श्रीनगर: बडियारगढ़ पट्टी के दाल्ढुंग गांव से श्री घंटाकर्ण आदिबदरी विनसर देवता राजजात यात्रा का गाजे-बाजे के साथ शुभारंभ हुआ. इस दौरान श्रद्धालुओं ने भगवान घंटाकर्ण के दर्शन किए. इसके साथ ही श्रद्धालुओं ने अपने घर परिवार की सुख सृमद्धि की कामना की.
घंटाकर्ण की यात्रा कार्यक्रम के अनुसार यात्रा का रात्रि विश्राम दाल्ढुंग गाड़ में किया जा रहा है. 25 मई को यानी आज यात्रा चिलेड़ी, घणजी, सौंराखाल, भरदार, तिलवाड़ा, रुद्रप्रयाग, अगस्त्यमुनि होते हुए सोनप्रयाग गौरीकुंड पहुंचेगी. 26 मई को यात्रा गौरीकुंड से प्रात: 6 बजे केदारनाथ के लिए रवाना होगी. 27 मई को देवताओं का मंगल स्नान कर बाबा केदार के दर्शन करेंगे. दर्शनों के बाद इसी दिन गौरीकुंड में रात्रि विश्राम के लिए यात्रा पहुंचेगी. 28 मई को त्रियुगीनारायण होते हुए शाम चार बजे यात्रा दाल्ढुंग में पहुंचेगी और यहां पर देवताओं का भोग और श्रद्धालुओं के लिए भंडारे का आयोजन किया जाएगा.
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राजजात यात्रा में घंटाकर्ण आदिबदरी देवपूजन समिति के अध्यक्ष रणजीत सिंह नेगी, सचिव खुशहाल सिंह भंडारी, यात्रा संचालक डा. प्रताप भंडारी, सह संचालक अमित मेवाड़, बलदेव सिंह नेगी, विजय गैरोला आदि शामिल हैं. यात्रा को जगह-जगह श्रद्धालुओं का अपार प्यार और सम्मान मिल रहा है.