रुद्रप्रयाग: पंच केदारों में तृतीय केदार के नाम से विख्यात भगवान तुंगनाथ की दिवारा यात्रा के शीतकालीन गद्दी स्थल मार्केण्य तीर्थ मक्कूमठ पहुंची. भगवान तुंगनाथ की द्वितीय चरण की उत्तर दिवारा यात्रा संपन्न हो गई है. दिवारा यात्रा के मक्कूमठ पहुंचने पर सैकड़ों श्रद्धालुओं ने भगवान तुंगनाथ के दर्शन कर सुख-समृद्धि की कामना की.
करीब दो माह तक चली दिवारा यात्रा ने तुंगनाथ घाटी, ऊखीमठ, मदमहेश्वर घाटी, कालीमठ घाटी व गुप्तकाशी क्षेत्र के विभिन्न गांवों का भ्रमण कर श्रद्धालुओं ने आशीर्वाद लिया. ग्राम पंचायत पल्द्वाणी क्षेत्र के दणधार तोक में आचार्य माहेश्वर प्रसाद मैठाणी, सुरेन्द्र प्रसाद मैठाणी, विनोद प्रसाद मैठाणी, अतुल मैठाणी, आशीष मैठाणी ने ब्रह्म बेला पर पंचाग पूजन के तहत तैतीस करोड़ देवी-देवताओं का आह्वान कर आरती की.
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इसके बाद भगवान तुंगनाथ की दिवारा यात्रा ने नगर भम्रण कर ग्रामीणों की कुशलक्षेम पूछी. इस मौके पर ग्रमीणों ने लाल-पीले वस्त्र अर्पित कर विश्व कल्याण की कामना की महिलाओं ने पौराणिक जागरों से भावुक क्षणों के साथ दिवारा यात्रा को विदा किया. साथ ही दिवारा यात्रा शीतकालीन गद्दी स्थल मक्कूमठ के लिए रवाना हुई. यहां पहुंचने पर द्वितीय चरण की दिवारा यात्रा संपन्न हुई.