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बिना ई-पास के नहीं कर पाएंगे बाबा केदार के दर्शन, अब तक 719 यात्रियों को भेजा गया वापस

केदारनाथ यात्रा के लिए तीर्थ यात्री बिना ई-पास लिए आ रहे हैं. ऐसे यात्रियों को बैरंग वापस लौटाया जा रहा है. अभी तक बिना ई-पास के 719 यात्रियों को वापस लौटाया जा चुका है.

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Published : Sep 23, 2021, 5:46 PM IST

Updated : Sep 23, 2021, 6:47 PM IST

रुद्रप्रयागः केदारनाथ धाम के दर्शन के लिए आने वाले यात्रियों को बिना ई-पास के आगे जाने की इजाजत नहीं दी जा रही है. बिना ई-पास के दर्शन के लिए आने वाले यात्रियों को पुलिस प्रशासन बैरंग वापस भेज रहा है. अभी तक बिना ई-पास के 719 तीर्थ यात्रियों को वापस लौटाया गया है.

चारधाम यात्रा पर उत्तराखंड हाईकोर्ट द्वारा रोक हटाए जाने के बाद 18 सितंबर से चारधाम यात्रा शुरू हो गई है. उत्तराखंड सरकार द्वारा जारी एसओपी और देवस्थानम बोर्ड द्वारा निर्धारित ई-पास के अनरूप ही केदारनाथ यात्रा का संचालन किया जा रहा है. केदारनाथ धाम की यात्रा के लिए एक दिन में अधिकतम 800 श्रद्वालुओं को ही दर्शन करने की अनुमति है. बिना ई-पास के ही केदारनाथ धाम आ रहे यात्रियों को रुद्रप्रयाग पुलिस द्वारा वापस लौटाया जा रहा है.

बिना ई-पास के नहीं कर पाएंगे बाबा केदार के दर्शन

अब तक रुद्रप्रयाग पुलिस द्वारा बिना ई-पास के 684 और फर्जी ई-पास के 35 यानि कुल 719 यात्रियों को वापस लौटाया गया है. फर्जी ई-पास वाले यात्रियों पर जुर्माना भी लगाया गया है. वहीं, कई यात्रियों को अभी तक ई-पास की कोई खास जानकारी भी नहीं है. जबकि कई यात्री ई-पास को सही तरीके से नहीं भर पा रहे हैं. केदारनाथ धाम के दर्शन न करने पर यात्रियों में काफी निराशा है.

ये भी पढ़ेंः PM मोदी के सलाहकार भास्कर खुल्बे ने लिया केदारधाम का जायजा, खराब मौसम ने रोका बदरीनाथ दौरा

वहीं, यात्रियों का कहना है कि वह दर्शन करने के लिए आ रहे हैं, लेकिन ई-पास न होने के कारण उन्हें वापस लौटाया जा रहा है. उनके पास कोरोना की निगेटिव रिपोर्ट के साथ ही दो वैक्सीन लगाने का सर्टिफिकेट भी है. लेकिन फिर भी उन्हें दर्शन करने के लिए नहीं भेजा जा रहा है.

रुद्रप्रयाग पुलिस अधीक्षक आयुष अग्रवाल ने लोगों से अपील की है कि उत्तराखंड सरकार द्वारा जारी निर्धारित एसओपी और देवस्थानम बोर्ड द्वारा निर्धारित किए गए ई-पास के अनुरूप ही यात्री केदारनाथ धाम की यात्रा पर आएं. हाईकोर्ट के आदेश के बाद एक दिन में 800 ई-पास जारी हो रहे हैं. जिन यात्रियों के पास ई-पास नहीं हैं, उन्हें वापस लौटाया जा रहा है.

ये भी पढ़ेंः चारधाम यात्रा 2021: केदारनगरी हुई गुलजार, अब तक इतने यात्रियों ने किए दर्शन

ऐसे करें रजिस्ट्रेशन: केदारनाथ धाम में प्रतिदिन 800 श्रद्धालु, बदरीनाथ धाम में 1000, गंगोत्री में 600, यमनोत्री धाम में 400 श्रद्धालुओं को जाने की अनुमति दी की गई है. चारधाम यात्रा पर बाहरी राज्यों से उत्तराखंड आने वाले श्रद्धालुओं के लिए देहरादून स्मार्ट सिटी पोर्टल http://smartcitydehradun.uk.gov.in पर रजिस्ट्रेशन अनिवार्य है.

वहीं, ई-पास के लिए देवस्थानम बोर्ड की वेबसाइट www.devasthanam.uk.gov.in या http://badrinah-Kedarnath.uk.gov.in प्रत्येक श्रद्धालु को कोविड निगेटिव रिपोर्ट अथवा दोनों डोज वैक्सीनेशन का सर्टिफिकेट जमा करना है. उत्तराखंड के लोगों को स्मार्ट सिटी पोर्टल में पंजीकरण की आवश्यकता नहीं है.

रुद्रप्रयागः केदारनाथ धाम के दर्शन के लिए आने वाले यात्रियों को बिना ई-पास के आगे जाने की इजाजत नहीं दी जा रही है. बिना ई-पास के दर्शन के लिए आने वाले यात्रियों को पुलिस प्रशासन बैरंग वापस भेज रहा है. अभी तक बिना ई-पास के 719 तीर्थ यात्रियों को वापस लौटाया गया है.

चारधाम यात्रा पर उत्तराखंड हाईकोर्ट द्वारा रोक हटाए जाने के बाद 18 सितंबर से चारधाम यात्रा शुरू हो गई है. उत्तराखंड सरकार द्वारा जारी एसओपी और देवस्थानम बोर्ड द्वारा निर्धारित ई-पास के अनरूप ही केदारनाथ यात्रा का संचालन किया जा रहा है. केदारनाथ धाम की यात्रा के लिए एक दिन में अधिकतम 800 श्रद्वालुओं को ही दर्शन करने की अनुमति है. बिना ई-पास के ही केदारनाथ धाम आ रहे यात्रियों को रुद्रप्रयाग पुलिस द्वारा वापस लौटाया जा रहा है.

बिना ई-पास के नहीं कर पाएंगे बाबा केदार के दर्शन

अब तक रुद्रप्रयाग पुलिस द्वारा बिना ई-पास के 684 और फर्जी ई-पास के 35 यानि कुल 719 यात्रियों को वापस लौटाया गया है. फर्जी ई-पास वाले यात्रियों पर जुर्माना भी लगाया गया है. वहीं, कई यात्रियों को अभी तक ई-पास की कोई खास जानकारी भी नहीं है. जबकि कई यात्री ई-पास को सही तरीके से नहीं भर पा रहे हैं. केदारनाथ धाम के दर्शन न करने पर यात्रियों में काफी निराशा है.

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वहीं, यात्रियों का कहना है कि वह दर्शन करने के लिए आ रहे हैं, लेकिन ई-पास न होने के कारण उन्हें वापस लौटाया जा रहा है. उनके पास कोरोना की निगेटिव रिपोर्ट के साथ ही दो वैक्सीन लगाने का सर्टिफिकेट भी है. लेकिन फिर भी उन्हें दर्शन करने के लिए नहीं भेजा जा रहा है.

रुद्रप्रयाग पुलिस अधीक्षक आयुष अग्रवाल ने लोगों से अपील की है कि उत्तराखंड सरकार द्वारा जारी निर्धारित एसओपी और देवस्थानम बोर्ड द्वारा निर्धारित किए गए ई-पास के अनुरूप ही यात्री केदारनाथ धाम की यात्रा पर आएं. हाईकोर्ट के आदेश के बाद एक दिन में 800 ई-पास जारी हो रहे हैं. जिन यात्रियों के पास ई-पास नहीं हैं, उन्हें वापस लौटाया जा रहा है.

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ऐसे करें रजिस्ट्रेशन: केदारनाथ धाम में प्रतिदिन 800 श्रद्धालु, बदरीनाथ धाम में 1000, गंगोत्री में 600, यमनोत्री धाम में 400 श्रद्धालुओं को जाने की अनुमति दी की गई है. चारधाम यात्रा पर बाहरी राज्यों से उत्तराखंड आने वाले श्रद्धालुओं के लिए देहरादून स्मार्ट सिटी पोर्टल http://smartcitydehradun.uk.gov.in पर रजिस्ट्रेशन अनिवार्य है.

वहीं, ई-पास के लिए देवस्थानम बोर्ड की वेबसाइट www.devasthanam.uk.gov.in या http://badrinah-Kedarnath.uk.gov.in प्रत्येक श्रद्धालु को कोविड निगेटिव रिपोर्ट अथवा दोनों डोज वैक्सीनेशन का सर्टिफिकेट जमा करना है. उत्तराखंड के लोगों को स्मार्ट सिटी पोर्टल में पंजीकरण की आवश्यकता नहीं है.

Last Updated : Sep 23, 2021, 6:47 PM IST
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