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कोटद्वार रेंज की सुरक्षा में भारी चूक, चार राइफलधारी वनकर्मियों के भरोसे वन प्रभाग

कोटद्वार रेंज 14 बीटों से बनी हुई है, जिसमें सुरक्षा की दृष्टि से 14 आधुनिक हथियार होने चाहिए. वन विभाग के उच्च अधिकारियों की लापरवाही के कारण कोटद्वार रेंज में सिर्फ 4 राइफल ही मौजूद हैं.

कोटद्वार रेंज की सुरक्षा में बड़ी लापरवाही.
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Published : Aug 29, 2019, 5:34 PM IST

Updated : Aug 29, 2019, 5:44 PM IST

कोटद्वार: लैंसडौन वन प्रभाग की कोटद्वार रेंज का अधिकांश हिस्सा सीमा से लगा हुआ होने के कारण ये रेंज सुरक्षा की दृष्टि से अतिसंवेदनशील है. वहीं, वन विभाग के उच्च अधिकारियों की लापरवाही के चलते इस रेंज में वन कर्मियों के पास सिर्फ चार राइफल मौजूद है. ऐसे में वन कर्मियों की वन संपदा सुरक्षा पर सवाल खड़े होने शुरू हो गए हैं.

कोटद्वार रेंज की सुरक्षा में बड़ी लापरवाही.

बता दें कि कोटद्वार रेंज 14 बीटों से बनी हुई है, जिसमें सुरक्षा की दृष्टि से 14 आधुनिक हथियार होने चाहिए. वन विभाग के उच्च अधिकारियों की लापरवाही के कारण कोटद्वार रेंज में सिर्फ 4 राइफल ही मौजूद हैं.

ये भी पढ़ें: उत्तरकाशी आपदाः प्रशासन का ये सच आया सामने, ग्रामीण बोले- सुन ली होती गुहार तो बच जाती जिंदगियां

रेंजर कृष्ण बिहारी शर्मा ने बताया कि रेंज में हथियारों की भारी कमी है जबकि कोटद्वार रेंज में 14 बीट हैं तो 14 हथियार होने चाहिए. लेकिन, सिर्फ चार हथियारों के बल पर इलाके में गश्त की जाती है. आवश्यकता के अनुसार, रेंज के लिए 14 राइफल की जरूरत है. साथ ही जो फॉरेस्टर है उनके पास लाइट गन होनी चाहिए. लेकिन इस हथियारों के अभाव में वन्य जीवों और वन संपदा की सुरक्षा पर सवाल खड़े होने शुरू हो गए हैं.

कोटद्वार: लैंसडौन वन प्रभाग की कोटद्वार रेंज का अधिकांश हिस्सा सीमा से लगा हुआ होने के कारण ये रेंज सुरक्षा की दृष्टि से अतिसंवेदनशील है. वहीं, वन विभाग के उच्च अधिकारियों की लापरवाही के चलते इस रेंज में वन कर्मियों के पास सिर्फ चार राइफल मौजूद है. ऐसे में वन कर्मियों की वन संपदा सुरक्षा पर सवाल खड़े होने शुरू हो गए हैं.

कोटद्वार रेंज की सुरक्षा में बड़ी लापरवाही.

बता दें कि कोटद्वार रेंज 14 बीटों से बनी हुई है, जिसमें सुरक्षा की दृष्टि से 14 आधुनिक हथियार होने चाहिए. वन विभाग के उच्च अधिकारियों की लापरवाही के कारण कोटद्वार रेंज में सिर्फ 4 राइफल ही मौजूद हैं.

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रेंजर कृष्ण बिहारी शर्मा ने बताया कि रेंज में हथियारों की भारी कमी है जबकि कोटद्वार रेंज में 14 बीट हैं तो 14 हथियार होने चाहिए. लेकिन, सिर्फ चार हथियारों के बल पर इलाके में गश्त की जाती है. आवश्यकता के अनुसार, रेंज के लिए 14 राइफल की जरूरत है. साथ ही जो फॉरेस्टर है उनके पास लाइट गन होनी चाहिए. लेकिन इस हथियारों के अभाव में वन्य जीवों और वन संपदा की सुरक्षा पर सवाल खड़े होने शुरू हो गए हैं.

Intro:summary लैंसडौन वन प्रभाग की कोटद्वार रेंज सुरक्षा की दृष्टि से अतिसंवेदनशील रेंज है लेकिन वन विभाग के उच्च अधिकारियों की लापरवाही से कोटद्वार रेंज में जंगली जानवरों की सुरक्षा व वन संपदा सुरक्षा सिर्फ चार हथियारों के सहारे हो रही है।

intro लैंसडौन वन प्रभाग कोटद्वार की कोटद्वार रेंज का अधिकांश हिस्सा सीमा से लगा हुआ है, जिससे कि यह रेंज सुरक्षा की दृष्टि से अतिसंवेदनशील रेंज है लेकिन वन विभाग के उच्च अधिकारियों की लापरवाही के कारण इस रेंज में वन कर्मियों के पास सिर्फ और सिर्फ चार राइफल मौजूद है ऐसे में वन कर्मी किस तरह वन संपदा और जंगली जीव जंतुओं की सुरक्षा करेंगे यह अपने आप में एक बहुत बड़ा सवाल है।


Body:वीओ- बता दें कि कोटद्वार रेंज 14 बिटो से बनी हुई है जिसमें सुरक्षा की दृष्टि से 14 आधुनिक हथियार होने चाहिए थे लेकिन वन विभाग के उच्च अधिकारियों की लापरवाही से कोटद्वार रेंज में सिर्फ चार राइफल हैं जिसमें 315 बोर राइफल वह एक 12 बोर राइफल है ऐसे में वन कर्मी किस तरह से वन महकमा और वन्यजीवों की सुरक्षा कर पाएंगे यह सोचनीय विषय है।


वीओ2- इन बातों का खुलासा तब हुआ कि जब कोटद्वार रेंज के रेंजर कृष्ण बिहारी शर्मा से बात की गई तो उन्होने बताया कि रेंज में हथियारों की भारी कमी है जबकि कोटद्वार रेंज में 14 बीट हैं तो 14 हथियार होनी चाहिए थे, लेकिन सिर्फ चार हथियार मौके पर है, जिनसे गस्त की जाती है, पुष्टि करते हुए बताया कि 315 बोर की 3 राइफल और एक 12 बोर की राइफल रेंज में मौजूद है, जबकि रिक्वायरमेंट के अनुसार 14 राइफल कोटद्वार रेंज में होनी चाहिए थी, साथ ही जो फॉरेस्टर है उनके पास लाइट गन होनी चाहिए थी जैसे रिवाल्वर पिस्टल लेकिन यहां पर तो वन छेत्र में गस्त के लिए हथियार संभव नहीं हो पा रहे हैं तो फॉरेस्ट गार्ड को कहां से सुरक्षा के लिए हथियार उपलब्ध हो पाएंगे।

बाइट कृष्ण बिहारी शर्मा रेंजर कोटद्वार।


Conclusion:
Last Updated : Aug 29, 2019, 5:44 PM IST
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