श्रीनगर: अंकिता भंडारी हत्याकांड (Ankita Bhandari murder case) में अफवाह फैलाए जाने को लेकर परिजनों में खासा आक्रोश है. अंकिता भंडारी के पिता वीरेंद्र भंडारी (Ankita Bhandari Father Virendra Bhandari) ने कथित लोगों पर परिवार को बदनाम करने का आरोप (Ankita Bhandari father allegation) लगाया है. उन्होंने कहा कि कुछ लोग सोची समझी रणनीति के साथ प्रदेश से लेकर अन्य जगहों में ये अफवाह फैला रहे हैं कि हत्या आरोपी लोगों से परिजनों ने एक करोड़ रुपए और देहरादून में फ्लैट ले लिया है. जिसका अंकिता के पिता ने खंडन करते हुए विरोध जताया. उन्होंने कहा कि ऐसा इसलिए किया जा रहा है कि अंकिता भंडारी के समर्थन में लोग आगे ना आएं.
वीरेंद्र भंडारी ने कहा कि इस काम को करके कुछ तथाकथित लोग जन आंदोलन को अफवाहों के जरिये भ्रमित कर रहे हैं. दरअसल, श्रीनगर में पिछले 12 दिनों से ऑल इंडिया सांस्कृतिक संगठन के कार्यकर्ताओं सहित विभिन्न सामाजिक संगठनों के लोगों द्वारा अंकिता भंडारी हत्याकांड की सीबीआई जांच के लिए आंदोलन किया जा रहा है. जिसको अपना समर्थन देने के लिए अंकिता भंडारी के पिता वीरेंद्र भंडारी और उनकी पत्नी भी पहुंची. उन्होंने आंदोलन को समर्थन दिया और धरने पर बैठे रहे.
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इस दौरान उन्होंने कहा कि अब तक वे सरकार द्वारा गठित की गई एसआईटी की जांच से संतुष्ट नहीं हैं. वो चाहते हैं कि पूरे मामले की कोर्ट की निगरानी में सीबीआई जांच कराई जाए. उन्होंने आगे कहा कि वो कई बार अपनी पीड़ा सरकार के सामने रख चुके हैं. इस पूरे प्रकरण में वीआईपी गेस्ट की बात सामने आ रही है, लेकिन एसआईटी उस वीआईपी का नाम बताने के बजाय मामले को डाइवर्ट कर रही है. उन्होंने मांग की कि सरकार को यमकेश्वर विधायक रेनू बिष्ट के खिलाफ भी कार्रवाई करनी चाहिए. उन्हीं के कहने पर रिजॉर्ट में बुलडोजर चला कर सबूतों को मिटाने की कोशिश की गई.
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बता दें कि 19 साल की अंकिता भंडारी पौड़ी जिले के यमकेश्वर ब्लॉक में स्थिति वनंत्रा रिसॉर्ट (Yamkeshwar Vanantra Resort) में रिसेप्शनिस्ट थी. आरोप है कि वनंत्रा रिसॉर्ट के मालिक पुलकित आर्य ने अंकिता भंडारी पर गलत काम करने का दबाव बनाया था. जिसके लिए अंकिता भंडारी ने मना कर दिया था. साथ ही नौकरी छोड़ने का मन बना लिया था.
पुलकित आर्य को डर था कि नौकरी छोड़ने के बाद अंकिता उसके राज का पर्दाफाश कर देगी. आरोप है कि इसी डर से पुलकित ने अपने दो मैनेजरों सौरभ भास्कर और अंकित गुप्ता के साथ मिलकर 18 सितंबर को अंकिता भंडारी चीला नहर में धक्का देकर मार दिया था. अंकिता का शव पुलिस ने 24 सितंबर को बरामद किया था. अभी तीनों आरोपी जेल में बंद हैं.