रुद्रप्रयाग: हिमालयी क्षेत्रों में हो रही बर्फबारी के कारण इस बार पहाड़ों में ठंड ने समय से पहले ही दस्तक दे दी है. यहां अक्टूबर महीने में ही लोगों ने गर्म कपडों का सहारा लेना पड़ रहा है. अगर केदारनाथ धाम की बात करें तो केदारनाथ धाम की पहाडियों पर जमकर बर्फबारी हुई है, जबकि केदारनाथ धाम क्षेत्र में लगातार बारिश (Rain in Kedarnath Dham) हो रही है. बारिश और बर्फबारी के कारण ठंड बढ़ गई है.
ठंड पर भारी आस्था: ठंड और बारिश के बावजूद भी भक्त बाबा के दर्शन के लिए लाइन में खड़े हो रखे हैं. अभी भी 15 दिन की यात्रा शेष बची हुई है. ऐसे में ठंड के कारण धाम में दिक्कतें बढ़ना शुरू हो गयी हैं.
हेमकुंड साहिब में बर्फबारी: सिखों के पवित्र तीर्थ स्थल हेमकुंड साहिब में बर्फ की सफेद चादर बिछ गई है. हेमकुंड में बीते दो दिनों से लगातार बर्फबारी (Hemkund Sahib Snowfall) हो रही है. अभी तक 2 फीट तक बर्फ जम चुकी है. बर्फबारी को देखते हुए हेमकुंड जाने वाले बच्चों और बुजुर्ग तीर्थयात्रियों को फिलहाल गुरुद्वारा प्रबंधन की ओर से गोविंदघाट और घांघरिया में ही रोक दिया गया है. गुरुद्वारा प्रबंधन की ओर से कुछ ही तीर्थयात्रियों को आज हेमकुंड साहिब जाने की अनुमति दी गई.
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कल बंद होंगे कपाट: हेमकुंड साहिब के कपाट शीतकाल के लिए 10 अक्टूबर यानी कल बंद कर दिए जाएंगे. बर्फबारी के चलते हेमकुंड साहिब में कड़ाके की ठंड पड़ रही है, लेकिन इसके बावजूद शनिवार को 455 श्रद्धालुओं ने हेम सरोवर में डुबकी लगाकर गुरुद्वारा श्रीहेमकुंड साहिब (Gurudwara Shri Hemkund Sahib) में मत्था टेका. अभी तक दो 2 लाख 21 हजार श्रद्धालु हेमकुंड साहिब पहुंच कर मत्था टेक चुके हैं.
मौसम विभाग का ऑरेंज और येलो अलर्ट: उत्तराखंड मौसम विभाग (Uttarakhand Meteorological Department) के मुताबिक, आज खासकर कुमाऊं मंडल के जिलों में कहीं-कहीं भारी से भारी बारिश होने की संभावना है. इसके अलावा आकाशीय बिजली चमकने की आशंका है. जिसे देखते हुए मौसम विभाग ने ऑरेंज और येलो अलर्ट जारी किया है. लिहाजा, आज विशेष सावधानी बरतने की आवश्यकता है. बारिश से नाले और नदियों का जलस्तर बढ़ सकता है. ऐसे में नदी-नालों से दूर रहें.