रुद्रप्रयाग: केदारनाथ तीर्थ पुरोहितों के विरोध के बाद भी जिला प्रशासन की ओर से केदार यात्रा को शुरू करवाया जा रहा है. जिसके अंतर्गत जनपद के श्रद्धालु भगवान केदारनाथ के दरबार में तो पहुंच सकेंगे, लेकिन उन्हें गर्भगृह के दर्शन नहीं हो पाएंगे. इसके अलावा जिला प्रशासन की ओर से जारी पत्र में नौ शर्तें रखी गई है. जिसका स्थानीय लोगों को पालन करना होगा.
केदारनाथ धाम में आवागमन अब केवल जनपद निवासियों के लिए ही मान्य होगा. बाहरी राज्यों सहित कंटेनमेंट जोन से आने वाले लोगों को यहां आने की अनुमति नहीं होगी. वहीं जनपद स्तर पर भी बिना पास के ऊखीमठ, गुप्तकाशी, सोनप्रयाग और केदारनाथ क्षेत्र में आवागमन संभव नहीं हो पाएगा. इस बावत डीएम वंदना सिंह चौहान ने उपजिलाधिकारी ऊखीमठ को निर्देश दिए हैं. चारधाम देवस्थानम बोर्ड की केदारनाथ यात्रा को लेकर डीएम वंदना सिंह ने कहा है कि इन क्षेत्रों में बिना पास के आवागमन नहीं होगा.
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उन्होंने कहा कि इस अवधि में मंदिर परिसर में प्रवेश सहित गर्भगृह में दर्शन करने की अनुमति नहीं होगी. उन्होंने मंदिर समिति के कार्याधिकारी को श्रद्धालुओं के लिए उचित संकेत चिह्न के माध्यम से दर्शन कराने के आदेश दिए. इसके अलावा सोनप्रयाग में तहसीलदार सहित पुलिस और स्वास्थ्य विभाग के कर्मियों की तैनाती के आदेश देते हुए पास धारकों की स्क्रीनिंग कर अभिलेख रखने के निर्देश दिए.
उन्होंने कहा कि यात्रा पूर्व तैयारियों को सुनिश्चित करने के लिए अधिकारी-कर्मचारियों सहित सभी श्रमिक, वाहन चालक, तीर्थ पुरोहित और आवासीय भवन स्वामी इत्यादि को आवागमन के संबंध में पास जारी करने के आदेश दिए गए हैं, जो आगामी 30 जून तक के लिए मान्य होगा.