श्रीनगरः एनआईटी उत्तराखंड यानी राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान (NIT Uttarakhand) के दो कैंपस होंगे. इन दोनों कैपस में 6 हजार से ज्यादा छात्र-छात्राएं अध्ययन करेंगे. एनआईटी उत्तराखंड के निदेशक की मानें तो मौजूदा समय में श्रीनगर में जिस कैंपस में एनआईटी चल रही है, उसे अस्थायी कैंपस नहीं माना जाएगा. बल्कि, यह एनआईटी का स्थायी कैंपस होगा. जबकि, जल्द ही एनआईटी का दूसरा कैंपस सुमाड़ी में बनकर तैयार होगा.
राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान उत्तराखंड (National Institute of Technology Uttarakhand) के निदेशक प्रोफेसर ललित कुमार अवस्थी ने बताया कि हाल ही में हुई बोर्ड बैठक में श्रीनगर कैंपस को स्थायी कैंपस बनाने के लिए मान्यता मिली है. आने वाले समय में श्रीनगर कैंपस में 800 से ज्यादा छात्र-छात्राएं रहेंगे. जबकि, भविष्य में सुमाड़ी में जो कैंपस तैयार होगा. उसके पहले फेज में वहां 1200 छात्र रहेंगे. उन्होंने कहा कि आने वाले समय में सुमाड़ी और श्रीनगर एनआईटी उत्तराखंड के दो कैंपस होंगे.
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गौर हो कि बीते 10 सालों से एनआईटी उत्तराखंड का अभी तक कोई स्थायी कैंपस नहीं बना है. श्रीनगर में 70 करोड़ की लागत से कैंपस तैयार किया जा रहा है. उसे अभी तक अस्थायी कैंपस माना जा रहा था, लेकिन एनआईटी को बोर्ड मीटिंग में इसके स्थायी कैंपस बनाए जाने की संस्तुति मिल गई है. वहीं, सुमाड़ी में 700 करोड़ की लागत से एनआईटी का कैंपस तैयार किया जा रहा है. इसे एनआईटी का दूसरा कैंपस माना जा रहा. यह कब तक बनकर तैयार होगा, ये कहा नहीं जा सकता है. इस पहले सुमाड़ी में एनआईटी कैंपस बनाने का मामला हाईकोर्ट में गया था.