पिथौरागढ़: विश्व की सबसे दुर्गम चोटियों में शुमार नंदा देवी ईस्ट को पोलैंड के दो पर्वतारोहियों ने फतह किया है. पोलैंड के औरवेरेट फलचिन्स्की और परसलो गैरिसियन 7434 मीटर ऊंची इस चोटी पर झंडा फहराने में सफल रहे. इस अभियान में पर्वतारोहियों को करीब एक महीने का समय लगा है.
बता दें कि नंदा देवी ईस्ट में विदेशी पर्वतारोहियों के लापता होने के बाद प्रशासन ने पर्वतारोहण पर प्रतिबंध लगा दिया था. लेकिन प्रतिबंध की सूचना मिलने से पहले ही पोलैंड का 10 सदस्यीय दल पर्वतारोहण को निकल चुका था. जो इस अभियान को सफल करने के बाद वापस लौटा है.
नंदा देवी पर्वतारोहण के दौरान अब तक 15 लोग अपनी जान गवां चुके हैं, लेकिन पोलैंड के दो पर्वतारोही इस बार भी नंदा देवी ईस्ट को फतह करने में सफल रहे. गौर हो कि पोलैंड की टीम ने ही सबसे पहले 1936 में नंदा देवी ईस्ट पर फतह हासिल की थी.
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नंदा देवी ईस्ट में पर्वतारोहण के लिए पोलैंड का 10 सदस्यीय दल एक जून को मुनस्यारी से रवाना हुआ था. इस दल के दो सदस्य बीते 28 जून की शाम पांच बजे नंदा देवी ईस्ट की चोटी पर झंडा फहराने में सफल रहे.
नंदा देवी ईस्ट को फतह करने वाले टीम लीडर औरवेरेट फलचिन्स्की ने बताया कि इस चोटी पर पर्वतारोहण एवरेस्ट के मुकाबले बेहद कठिन है. टीम लीडर ने बताया कि उन्होंने सबसे पहले ब्रिटिश टीम के सदस्यों की मौत पर कैंप सी में श्रद्धांजलि दी और हादसे में मारे गए विश्व विख्यात पर्वतारोही मार्टिन मोरन को भी याद किया.