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पौड़ी: आवारा कुत्तों से मिलेगा निजात, पशु क्रूरता निवारण समिति का गठन

पौड़ी जिले को आवारा आक्रामक कुत्तों से मिलेगा निजात दिलाने के लिए एडीएम की अध्यक्षता में समिति का गठन किया गया है, जो आवारा आक्रामक कुत्तों का चिन्हिकरण कर 10 दिनों के भीतर अपनी रिपोर्ट सौंपेगी.

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Published : Dec 12, 2022, 8:24 PM IST

पौड़ी: जिले को जल्द ही आवारा आक्रामक कुत्तों से निजात मिलने की उम्मीद है. आवारा आक्रामक कुत्तों को पकड़कर उन्हें बाड़ों में रखा जाएगा. जरूरी हुआ तो उनके बांध्याकरण के उपाय भी किया जाएगा. डीएम पौड़ी ने इसके लिए पशु क्रूरता निवारण समिति का गठन कर दिया है, जिसमें एडीएम की अध्यक्षता में सभी एसडीएम और ईओ कार्य करेंगे.

डीएम ने समिति को 10 दिनों के भीतर अपने क्षेत्रों में आवारा आक्रामक कुत्तों का चिन्हिकरण करते हुए रिर्पोट तलब की है. उन्होंने इस कार्य में कतई लापरवाई न बरतने के भी निर्देश दिये हैं. समिति का अध्यक्ष एडीएम को बनाया गया है. साथ ही एसडीएम इसमें सचिव एवं ईओ सदस्य नामित किये गये हैं.
पढ़ें- उत्तराखंड में बाघ और हाथियों से भी घातक सांप, गुलदार के बाद सबसे ज्यादा बन रहा लोगों की मौत की वजह

डीएम ने 10 दिनों के भीतर समिति के सभी अफसरों को ऐसे आवारा एवं आक्रामक कुत्तों को चिन्हित करने के निर्देश दिए हैं. जिन्होंने प्रत्यक्ष या परोक्ष रूप से लोगों को काटा हो. पशुपालन विभाग के अनुसार जिले में एक माह के भीतर आवारा कुत्तों ने 237 लोगों को काटा है, जबकि एक साल के भीतर 459 लोग कुत्ते के काटे जाने के शिकार हुए हैं.

इसमें भी सर्वाधिक 190 मामले अकेले कोटद्वार क्षेत्र के हैं, जबकि पोखड़ा में 8, पाबौ में 6, पाटीसैंण, परसुंडाखाल, डाडामंडी में 2-2, कोट एवं जयहरीखाल में 1-1 मामले हैं. वहीं पौड़ी, बीरोंखाल, घंडियाल, श्रीनगर, नैनीडांडा, दुगड्डा और रिखणीखाल में कुत्ते के काटने का एक भी मामला रिकार्ड नहीं है.

पौड़ी: जिले को जल्द ही आवारा आक्रामक कुत्तों से निजात मिलने की उम्मीद है. आवारा आक्रामक कुत्तों को पकड़कर उन्हें बाड़ों में रखा जाएगा. जरूरी हुआ तो उनके बांध्याकरण के उपाय भी किया जाएगा. डीएम पौड़ी ने इसके लिए पशु क्रूरता निवारण समिति का गठन कर दिया है, जिसमें एडीएम की अध्यक्षता में सभी एसडीएम और ईओ कार्य करेंगे.

डीएम ने समिति को 10 दिनों के भीतर अपने क्षेत्रों में आवारा आक्रामक कुत्तों का चिन्हिकरण करते हुए रिर्पोट तलब की है. उन्होंने इस कार्य में कतई लापरवाई न बरतने के भी निर्देश दिये हैं. समिति का अध्यक्ष एडीएम को बनाया गया है. साथ ही एसडीएम इसमें सचिव एवं ईओ सदस्य नामित किये गये हैं.
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डीएम ने 10 दिनों के भीतर समिति के सभी अफसरों को ऐसे आवारा एवं आक्रामक कुत्तों को चिन्हित करने के निर्देश दिए हैं. जिन्होंने प्रत्यक्ष या परोक्ष रूप से लोगों को काटा हो. पशुपालन विभाग के अनुसार जिले में एक माह के भीतर आवारा कुत्तों ने 237 लोगों को काटा है, जबकि एक साल के भीतर 459 लोग कुत्ते के काटे जाने के शिकार हुए हैं.

इसमें भी सर्वाधिक 190 मामले अकेले कोटद्वार क्षेत्र के हैं, जबकि पोखड़ा में 8, पाबौ में 6, पाटीसैंण, परसुंडाखाल, डाडामंडी में 2-2, कोट एवं जयहरीखाल में 1-1 मामले हैं. वहीं पौड़ी, बीरोंखाल, घंडियाल, श्रीनगर, नैनीडांडा, दुगड्डा और रिखणीखाल में कुत्ते के काटने का एक भी मामला रिकार्ड नहीं है.

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