रुद्रप्रयाग: रुद्रप्रयाग के नरकोटा के पास ऑल वेदर रोड के निर्माणाधीन पुल (rudraprayag narkota bridge under construction) की शटरिंग गिरने के मामले पर निर्माणाधीन कंपनी के प्रोजेक्ट मैनेजर और सहायक इंजीनियर को जेल भेज दिया गया था. वहीं अब इस मामले में सरकार ने एक सहायक अभियंता और एक कनिष्ठ अभियंता को निलंबित कर दिया. कार्यपालक अभियंता को फील्ड से हटाकर मुख्य अभियंता के कार्यालय से संबद्ध कर दिया गया.
बीते बुधवार को हुए हादसे में 3 मजदूरों की मौत हो गई थी और 7 घायल मजदूरों का इलाज चल रहा है. वहीं, मजदूरों के परिजनों की तहरीर पर प्रोजेक्ट मैनेजर और सहायक इंजीनियर के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया था, जिसके बाद निर्माणाधीन कंपनी के प्रोजेक्ट मैनेजर और सहायक इंजीनियर को जेल भेज दिया गया था. वहीं सरकार ने इस मामले को गंभीरता से लेते हुए एक सहायक अभियंता और एक कनिष्ठ अभियंता को निलंबित कर दिया. कार्यपालक अभियंता को फील्ड से हटाकर मुख्य अभियंता के कार्यालय से संबद्ध कर दिया गया.
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बता दें कि जिला मुख्यालय रुद्रप्रयाग से 7 किमी दूर नरकोटा में ऋषिकेश बदरीनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग पर ऑल वेदर रोड के तहत 65 करोड़ की लागत से डबल लेन मोटर पुल का निर्माण कार्य किया जा रहा है. बीते बुधवार सुबह लगभग 9 बजे मजदूर पुल पर कार्य कर रहे थे. इस दौरान मजदूरों के ऊपर लोहे की शटरिंग गिर गई और 10 मजदूर दब गए. 8 मजदूरों को शीघ्र निकालकर जिला चिकित्सालय पहुंचाया गया, जबकि दो मजदूर शटरिंग के नीचे फंसे रह गए.
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काफी मशक्कत के बाद कटर मशीन से शटरिंग को काटकर दोनों मजदूरों को बाहर निकाला गया, लेकिन तब तक दोनों मजदूरों की मौत हो चुकी थी. वहीं, जिला चिकित्सालय में गंभीर रूप से घायल दो मजदूरों को ऋषिकेश एम्स रेफर किया गया था. यहां भी उपचार के दौरान देर रात एक मजदूर दम तोड़ दिया. जबकि दूसरे मजदूर की हालत गंभीर बनी हुई है.