हल्द्वानीः शहर में इन दिनों पेयजल संकट गहराया हुआ है. जगह-जगह पेयजल लाइन क्षतिग्रस्त है. जिससे रोजाना हजारों लीटर पानी बर्बाद हो रहा है, लेकिन संबंधित विभाग मामले पर कोई कार्रवाई नहीं कर रहा है. उधर, पेयजल आपूर्ति ना होने से लोगों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. मामले को लेकर स्थानीय लोग लगातार विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं. वहीं, विभागीय अधिकारियों का कहना है कि जल्द क्षतिग्रस्त लाइनों को दुरुस्त किया जाएगा.
दरअसल, शहर में पानी को लेकर हाहाकार मचा हुआ है. स्थानीय लोग पेयजल की किल्लत से जूझ रहे हैं. ऐसे में लोग टैंकरों के जरिए प्यास बुझाने को मजबूर हैं. इतना ही नहीं टैंकरों के पास भी पानी के लिए घंटों लाइन में लगना पड़ रहा है. जिसे लेकर कई बार लोग धरना-प्रदर्शन कर चुके हैं. इसका मुख्य कारण अधिकतर पेयजल लाइनें क्षतिग्रस्त होना है. जो जगह-जगह से लीकेज है. जल संस्थान की मानें तो साल 2018-19 के बीच करीब 450 लीकेज को चिह्नित कर ठीक किया है, लेकिन कई बड़े लीकेज हैं, जिससे पानी बर्बाद हो रहा है.
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विभागीय अधिकारियों का कहना कि गर्मी के मौसम में लाइनों को ठीक नहीं किया जा सकता है, क्योंकि उन्हें ठीक करने के दौरान आधे शहर के पानी को ब्रेकडाउन करना पड़ता है. ऐसे में जनता को परेशानी होती है. जल संस्थान के अधिशासी अभियंता विशाल कुमार ने बताया कि शहर की अधिकतर पेयजल लाइन के लीकेज होने का मुख्य कारण सालों पुरानी पेयजल लाइनें हैं. जिन्हें बदला नहीं जा सका है.
उन्होंने कहा कि अधिकतर लाइनें गड्ढों और सड़क के नीचे दब चुकी हैं. इसके लिए शासन से हल्द्वानी पेयजल लाइनों को दुरुस्त और पेयजल व्यवस्था ठीक करने के लिए बजट मिल चुका है. जल्द ही शहर के बड़े पेयजल लाइनों को बदला जाएगा. जिससे पानी की बर्बादी ना हो सके और लोगों को पर्याप्त पानी मिल सके.