रुद्रप्रयाग: केदारनाथ पैदल यात्रा मार्ग पर नियमों के विरुद्ध संचालित हो रहे घोड़े खच्चरों के खिलाफ प्रशासन की ओर से लगातार कार्रवाई जारी है. अभी तक यात्रा मार्ग पर 131 घोड़े खच्चरों की मौत हो चुकी है और मार्ग पर बीमार घोड़े-खच्चरों का संचालन करने वाले 9 घोड़ा-खच्चर स्वामियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की जा चुकी है. इसके अलावा बिना लाइसेंस के संचालित हो रहे घोड़े-खच्चरों पर भी निगरानी टीम नजर बनाए हुए है.
डीएम मयूर दीक्षित ने बताया कि पैदल यात्रा मार्ग पर पशु पालन विभाग की टीम घायल एवं बीमार घोड़े-खच्चरों का नियमित उपचार कर रही है. अब तक 1662 घोड़े-खच्चरों का चिकित्सीय परीक्षण किया जा चुका है, जबकि 4,885 पशुओं का निरीक्षण किया जा चुका है. बिना लाइसेंस के घोडे-खच्चरों का संचालक करने वाले 73 पशु पालकों के चालान किए गए हैं. इसके अलावा 9 पशु स्वामियों के खिलाफ पशु क्रूरता अधिनियम के तहत एफआईआर दर्ज की गई है.
सारे रिकॉर्ड तोड़ रही केदारनाथ यात्रा: केदारनाथ यात्रा इस बार सारे रिकॉर्ड तोड़ रही है. एक महीने में लगभग साढ़े पांच लाख यात्री बाबा के दर्शन कर चुके हैं. वहीं, पिछले कुछ दिनों से केदारनाथ आने वाले यात्रियों की लगातार हो रही मौतों में भी कमी आई है. अभी तक धाम में 62 लोगों की मौत हो चुकी है.
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प्रभारी एसपी ने लिया यात्रा व्यवस्थाओं का जायजा: रुद्रप्रयाग प्रभारी पुलिस अधीक्षक विशाखा अशोक भडाणे ने केदारनाथ यात्रा के महत्वपूर्ण पड़ाव गौरीकुंड पहुंचकर यात्रा व्यवस्थाओं एवं पुलिस सुरक्षा व्यवस्थाओं का जायजा लिया. इस दौरान उन्होंने उपस्थित प्रभारियों से वर्तमान में संचालित हो रही यात्रा अवधि में की जा रही पुलिस व्यवस्थाओं के बारे में जाना. इस दौरान उन्होंने ड्यूटी पर तैनात पुलिस बल को ब्रीफ करते हुए आने वाले श्रद्धालुओं के साथ अतिथि देवो भवः की भावना के साथ व्यवहार किये जाने के लिए कहा और श्रद्धालुओं की हर संभव मदद किये जाने के निर्देश दिए.