पिथौरागढ़: उत्तराखंड पुलिस ने लापता पुलिसकर्मी के मामले को सुलझा लिया है. पुलिस लाइन में तैनात एक पुलिसकर्मी को उसके ही साथी जवान ने खाई में धक्का देकर मौत के घाट उतार दिया. चार दिन पहले हत्या की घटना को अंजाम देकर हत्या का आरोपी अवकाश पर घर चला गया था. मृतक के गायब रहने के बाद जब आरोपी सिपाही से पूछताछ हुई तब उसने हत्या का पूरा राज उगल दिया. उसकी निशानदेही पर पुलिस ने शव को बरामद कर लिया.
काशीपुर निवासी सिपाही मोहित जोशी पुलिस लाइन में तैनात थे. वे 2 जनवरी से लापता चल रहे थे. इस मामले में पुलिस जब तह तक गई तो पता चला कि 11 दिसंबर को मोहित का विवाद लाइन में तैनात सिपाही गिरीश जोशी के साथ हुआ था. इसके बाद पुलिस ने अवकाश पर घर गए गिरीश को बुलाकर उससे कड़ी पूछताछ की. सोमवार को आरोपी ने हत्या का जुर्म कुबूल कर पुलिस को बताया कि उसने मोहित का शव कफलडुंगरी में एक खाई में डाला है.
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जिसके बाद पुलिस उसकी निशानदेही पर घटना स्थल पर पहुंची और शव को बरामद कर लिया. जिसके बाद आरोपी पुलिसकर्मी गिरीश जोशी के खिलाफ धारा 302 के तहत मुकदमा दर्ज कर कोर्ट में उसे पेश किया गया, जहां से उसे जेल भेज दिया गया है. गिरीश जोशी दन्यां अल्मोड़ा के धूरा का रहने वाला है.
जानकारी के मुताबिक पुलिस जवान मोहित जोशी और हत्यारोपी पुलिस जवान गिरीश जोशी पुलिस लाइन के एक ही परिसर में रहते थे. 11 दिसंबर को आरोपी गिरीश जोशी अपने कमरे में किसी महिला के साथ मौजूद था. इसी दौरान किसी ने बाहर से कुंडी लगा दी थी. कुंडी लगाने को लेकर गिरीश जोशी का शक मोहित पर था. इसके बाद से वह मोहित से रंजिश रखने लगा. वहीं दो जनवरी को गिरीश, मोहित को अपनी कार में बैठाकर चंडाक बांस रोड पर ले गया और मोहित के लघुशंका करने के दौरान उसे खाई में धकेल दिया. जिससे उसकी मौत हो गई.