रुद्रप्रयागः उत्तराखंड में सैन्य धाम (Sainya Dham) बनाया जाना है. इसके लिए सभी जिलों से शहीदों के गांवों से मिट्टी लाकर सैन्य धाम पहुंचाई जा रही है. इसी कड़ी में रुद्रप्रयाग के अगस्त्यमुनि और ऊखीमठ ब्लॉक के 52 शहीदों के गांवों से भी मिट्टी लाई गई है. जिसे मंगलवार को कलश के माध्यम से अगस्त्यमुनि लाया गया. यहां सैनिक सम्मान और शहीद सम्मान यात्रा में आयोजित कार्यक्रम में सैनिक कल्याण मंत्री गणेश जोशी ने शिरकत की.
रुद्रप्रयाग जिले के अगस्त्यमुनि रामलीला मैदान में शहीद सम्मान यात्रा (Shaheed Samman Yatra) के तहत आयोजित कार्यक्रम में सैनिक कल्याण मंत्री गणेश जोशी (Ganesh Joshi) ने शहीदों को नमन श्रद्धांजलि दी. साथ ही उन्होंने शहीद सैनिकों के परिजनों को ताम्र पत्र और शाॅल ओढ़ाकर सम्मानित किया. इस मौके पर मंत्री गणेश जोशी ने कहा कि बीजेपी की ही सरकार है, जिसने सेना के जवानों को सही मायने में सम्मान दिया है. पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के समय से ही देश में शहीदों को सम्मान दिलाने की परंपरा शुरू हुई, जो आज काफी बड़े स्तर पर पहुंच गई है.
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मंत्री जोशी ने कहा कि मोदी ऐसे पहले प्रधानमंत्री हैं, जो दीपावली मनाने सेना के साथ बॉर्डर पर पहुंचते हैं. उन्होंने ही देश में वन रैंक वन पेंशन शुरू करवाई. उन्होंने जहां आधुनिक हथियारों और लडाकू विमानों से सेना को सशक्त बनाने का काम किया है, वहीं सैनिकों को दुश्मनों के साथ लोहा लेने के लिए भी पर्याप्त सुरक्षा कवच प्रदान करवाए. सेना का रक्षा बजट बढ़ाकर सैन्य ताकतों को मजबूत किया है.
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वहीं, उन्होंने कहा कि प्रदेश के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के नेतृत्व में सैन्य धाम का निर्माण किया जा रहा है. सीएम धामी ने फैसला लिया है कि सेना हो या पैरामिलिट्री, जो भी जवान देश की सीमा पर शहीद होता है तो उनके परिवार के एक व्यक्ति को योग्यता के अनुसार सरकारी सेवा देने का काम सरकार करेगी. वहीं, वीरांगनाओं की पेंशन को चार हजार से बढ़ाकर दस हजार की है.