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हल्द्वानीः गौला और नंधौर नदी से जल्द शुरू होगा खनन, सरकार को मिलता है करोड़ों का राजस्व - हल्द्वानी वन विभाग

गौला और नंधौर नदी से जल्द खनन शुरू होने से 7 हजार वाहन स्वामी और करीब एक लाख लोग रोजगार से जुड़ जाएंगे.

खनन
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Published : Oct 6, 2019, 9:48 AM IST

हल्द्वानीः कुमाऊं की लाइफ लाइन कहलाने वाली गौला और नंधौर नदी से जल्द खनन शुरू होने जा रहा है. वन विभाग और वन विकास निगम ने खनन की तैयारियां पूरी कर ली हैं. नदी से पानी कम होने और शासन के निर्देश के बाद खनन शुरू हो जाएगा. नदियों से खनन शुरु होते ही करीब 7 हजार वाहन स्वामी और करीब एक लाख लोग रोजगार से जुड़ जाएंगे. साथ ही सरकार को भी करोड़ों के राजस्व में इजाफा होगा.

गौला नदी और नंधौर नदी से जल्द खनन होगा.

मानसून सीजन समाप्ति पर है. कुमाऊं की लाइफ लाइन कहलाने वाली गौला और नंधौर नदी से जल्द खनन शुरू होने जा रहा है. प्रभागीय वन अधिकारी नीतीश मणि त्रिपाठी ने बताया कि खनन सत्र की सभी तैयारियां पूरी कर ली गईं हैं.

यह भी पढ़ेंः महाराष्ट्र के राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी ने बदरी-केदार के किए दर्शन, उत्तराखंड की समृद्धि की मांगी दुआ

जिला प्रशासन और वन विभाग द्वारा खनन की रिपोर्ट तैयार कर शासन को भेजा जा रहा है. नदियों से होने वाले खनन निकासी के लिए गेटों और तौल काटों के अलावा वहां इंटरनेट की व्यवस्था की जा रही है. नदियों में पानी कम होते और शासन से निर्देश मिलते हैं खनन शुरू कर दिया जाएगा.

गौरतलब है कि कुमाऊं की सबसे बड़ी नदी गोला नदी में खनन सत्र के दौरान राज्य सरकार को प्रतिवर्ष करोड़ों का राजस्व में इजाफा होगा. साथ ही करीब 7,000 वाहन स्वामियों और करीब एक लाख से अधिक लोगों को प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से रोजगार भी मिलता है. ऐसे में लोगों को उम्मीद है कि गोला नदी से खनन शुरू होते ही उनको रोजगार मिलेगा और उनके आय में वृद्धि होगी.

हल्द्वानीः कुमाऊं की लाइफ लाइन कहलाने वाली गौला और नंधौर नदी से जल्द खनन शुरू होने जा रहा है. वन विभाग और वन विकास निगम ने खनन की तैयारियां पूरी कर ली हैं. नदी से पानी कम होने और शासन के निर्देश के बाद खनन शुरू हो जाएगा. नदियों से खनन शुरु होते ही करीब 7 हजार वाहन स्वामी और करीब एक लाख लोग रोजगार से जुड़ जाएंगे. साथ ही सरकार को भी करोड़ों के राजस्व में इजाफा होगा.

गौला नदी और नंधौर नदी से जल्द खनन होगा.

मानसून सीजन समाप्ति पर है. कुमाऊं की लाइफ लाइन कहलाने वाली गौला और नंधौर नदी से जल्द खनन शुरू होने जा रहा है. प्रभागीय वन अधिकारी नीतीश मणि त्रिपाठी ने बताया कि खनन सत्र की सभी तैयारियां पूरी कर ली गईं हैं.

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जिला प्रशासन और वन विभाग द्वारा खनन की रिपोर्ट तैयार कर शासन को भेजा जा रहा है. नदियों से होने वाले खनन निकासी के लिए गेटों और तौल काटों के अलावा वहां इंटरनेट की व्यवस्था की जा रही है. नदियों में पानी कम होते और शासन से निर्देश मिलते हैं खनन शुरू कर दिया जाएगा.

गौरतलब है कि कुमाऊं की सबसे बड़ी नदी गोला नदी में खनन सत्र के दौरान राज्य सरकार को प्रतिवर्ष करोड़ों का राजस्व में इजाफा होगा. साथ ही करीब 7,000 वाहन स्वामियों और करीब एक लाख से अधिक लोगों को प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से रोजगार भी मिलता है. ऐसे में लोगों को उम्मीद है कि गोला नदी से खनन शुरू होते ही उनको रोजगार मिलेगा और उनके आय में वृद्धि होगी.

Intro:sammry- नदियों से खनन सत्र की तैयारी पूरी, पानी कम होते ही शुरू हो जाएगा नदियों से चुगान।

एंकर- कुमाऊ की लाइफलाइन कहलाने वाली गौला नदी और नंधौर नदी से जल्द खनन शुरू होने जा रहा है ।वन विभाग और वन विकास निगम ने खनन की तैयारियां पूरी कर ली है। नदी से पानी कम होते और शासन के निर्देश के बाद खनन शुरू हो जाएगा। नदियों से खनन चुगान शुरु होते ही करीब 7 हजार वाहन स्वामी और करीब एक लाख लोग रोजगार से जुड़ जाएंगे ।साथ ही सरकार को भी करोड़ों का राजस्व में इजाफा होगा ।


Body:मानसून सीजन समाप्ति पर है कुमाऊँ की लाइफलाइन कहलाने वाली गौला नदी और नंधौर नदी से जल्द खनन शुरू होने जा रहा है । प्रभागीय वन अधिकारी नीतीश मणि त्रिपाठी ने बताया कि खनन सत्र की सभी तैयारियां पूरी कर ली गई है ।जिला प्रशासन और वन विभाग द्वारा खनन की रिपोर्ट तैयार कर शासन को भेजा जा रहा है। नदियों से होने वाले खनन निकासी के लिए गेटो और तौलकाटो के अलावा वहां इंटरनेट की व्यवस्था की जा रही है। नदियों में पानी कम होते और शासन से निर्देश मिलते है खनन शुरू कर दिया जाएगा।

बाइट -नीतीश मणि त्रिपाठी प्रभागीय वन अधिकारी


Conclusion:गौरतलब है कि कुमाऊ की सबसे बड़ी नदी गोला नदी में खनन सत्र के दौरान राज्य सरकार को प्रतिवर्ष करोड़ों का राजस्व में इजाफा के साथ साथ करीब 7000 वाहन स्वामियों और करीब एक लाख से अधिक लोगों को प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से रोजगार भी मिलता है। ऐसे में लोगों को उम्मीद है कि गोला नदी से खनन शुरू होते हैं उनको रोजगार मिलेगा और उनके आय में भी वृद्धि होगी।
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