श्रीनगर: प्रदेश की एक मात्र एनआईटी के निर्माण को लेकर रास्ता साफ हो गया है. एनआईटी के श्रीनगर स्थित अस्थाई परिसर के लिए 35 करोड़ की बिड को रिलीज कर दिया गया है. इससे एनआईटी के अस्थाई परिसर के सेकेंड फेज का कार्य किया जाएगा.
इसके लिए टेंडर प्रकिया से गुजरते हुए कार्यदाई संस्था को निर्माण फर्म भी मिल गयी है. आने वाले 15 दिनों के भीतर इसका निर्माण कार्य शुरू हो जाएगा. साथ ही एनआईटी के स्थाई परिसर के लिए भी एनआईटी की कार्य परिषद द्वारा हामी भर टेडरिंग प्रकिया शुरू कर दी गई है. स्थाई परिसर का काम एक साथ शुरू करने की योजना एनआईटी द्वारा की जा रही है. अगले 6 माह में इस कार्य को भी शुरू किया जाएगा.
दरअसल पिछले 12 साल से एनआईटी उत्तराखंड अपने छात्रों के पठन पाठन के लिए एक स्थायी परिसर की बाट जोह रहा है. इसके लिए शिक्षा मंत्रालय ने एनआईटी को 700 करोड़ रुपये के स्थाई परिसर और 70 करोड़ से अस्थाई परिसर के निर्माण के लिए बजट की संतुति की थी. जिसके पहले चरण में एनआईटी ने पुराने आईटीआई परिसर में छात्रों के लिए हॉस्टलों का निर्माण कर दिया है.
दूसरे चरण में छात्रों के पठन पाठन रूम, ई क्लास रूम, डायरेक्टर बिल्डिंग, टीचर्स बिल्डिंग, डीन ऑफिस, एक मिनी ऑडिटोरियम का निर्माण होना है. जिसके लिए 35 करोड़ रुपये खर्च किये जायेंगे. इसके लिए टेंडर में एक फर्म को चुन लिया गया है. जल्द इसका काम शुरू हो जायेगा.
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एनआईटी के निदेशक प्रोफेसर ललित कुमार अवस्थी ने जानकारी दी कि अस्थाई परिसर के दूसरे चरण के लिए निर्माण फर्म का चयन किया जा चुका है. 10 से 15 दिनों के भीतर कार्य शुरू कर दिया जायेगा. उन्होंने ये भी जानकारी दी कि सुमाड़ी में बनाये जा रहे स्थाई परिसर के निर्माण का रास्ता भी साफ हो चुका है. कुछ टेक्निकल पेंच हैं, जिन पर कार्य किया जा रहा है. 6 माह के भीतर ही यहां निर्माण कार्य शुरू होंगे.