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श्रीनगर के पास स्यूंसाल गांव में भारी बारिश का कहर, खेतों का कटाव - श्रीनगर गढ़वाल में बादल फटा

श्रीनगर में भारी बारिश से कई हेक्टेयर जमीन बह गयी है. हालांकि घटना में जनहानि की कोई सूचना नहीं है.

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श्रीनगर के स्यूंसाल गांव में फटा बादल
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Published : Sep 7, 2021, 6:36 PM IST

Updated : Sep 7, 2021, 7:25 PM IST

श्रीनगर: उत्तराखंड में भारी बारिश से कोहराम मचा है. सोमवार देर रात श्रीनगर विधानसभा क्षेत्र के सीमावर्ती गांव स्यूंसाल में भारी बारिश के बाद आए जल सैलाब में कई खेत और पशु चरान का बड़ा भूभाग बह गया है. इसके साथ ही फसलों को काफी नुकसान हुआ है.

स्यूंसाल गांव पट्टी चौथान के थैलीसैंण तहसील में दूधातोली वन क्षेत्र में स्थित है. इस गांव की सीमाएं चमोली-अल्मोड़ा से भी जुड़ती हैं. ग्रामीणों के अनुसार क्षेत्र में देर शाम से हो रही हल्की बारिश मध्य रात्रि को मूसलाधार बारिश में तब्दील हो गई.

सुबह होने पर गांव वालों ने देखा कि बड़ी मात्रा में गदेरे के मलबे से लगभग एक किलोमीटर के क्षेत्र में कई खेत बह गए और फसलें नष्ट हो गई हैं. गदेरे के जल सैलाब में हाल में बनी सुरक्षा दीवार का बड़ा हिस्सा भी ढह गया है. भारी बारिश से गांव में गौशालाओं के रास्ते टूट गए हैं. कई खेतों में धान, झंगोरा की खड़ी फसलें बर्बाद हो गईं. गांव के ही इन्द्र बेलवाल के मकान के आंगन का बड़ा हिस्सा ढह गया. जिससे मकान भी खतरे की जद में आ गया और गांव में मंदिर का पुश्ता भी गिर गया.

पढ़ें: उत्तराखंड में बढ़ रही मल्टी क्लाउड बर्स्ट की घटनाएं, जानें कारण

ग्रामीणों की सूचना पर दोपहर बाद प्रशासनिक अधिकारी मौका मुआयना करने पहुंचे और प्रधान से क्षतिपूर्ति हेतु विस्तृत विवरण बनाने को कहा. प्रारंभिक सर्वे के अनुसार गांव के करीब 18 किसानों की लगभग 15 नाली जमीन पर फसलें पूरी तरह नष्ट हो गई हैं. घटना के बाद से ग्रामीण भयभीत हैं. उन्होंने कहा कि गांव में ऐसी आपदा पहले कभी नहीं आई.

श्रीनगर: उत्तराखंड में भारी बारिश से कोहराम मचा है. सोमवार देर रात श्रीनगर विधानसभा क्षेत्र के सीमावर्ती गांव स्यूंसाल में भारी बारिश के बाद आए जल सैलाब में कई खेत और पशु चरान का बड़ा भूभाग बह गया है. इसके साथ ही फसलों को काफी नुकसान हुआ है.

स्यूंसाल गांव पट्टी चौथान के थैलीसैंण तहसील में दूधातोली वन क्षेत्र में स्थित है. इस गांव की सीमाएं चमोली-अल्मोड़ा से भी जुड़ती हैं. ग्रामीणों के अनुसार क्षेत्र में देर शाम से हो रही हल्की बारिश मध्य रात्रि को मूसलाधार बारिश में तब्दील हो गई.

सुबह होने पर गांव वालों ने देखा कि बड़ी मात्रा में गदेरे के मलबे से लगभग एक किलोमीटर के क्षेत्र में कई खेत बह गए और फसलें नष्ट हो गई हैं. गदेरे के जल सैलाब में हाल में बनी सुरक्षा दीवार का बड़ा हिस्सा भी ढह गया है. भारी बारिश से गांव में गौशालाओं के रास्ते टूट गए हैं. कई खेतों में धान, झंगोरा की खड़ी फसलें बर्बाद हो गईं. गांव के ही इन्द्र बेलवाल के मकान के आंगन का बड़ा हिस्सा ढह गया. जिससे मकान भी खतरे की जद में आ गया और गांव में मंदिर का पुश्ता भी गिर गया.

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ग्रामीणों की सूचना पर दोपहर बाद प्रशासनिक अधिकारी मौका मुआयना करने पहुंचे और प्रधान से क्षतिपूर्ति हेतु विस्तृत विवरण बनाने को कहा. प्रारंभिक सर्वे के अनुसार गांव के करीब 18 किसानों की लगभग 15 नाली जमीन पर फसलें पूरी तरह नष्ट हो गई हैं. घटना के बाद से ग्रामीण भयभीत हैं. उन्होंने कहा कि गांव में ऐसी आपदा पहले कभी नहीं आई.

Last Updated : Sep 7, 2021, 7:25 PM IST
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