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बाल आयोग की अध्यक्ष ने अधिकारियों को लगाई फटकार, स्कूलों का निरीक्षण करने के दिए निर्देश - कोटद्वार में विद्यालय का निरीक्षण

बाल आयोग की अध्यक्ष उषा नेगी ने बच्चों के भविष्य को लेकर शिक्षा और आबकारी विभाग के अधिकारियों को जमकर फटकार लगाई.

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बाल आयोग की अध्यक्ष
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Published : Jan 22, 2020, 10:55 AM IST

Updated : Jan 22, 2020, 11:59 AM IST

कोटद्वार: उत्तराखंड बाल अधिकार संरक्षण आयोग की अध्यक्ष उषा नेगी ने शिक्षा और आबकारी विभाग पर सख्ती दिखाते हुए अधिकारियों को कड़ी फटकार लगाई. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि वो जल्द ही निजी स्कूलों का निरीक्षण करेंगी. साथ ही शिक्षा विभाग पर सवाल खड़े करते हुए उन्होंने कहा कि आरटीई के तहत कोटद्वार में बच्चों को नियमानुसार प्रवेश नहीं मिल रहा है, ये शिक्षा विभाग की नाकामी को जाहिर करता है.

उत्तराखंड बाल अधिकार संरक्षण आयोग की अध्यक्षा उषा नेगी ने परिवहन कर अधिकारी प्रथम शशि दूबे को निर्देश देते हुए कहा कि स्कूली बस के चालक और परिचालक का सत्यापन जरूर करें. अभी तक स्कूल में हो रही अधिकांश घटनाओं में चालक परिचालक की संलिप्ता पाई जा रही है. अगर उनका सत्यापन रहेगा तो उन्हें पकड़ने में आसानी होगी.

बाल आयोग की अध्यक्ष

ये भी पढ़ें: देहरादून की दीवारें बता रहीं उत्तराखंड की कहानी, संस्कृति और इतिहास उकेर रहे कलाकार

नेगी ने बताया कि वो जल्द ही निजी और सरकारी स्कूलों का औचक निरीक्षण करेंगी. सरकारी स्कूलों की गुणवत्ता में कमी पाए जाने पर कार्रवाई की जाएगी. प्रत्येक विद्यालय में 25 प्रतिशत बच्चों को शिक्षा अधिकार अधिनियम के तहत प्रवेश दिया जाना अतिआवश्यक है. वहीं, आबकारी विभाग के अधिकारी को फटकार लगाते हुए कहा कि सेस के पैसे का उपयोग मद्य निषेध जागरूकता कार्यक्रम में किया जाना चाहिए. इसके साथ ही बच्चों के भविष्य के साथ किसी भी प्रकार का खिलवाड़ बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. उन्होंने शिक्षा विभाग के अधिकारियों से विद्यालयों का निरीक्षण करने को भी कहा.

कोटद्वार: उत्तराखंड बाल अधिकार संरक्षण आयोग की अध्यक्ष उषा नेगी ने शिक्षा और आबकारी विभाग पर सख्ती दिखाते हुए अधिकारियों को कड़ी फटकार लगाई. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि वो जल्द ही निजी स्कूलों का निरीक्षण करेंगी. साथ ही शिक्षा विभाग पर सवाल खड़े करते हुए उन्होंने कहा कि आरटीई के तहत कोटद्वार में बच्चों को नियमानुसार प्रवेश नहीं मिल रहा है, ये शिक्षा विभाग की नाकामी को जाहिर करता है.

उत्तराखंड बाल अधिकार संरक्षण आयोग की अध्यक्षा उषा नेगी ने परिवहन कर अधिकारी प्रथम शशि दूबे को निर्देश देते हुए कहा कि स्कूली बस के चालक और परिचालक का सत्यापन जरूर करें. अभी तक स्कूल में हो रही अधिकांश घटनाओं में चालक परिचालक की संलिप्ता पाई जा रही है. अगर उनका सत्यापन रहेगा तो उन्हें पकड़ने में आसानी होगी.

बाल आयोग की अध्यक्ष

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नेगी ने बताया कि वो जल्द ही निजी और सरकारी स्कूलों का औचक निरीक्षण करेंगी. सरकारी स्कूलों की गुणवत्ता में कमी पाए जाने पर कार्रवाई की जाएगी. प्रत्येक विद्यालय में 25 प्रतिशत बच्चों को शिक्षा अधिकार अधिनियम के तहत प्रवेश दिया जाना अतिआवश्यक है. वहीं, आबकारी विभाग के अधिकारी को फटकार लगाते हुए कहा कि सेस के पैसे का उपयोग मद्य निषेध जागरूकता कार्यक्रम में किया जाना चाहिए. इसके साथ ही बच्चों के भविष्य के साथ किसी भी प्रकार का खिलवाड़ बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. उन्होंने शिक्षा विभाग के अधिकारियों से विद्यालयों का निरीक्षण करने को भी कहा.

Intro:summary उत्तराखंड बाल अधिकार संरक्षण आयोग की अध्यक्ष ऊषा नेगी ने शिक्षा विभाग के अधिकारियों को कड़ी फटकार लगाते निजी स्कूलों का निरीक्षण एवं रिपोर्ट आयोग को भेजने के निर्देश दिए, कहां के आरटीई के तहत कोटद्वार में बच्चों को नियमानुसार प्रवेश नहीं मिल रहा है यह शिक्षा विभाग की नाकामी को जाहिर करता है, उन्होंने कहा कि प्रत्येक विद्यालय 25% बच्चों को शिक्षा अधिकार अधिनियम के तहत प्रवेश दिया जाना अति आवश्यक है, वहीं आबकारी विभाग के अधिकारी को फटकार लगाते हुए सेस के पैसे का उपयोग मद्य निषेध में लगाकर जागरूकता कार्यक्रम चलाने को कहा।

intro kotdwar उत्तराखंड बाल अधिकार संरक्षण आयोग के अध्यक्ष ऊषा नेगी ने परिवहन कर अधिकारी प्रथम शशि दुबे को निर्देश देते हुए कहा कि स्कूली बस के चालक और परिचालक का सत्यापन जरूर करें, क्योंकि अभी तक स्कूल में हो रहे अधिकांश घटनाओं में चालक परिचालक की सलिप्ता पाई जा रही है, अगर उनका सत्यापन रहेगा तो उन्हें पकड़ने में आसानी होगी, आई सी एस ई, सी बी एस ई बोर्ड द्वारा निर्धारित मापदंडों के आधार पर सभी वाहनों को अपने कर्मचारियों का सत्यापन करवाना अनिवार्य है, वहीं उत्तराखंड बाल अधिकार संरक्षण आयोग के अध्यक्ष ने कहा की वह जल्द ही निजी व सरकारी स्कूलों का औचक निरीक्षण करेगी सरकारी स्कूलों की गुणवत्ता में कमी पाए जाने पर कार्रवाई की जाएगी, बच्चों के भविष्य के साथ किसी भी प्रकार का खिलवाड़ बर्दाश्त नहीं किया जाएगा, साथ ही उन्होंने शिक्षा विभाग के अधिकारियों से विद्यालयो का निरीक्षण करने को भी कहा।


Body:वीओ1- वही आयोग के अध्यक्ष उषा नेगी ने कहा कि विद्यालय में 25% बच्चों को आरटीई के तहत प्रवेश किया जाना अति आवश्यक है, निजी स्कूलों का निरीक्षण कर रिपोर्ट आयोग को भेजने को के निर्देश दिए, साथ ही परिवहन विभाग को कहा कि स्कूली बस के चालक और परिचालक का सत्यापन जरूरी है, स्कूल में शिकायत पेटी लगाने के निर्देश दिए, स्कूल में ड्रेस स्टेशनरी का सामान बिक्री नहीं किया जाना चाहिए इसके लिए शिक्षा विभाग के अधिकारियों को सख्त निर्देश दिए कि सभी स्कूलों का स्थलीय निरीक्षण कर रिपोर्ट आयोग को तलब करें, इस मौके पर आयोग की अध्यक्ष आशा नेगी ने शिक्षा विभाग और आबकारी विभाग को जमकर फटकार लगाई।

बाइट ऊषा नेगी उत्तराखंड बाल अधिकार संरक्षण आयोग अध्यक्ष


Conclusion:
Last Updated : Jan 22, 2020, 11:59 AM IST
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