ETV Bharat / state

पिथौरागढ़: भूस्खलन से काल के मुंह में समाए अब तक 17 लोग, मकान जमींदोज होने से 3 की मौत - धामी गांव में मलबे में दबे लोग

बंगापानी तहसील के धामी गांव में भूस्खलन के चलते मां-बेटे मलबे में दब गए. जिसमें जौहार सिंह (30) का शव बरामद हो चुका है. जबकि, विशना (60) लापता है. वहीं, गूटी गांव में भारी बोल्डर की चपेट में आने से एक महिला की मौत हो गई.

pithoragarh
धामी गांव में भूस्खलन
author img

By

Published : Jul 27, 2020, 3:44 PM IST

Updated : Jul 27, 2020, 5:51 PM IST

पिथौरागढ़: बंगापानी तहसील में आसमानी कहर थमने का नाम नहीं ले रहा है. बीती रात धामी गांव में एक मकान मलबे में जमींदोज हो गया. जिसमें दो लोग जिंदा दब गए. जिनमें एक का शव बरामद कर लिया गया है, जबकि, दूसरे की तलाश जारी है. बताया जा रहा है कि मलबे में दो दर्जन से अधिक मवेशी भी दबे हैं. उधर, गूटी गांव में एक महिला की मौत बोल्डर की चपेट में आने से हो गई है.

पिथौरागढ़ में मलबे की चपेट में आने से 3 लोगों की मौत.

जानकारी के मुताबिक, बीते रविवार की रात बंगापानी तहसील के धामी गांव के भ्यौला तोक में भूस्खलन से एक मकान मलबे की चपेट में आ गया. इस घटना में परिवार के दो सदस्य काल के गाल में समा गए. जबकि, कई मवेशी भी लापता हैं. हादसे में विशना (60) और उनके बेटे जौहार सिंह (30) की मलबे में दबने से मौत हो गई है. जिसमें से जौहार सिंह का शव बरामद हो गया है, जबकि विशना देवी की तलाश जारी है.

pithoragarh news
मलबे में मकान जमींदोज.

ये भी पढ़ेंः पिथौरागढ़: बोल्डर की चपेट में आने से बाल-बाल बचे एडीएम, सूझ-बूझ से बचाई जान

वहीं, एसडीआरएफ, रेगुलर और राजस्व के साथ स्थानीय लोग सर्च ऑपरेशन में जुटे हुए हैं. उधर, दूसरी ओर तेजम गूटी गांव में सोमवार सुबह एक महिला गांव के पास नाले में अचानक मलबा आने से दब गई. महिला की पहचान जयंती (35) के रूप में हई है. ग्रामीणों ने खुद ही महिला का शव निकाल लिया है.

बांसबगड़ में खतरे की जद में आए कई मकान.

बांसबगड़ में खतरे की जद में आए कई मकान
बांसबगड़ की भुजगल नदी पूरे उफान पर बह रही है. जिससे खेतों के साथ ही लोगों के आशियाने भी नदी में समा रहे हैं. जबकि कई मकान खतरे की जद में है. भुजगल नदी के दोनों ओर भारी कटान जारी है. जिस कारण स्थानीय लोगों में दहशत का माहौल है. भुजगल नदी के रौद्र रूप को देखते हुए 20 परिवारों ने अपने घर छोड़ दिए है और सुरक्षित स्थानों पर शरण ली है. वहीं, स्थानीय विधायक हरीश धामी ने बांसबगड़ पहुंचकर आपदा प्रभावितों का हाल जाना और प्रभावितों को मदद का भरोसा भी दिलाया.

टांगा और गैला गांव में आपदा में 14 लोग गंवा चुके जान
गौर हो कि बीते 19 जुलाई की रात को बादल फटने से बंगापानी के टांगा गांव में 3 मकान और गैला गांव में 2 मकान जमींदोज हो गए थे. इस दोनों घटनाओं में कुल 14 लोग अपने आशियाने के साथ जिंदा दफन हो गए. टांगा गांव में 11 लोग आपदा का शिकार हुए. जिसमें एक ही परिवार के 6 लोग भी शामिल थे. जबकि, इस गांव में मरने वालों में छह महिलाएं, पांच पुरुष शामिल थे. उधर, गैला गांव में भी एक ही परिवार के 3 लोग काल के गाल में समा गए थे.

पिथौरागढ़: बंगापानी तहसील में आसमानी कहर थमने का नाम नहीं ले रहा है. बीती रात धामी गांव में एक मकान मलबे में जमींदोज हो गया. जिसमें दो लोग जिंदा दब गए. जिनमें एक का शव बरामद कर लिया गया है, जबकि, दूसरे की तलाश जारी है. बताया जा रहा है कि मलबे में दो दर्जन से अधिक मवेशी भी दबे हैं. उधर, गूटी गांव में एक महिला की मौत बोल्डर की चपेट में आने से हो गई है.

पिथौरागढ़ में मलबे की चपेट में आने से 3 लोगों की मौत.

जानकारी के मुताबिक, बीते रविवार की रात बंगापानी तहसील के धामी गांव के भ्यौला तोक में भूस्खलन से एक मकान मलबे की चपेट में आ गया. इस घटना में परिवार के दो सदस्य काल के गाल में समा गए. जबकि, कई मवेशी भी लापता हैं. हादसे में विशना (60) और उनके बेटे जौहार सिंह (30) की मलबे में दबने से मौत हो गई है. जिसमें से जौहार सिंह का शव बरामद हो गया है, जबकि विशना देवी की तलाश जारी है.

pithoragarh news
मलबे में मकान जमींदोज.

ये भी पढ़ेंः पिथौरागढ़: बोल्डर की चपेट में आने से बाल-बाल बचे एडीएम, सूझ-बूझ से बचाई जान

वहीं, एसडीआरएफ, रेगुलर और राजस्व के साथ स्थानीय लोग सर्च ऑपरेशन में जुटे हुए हैं. उधर, दूसरी ओर तेजम गूटी गांव में सोमवार सुबह एक महिला गांव के पास नाले में अचानक मलबा आने से दब गई. महिला की पहचान जयंती (35) के रूप में हई है. ग्रामीणों ने खुद ही महिला का शव निकाल लिया है.

बांसबगड़ में खतरे की जद में आए कई मकान.

बांसबगड़ में खतरे की जद में आए कई मकान
बांसबगड़ की भुजगल नदी पूरे उफान पर बह रही है. जिससे खेतों के साथ ही लोगों के आशियाने भी नदी में समा रहे हैं. जबकि कई मकान खतरे की जद में है. भुजगल नदी के दोनों ओर भारी कटान जारी है. जिस कारण स्थानीय लोगों में दहशत का माहौल है. भुजगल नदी के रौद्र रूप को देखते हुए 20 परिवारों ने अपने घर छोड़ दिए है और सुरक्षित स्थानों पर शरण ली है. वहीं, स्थानीय विधायक हरीश धामी ने बांसबगड़ पहुंचकर आपदा प्रभावितों का हाल जाना और प्रभावितों को मदद का भरोसा भी दिलाया.

टांगा और गैला गांव में आपदा में 14 लोग गंवा चुके जान
गौर हो कि बीते 19 जुलाई की रात को बादल फटने से बंगापानी के टांगा गांव में 3 मकान और गैला गांव में 2 मकान जमींदोज हो गए थे. इस दोनों घटनाओं में कुल 14 लोग अपने आशियाने के साथ जिंदा दफन हो गए. टांगा गांव में 11 लोग आपदा का शिकार हुए. जिसमें एक ही परिवार के 6 लोग भी शामिल थे. जबकि, इस गांव में मरने वालों में छह महिलाएं, पांच पुरुष शामिल थे. उधर, गैला गांव में भी एक ही परिवार के 3 लोग काल के गाल में समा गए थे.

Last Updated : Jul 27, 2020, 5:51 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.