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लापरवाहीः पेयजल लाइन लीकेज होने से लाखों लीटर पानी हो रहा बर्बाद, अधिकारी दे रहे ये जवाब

हल्द्वानी में अधिकतर पेयजल लाइनें क्षतिग्रस्त हो चुकी है. जिससे पाइप में जगह-जगह से लीकेज हो रही है. लीकेज के चलते रोजाना लाखों लीटर पानी बर्बाद हो रहा है. ऐसे में स्थानीय लोगों को पानी नहीं मिल पा रहा है. स्थानीय लोग टैंकरों के जरिए पानी लाकर काम चला रहे हैं.

पेयजल लाइन लीकेज होने से लाखों लीटर पानी हो रहा बर्बाद
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Published : Jun 22, 2019, 9:36 PM IST

हल्द्वानीः शहर में इन दिनों पेयजल संकट गहराया हुआ है. जगह-जगह पेयजल लाइन क्षतिग्रस्त है. जिससे रोजाना हजारों लीटर पानी बर्बाद हो रहा है, लेकिन संबंधित विभाग मामले पर कोई कार्रवाई नहीं कर रहा है. उधर, पेयजल आपूर्ति ना होने से लोगों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. मामले को लेकर स्थानीय लोग लगातार विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं. वहीं, विभागीय अधिकारियों का कहना है कि जल्द क्षतिग्रस्त लाइनों को दुरुस्त किया जाएगा.

जानकारी देते जल संस्थान के अधिशासी अभियंता विशाल कुमार.


दरअसल, शहर में पानी को लेकर हाहाकार मचा हुआ है. स्थानीय लोग पेयजल की किल्लत से जूझ रहे हैं. ऐसे में लोग टैंकरों के जरिए प्यास बुझाने को मजबूर हैं. इतना ही नहीं टैंकरों के पास भी पानी के लिए घंटों लाइन में लगना पड़ रहा है. जिसे लेकर कई बार लोग धरना-प्रदर्शन कर चुके हैं. इसका मुख्य कारण अधिकतर पेयजल लाइनें क्षतिग्रस्त होना है. जो जगह-जगह से लीकेज है. जल संस्थान की मानें तो साल 2018-19 के बीच करीब 450 लीकेज को चिह्नित कर ठीक किया है, लेकिन कई बड़े लीकेज हैं, जिससे पानी बर्बाद हो रहा है.

ये भी पढ़ेंः हजारों समर्थकों के साथ NH-74 टोल प्लाजा पहुंचे विधायक ठुकराल, बंद कराई वसूली

विभागीय अधिकारियों का कहना कि गर्मी के मौसम में लाइनों को ठीक नहीं किया जा सकता है, क्योंकि उन्हें ठीक करने के दौरान आधे शहर के पानी को ब्रेकडाउन करना पड़ता है. ऐसे में जनता को परेशानी होती है. जल संस्थान के अधिशासी अभियंता विशाल कुमार ने बताया कि शहर की अधिकतर पेयजल लाइन के लीकेज होने का मुख्य कारण सालों पुरानी पेयजल लाइनें हैं. जिन्हें बदला नहीं जा सका है.


उन्होंने कहा कि अधिकतर लाइनें गड्ढों और सड़क के नीचे दब चुकी हैं. इसके लिए शासन से हल्द्वानी पेयजल लाइनों को दुरुस्त और पेयजल व्यवस्था ठीक करने के लिए बजट मिल चुका है. जल्द ही शहर के बड़े पेयजल लाइनों को बदला जाएगा. जिससे पानी की बर्बादी ना हो सके और लोगों को पर्याप्त पानी मिल सके.

हल्द्वानीः शहर में इन दिनों पेयजल संकट गहराया हुआ है. जगह-जगह पेयजल लाइन क्षतिग्रस्त है. जिससे रोजाना हजारों लीटर पानी बर्बाद हो रहा है, लेकिन संबंधित विभाग मामले पर कोई कार्रवाई नहीं कर रहा है. उधर, पेयजल आपूर्ति ना होने से लोगों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. मामले को लेकर स्थानीय लोग लगातार विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं. वहीं, विभागीय अधिकारियों का कहना है कि जल्द क्षतिग्रस्त लाइनों को दुरुस्त किया जाएगा.

जानकारी देते जल संस्थान के अधिशासी अभियंता विशाल कुमार.


दरअसल, शहर में पानी को लेकर हाहाकार मचा हुआ है. स्थानीय लोग पेयजल की किल्लत से जूझ रहे हैं. ऐसे में लोग टैंकरों के जरिए प्यास बुझाने को मजबूर हैं. इतना ही नहीं टैंकरों के पास भी पानी के लिए घंटों लाइन में लगना पड़ रहा है. जिसे लेकर कई बार लोग धरना-प्रदर्शन कर चुके हैं. इसका मुख्य कारण अधिकतर पेयजल लाइनें क्षतिग्रस्त होना है. जो जगह-जगह से लीकेज है. जल संस्थान की मानें तो साल 2018-19 के बीच करीब 450 लीकेज को चिह्नित कर ठीक किया है, लेकिन कई बड़े लीकेज हैं, जिससे पानी बर्बाद हो रहा है.

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विभागीय अधिकारियों का कहना कि गर्मी के मौसम में लाइनों को ठीक नहीं किया जा सकता है, क्योंकि उन्हें ठीक करने के दौरान आधे शहर के पानी को ब्रेकडाउन करना पड़ता है. ऐसे में जनता को परेशानी होती है. जल संस्थान के अधिशासी अभियंता विशाल कुमार ने बताया कि शहर की अधिकतर पेयजल लाइन के लीकेज होने का मुख्य कारण सालों पुरानी पेयजल लाइनें हैं. जिन्हें बदला नहीं जा सका है.


उन्होंने कहा कि अधिकतर लाइनें गड्ढों और सड़क के नीचे दब चुकी हैं. इसके लिए शासन से हल्द्वानी पेयजल लाइनों को दुरुस्त और पेयजल व्यवस्था ठीक करने के लिए बजट मिल चुका है. जल्द ही शहर के बड़े पेयजल लाइनों को बदला जाएगा. जिससे पानी की बर्बादी ना हो सके और लोगों को पर्याप्त पानी मिल सके.

Intro:sammry- पेयजल लाइन लीकेज लाखों लीटर पानी रोजाना पानी बर्बाद।( इस खबर में विजुअल मेल से उठाएं जबकि बाइट मोजो) एंकर- अधिकारियों की लापरवाही या विभाग की उदासीनता गर्मी के इस मौसम में हल्द्वानी शहर के इलाकों में पेयजल किल्लत बना हुआ है इसका मुख्य कारण जगह-जगह पेयजल लाइनों को क्षतिग्रस्त होना माना जा रहा है क्योंकि क्षतिग्रस्त लाइनों से रोजाना हजारों लीटर पानी बर्बाद हो रहा है। वहीं क्षतिग्रस्त लाइनों का वर्षों पुराना लाइन होना जल संस्थान बता रहा है। वहीं विभाग अब इन लाइनों को दुरुस्त कर बस्तर ठीक करने की बात कर रहा है।


Body:दरअसल हल्द्वानी में इन दिनों पानी का संकट गहराया हुआ है। पेयजल को लिए लगातार स्थानीय लोग विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं लेकिन जल संस्थान द्वारा उपलब्ध कराया जा रहा है पानी ऊंट के मुंह में जीरा साबित हो रहा है। बताया जा रहा है कि शहर में अधिकतर पेयजल लाइनें क्षतिग्रस्त हो रखी है जो जगह-जगह से लीकेज हो रही हैं। जल संस्थान द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार 2018-19 के बीच बिजली विभाग द्वारा हल्द्वानी में करीब 450 लीकेज को चिन्हित कर ठीक करने का काम किया गया है। कई बड़े लीकेज है जिससे रोजाना लाखों पानी बर्बाद हो रहा है। विभाग की मानें तो गर्मी के मौसम में लाइनों को ठीक नहीं किया जा सकता है क्योंकि उनको ठीक करने के दौरान आधा शहर का पानी को ब्रेकडाउन करना पड़ता है। ऐसे में जनता परेशान होती है।


Conclusion:जल संस्थान के अधिशासी अभियंता विशाल कुमार का कहना है कि शहर की अधिकतर पेयजल लाइनों के लीकेज होने का मुख्य कारण सालों पुराने पेयजल लाइनें हैं जिनको बदला नहीं जा सका है। अधिकतर लाइने गड्ढों और रोड के अंदर दब चुकी है। शासन द्वारा हल्द्वानी में पेयजल लाइनों को दुरुस्त और पेयजल व्यवस्था ठीक करने के लिए बजट मिल चुका है और जल्द ही शहर के बड़े पेजर लेने को बदला जाएगा जिसे की पानी की बर्बादी ना हो सके और लोगों को पानी मिल सके। बाइट -विशाल कुमार सक्सेना अधिशासी अभियंता जल संस्थान
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