैं.
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बता दें कि मौसम विभाग ने अगले 24 घंटों में प्रदेश भर के ऊंचाई वाले इलाकों में ओलावृष्टि और निचले इलाकों में बारिश का अंदेशा जताया है. मौसम विभाग की चेतावनी के बाद जिला प्रशासन ने अलर्ट जारी करते हुए पुलिस, स्थानीय प्रशासन और लोक निर्माण विभाग को सतर्क रहने के निर्देश दिए गए हैं. साथ ही स्थानीय लोगों और पर्यटकों से बर्फबारी के दौरान ऊंचाई वाले क्षेत्रों में ना जाने की चेतावनी दी है.