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केदारनाथ: हेली सर्विस की टिकट हो रही है ब्लैक, जालसाजी का मुकदमा दर्ज

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Published : Jun 4, 2019, 11:48 AM IST

रुद्रप्रयाग एसपी अजय सिंह ने बताया कि पुलिस की ओर से इस प्रकार की तमाम गतिविधियों पर नजर रखी जा रही है, जो शिकायत आ रही है उनके खिलाफ कार्रवाई की जा रही है.

kedarnath heli service

रुद्रप्रयाग: केदारनाथ धाम के लिए संचालित हेलीकॉप्टर सेवा के टिकट ब्लैक, जालसाजी और यात्री के साथ अभद्र व्यवहार करने के आरोप में कार्रवाई की गई है. पुलिस ने हेली कंपनियों व ऑपरेटरों के खिलाफ अलग-अलग धाराओं में तीन मामले दर्ज किए है.

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पहला मामला
हरियाणा के गुरुग्राम की एक महिला तीर्थयात्री ने फाटा पुलिस चौकी में शिकायत की थी. महिला तीर्थयात्री का नाम स्वीकृति शर्मा है. पुलिस को दी अपनी शिकायत में स्वीकृति ने बताया कि उन्होंने केदारनाथ हेली सर्विस के लिए विवेक नाम के एक एजेंड से संपर्क किया था. एजेंड पर विश्वास करते हुए स्वीकृति ने उसके बताए गए खाते में 12,960 रुपए ट्रांसफर कर दिए गए थे. जिसके बाद एजेंट ने पवन हंस का एक टिकट स्वीकृति को उपलब्ध करा दिया था, लेकिन जिस दिन स्वीकृति ने केदारनाथ जाने के लिए हेलीपैड पर टिकट दिखाया तो हैली कंपनी के स्टाफ ने टिकट को अवैध बताया. इसके बाद स्वीकृति ने एजेंट विवेक सिंह और पवन हंस हेली कंपनी के खिलाफ धारा 420 आईपीसी के तहत मुकदमा पंजीकृत कराया.

दूसरा मामला
वैभव कुश नाम के एक तीर्थयात्री ने जीएमवीएन के माध्यम अपनी टिकट कन्फर्म करा ली थी. वैभव कुश को 12 बजे हेली सेवा देने की बात कही गई थी, लेकिन शाम 5 बजे तक इंतजार करने के बाद भी वैभव को केदारनाथ जाने के लिए हैलीकॉप्टर उपलब्ध नहीं कराया गया.

पढ़ें- नाबालिग दुष्कर्म मामला: खजानदास और तरुण विजय ने की पीड़िता से मुलाकात, बोले- होनी चाहिए फांसी

जब उन्होंने हेलीपैड पर पूछताछ की तो वहां मौजूद स्टाफ ने उनके साथ बदतमीजी की. जिसके बाद उन्होंने फाटा पुलिस चौकी में हैली कंपनी के स्टाफ के खिलाफ 420, 504 और 506 आईपीसी धारा में मुकदमा दर्ज कराया.

तीसरा मामला
एक ऐसा ही एक ओर मामला गुप्तकाशी में सामने आया है. गुप्तकाशी स्थित काउंटर के नोडल अधिकारी विजय गुप्ता ने थानाध्यक्ष गुप्तकाशी को लिखित तहरीर के माध्यम से बताया कि वर्तमान समय में निगम द्वारा केदारनाथ हेली यात्रा के लिए ऑफ लाइन और ऑनलाइन टिकट जारी किए जा रहे हैं. लेकिन रॉबिन नाम के एक ऑपरेटर ने भी निगम द्वारा जारी किए गए मूल टिकट की कॉपी करते 6 जून के लिए 16,000 रुपए का एक फर्जी टिकट जारी किया था. जब उस टिकट का क्यूआर स्कैन किया तो पता चला कि ये निगम पहले ही दूसरे यात्री को ये टिकट जारी कर चुका है. जिसकी धनराशि 9,396 रूपए है. इस मामले में निगम की और से गुप्तकाशी पुलिस को एक तहरीर दी गई है.

इस बारे में रुद्रप्रयाग एसपी अजय सिंह ने बताया कि पुलिस की ओर से इस प्रकार की तमाम गतिविधियों पर नजर रखी जा रही है, जो शिकायत आ रही है उनके खिलाफ कार्रवाई की जा रही है.

रुद्रप्रयाग: केदारनाथ धाम के लिए संचालित हेलीकॉप्टर सेवा के टिकट ब्लैक, जालसाजी और यात्री के साथ अभद्र व्यवहार करने के आरोप में कार्रवाई की गई है. पुलिस ने हेली कंपनियों व ऑपरेटरों के खिलाफ अलग-अलग धाराओं में तीन मामले दर्ज किए है.

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पहला मामला
हरियाणा के गुरुग्राम की एक महिला तीर्थयात्री ने फाटा पुलिस चौकी में शिकायत की थी. महिला तीर्थयात्री का नाम स्वीकृति शर्मा है. पुलिस को दी अपनी शिकायत में स्वीकृति ने बताया कि उन्होंने केदारनाथ हेली सर्विस के लिए विवेक नाम के एक एजेंड से संपर्क किया था. एजेंड पर विश्वास करते हुए स्वीकृति ने उसके बताए गए खाते में 12,960 रुपए ट्रांसफर कर दिए गए थे. जिसके बाद एजेंट ने पवन हंस का एक टिकट स्वीकृति को उपलब्ध करा दिया था, लेकिन जिस दिन स्वीकृति ने केदारनाथ जाने के लिए हेलीपैड पर टिकट दिखाया तो हैली कंपनी के स्टाफ ने टिकट को अवैध बताया. इसके बाद स्वीकृति ने एजेंट विवेक सिंह और पवन हंस हेली कंपनी के खिलाफ धारा 420 आईपीसी के तहत मुकदमा पंजीकृत कराया.

दूसरा मामला
वैभव कुश नाम के एक तीर्थयात्री ने जीएमवीएन के माध्यम अपनी टिकट कन्फर्म करा ली थी. वैभव कुश को 12 बजे हेली सेवा देने की बात कही गई थी, लेकिन शाम 5 बजे तक इंतजार करने के बाद भी वैभव को केदारनाथ जाने के लिए हैलीकॉप्टर उपलब्ध नहीं कराया गया.

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जब उन्होंने हेलीपैड पर पूछताछ की तो वहां मौजूद स्टाफ ने उनके साथ बदतमीजी की. जिसके बाद उन्होंने फाटा पुलिस चौकी में हैली कंपनी के स्टाफ के खिलाफ 420, 504 और 506 आईपीसी धारा में मुकदमा दर्ज कराया.

तीसरा मामला
एक ऐसा ही एक ओर मामला गुप्तकाशी में सामने आया है. गुप्तकाशी स्थित काउंटर के नोडल अधिकारी विजय गुप्ता ने थानाध्यक्ष गुप्तकाशी को लिखित तहरीर के माध्यम से बताया कि वर्तमान समय में निगम द्वारा केदारनाथ हेली यात्रा के लिए ऑफ लाइन और ऑनलाइन टिकट जारी किए जा रहे हैं. लेकिन रॉबिन नाम के एक ऑपरेटर ने भी निगम द्वारा जारी किए गए मूल टिकट की कॉपी करते 6 जून के लिए 16,000 रुपए का एक फर्जी टिकट जारी किया था. जब उस टिकट का क्यूआर स्कैन किया तो पता चला कि ये निगम पहले ही दूसरे यात्री को ये टिकट जारी कर चुका है. जिसकी धनराशि 9,396 रूपए है. इस मामले में निगम की और से गुप्तकाशी पुलिस को एक तहरीर दी गई है.

इस बारे में रुद्रप्रयाग एसपी अजय सिंह ने बताया कि पुलिस की ओर से इस प्रकार की तमाम गतिविधियों पर नजर रखी जा रही है, जो शिकायत आ रही है उनके खिलाफ कार्रवाई की जा रही है.

हेली टिकटों की ओवररेटिंग, जालसाजी एवं अभद्रता पर तीन मुकदमें दर्ज
तीर्थयात्रियों की बढ़ती संख्या का फायदा उठा रहे एजेंट
पवन हंस के विरूद्ध धारा 420 आईपीसी के तहत मुकदमा दर्ज
हेलीपैड कर्मचारियों पर गाली-गलौच का आरोप
रुद्रप्रयाग। हेली सेवा की टिकटों में ओवररेटिंग, जालसाजी एवं यात्री के साथ अभद्र व्यवहार करने पर हेली कंपनियों व आॅपरेटरों के खिलाफ पुलिस ने विभिन्न धाराओं में तीन मामले दर्ज किए है। केदारनाथ धाम यात्रा पर आई स्वीकृति शर्मा पुत्री स्वर्गीय कैलाश शर्मा निवासी गुड़गांव हरियाणा ने पुलिस चैकी फाटा को दिए लिखित शिकायत में बताया कि उन्होंने केदारनाथ यात्रा के लिए ऑनलाइन हेली सर्विस बुक करवाई थी, जिसमें विवेक सिंह से संपर्क होने पर बताया कि वह हेली सर्विस से कांटेक्ट रखते हैं। एजेंट पर विश्वास कर उसके बताए खाते पर 12,960 रुपये ट्रांसफर कर दिए गए, जिसके बाद एजेंट ने पवनहंस प्रालि का लोगो लगा टिकट उपलब्ध करा दिया, जिसे यात्री ने हेलीपैड पर दिखाया तो यात्री को संबंधित कंपनी के स्टाफ ने टिकट को अवैध बताया। यात्री की लिखित शिकायत पर एजेंट विवेक सिंह व पवन हंस के विरुद्ध धारा 420 आईपीसी के तहत मुकदमा पंजीकृत कर दिया है।
इसी प्रकार यात्री वैभव कुश ने बताया कि उन्होंने अपनी हेली टिकट जीएमवीएन के माध्यम से कन्फर्म करा ली थी, जिस पर इन्हे 12 बजे फ्लाइट देने के लिए बताया गया था, लेकिन 12 बजे से 5 बजे तक इंतजार करने पर भी इन्हें केदारनाथ जाने के लिए फ्लाइट नहीं दी गई। जब उन्होने हेलीपैड पर पूछताछ की तो इनके साथ हेलीपैड स्टाफ ने गाली-गलौज कर कई धमकियां भी दी। जिसके बाद पुलिस ने लिखित शिकायत के आधार पर फाटा चैकी में धारा 420, 504, 506 आईपीसी के तहत मुकदमा पंजीकृत किया गया। गुप्तकाशी स्थित काउण्टर के माध्यम से हेली टिकट को  चैक कराया गया तो पाया कि वास्तव में उक्त टिकट को फर्जी टिकट बनाकर बेचा गया है।
गुप्तकाशी स्थित काउण्टर के नोडल अधिकारी विजय गुप्ता ने थानाध्यक्ष गुप्तकाशी को लिखित तहरीर के माध्यम से बताया कि वर्तमान समय में निगम द्वारा केदारनाथ हेली यात्रा के लिए ऑफलाइन व ऑनलाइन टिकट जारी किए जा रहे हैं। किसी रॉबिन नाम के ऑपरेटर ने निगम द्वारा जारी किए गए मूल टिकट की कॉपी करते हुए रू 16000 का फर्जी टिकट बनाते हुए छः जून के लिए जारी किया गया है, जबकि उक्त टिकट को निगम द्वारा क्यूआर स्कैन किया गया तो पाया कि उक्त टिकट निगम पहले ही दूसरे यात्री को जारी किया जा चुका है, जिसकी धनराशि 9396 रूपए है। बताया कि किसी अज्ञात व्यक्ति द्वारा जान बूझकर निगम की छवि खराब करने व यात्रियों से धोखाधड़ी करने के उद्देश्य से फर्जी टिकट बनाया गया है। आवेदक की तहरीर के आधार पर थाना गुप्तकाशी में पुलिस द्वारा धारा 420 आईपीसी के तहत मुकदमा पंजीकृत कर आवश्यक कार्यवाही की जा रही है। एसपी अजय सिंह ने बताया कि पुलिस की ओर से इस प्रकार की तमाम गतिविधियों पर नजर रखी जा रही है शिकायत मिलने पर कड़ी कार्यवाही की जाएगी। 
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