रामनगर: कॉर्बेट लैंडस्केप से लगते कोसी बैराज 'विदेशी मेहमानों' की आमद से गुलजार हो गया है. रामनगर का कोसी बैराज, कोसी नदी के जलाशयों में प्रवासी पक्षियों ने डेरा जमा लिया है. इस बार पिछले साल के मुकाबले ये प्रवासी पक्षी एक हफ्ते लेट पहुंचे हैं. यहां पहुंचकर सैलानी सुखार्ब, वॉल कीपर, ब्लैक स्टार्ट, पिनटेल, करबोरेंच पक्षियों की चहचहाहट का आनंद ले सकते हैं.
बता दें कि सर्द मौसम के शुरुआत में ही प्रवासी पक्षी रामनगर के कोसी बैराज व कॉर्बेट लैंडस्केप से लगते कई क्षेत्रों में पहुंचना शुरू हो जाता है. पक्षी कॉर्बेट लैंडस्केप के जलाशयों में पहुंचकर रामनगर की खूबसूरती में चार चांद लगा रहे हैं. रामनगर कोसी बैराज के जलाशयों में साइबेरियन और तिब्बत से प्रवासी पक्षी सैकड़ों की तादाद में पहुंचे हैं.
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वन्य-जीव विशेषज्ञ एवं पक्षी विशेषज्ञ संजय छिम्वाल का कहना है कि कॉर्बेट लैंडस्केप में 600 से ज्यादा पक्षियों की प्रजातियां पाई जाती है. लेकिन सर्दियों में सुखार्ब, वॉल कीपर, ब्लैक स्टार्ट, पिनटेल, करबोरेंच पक्षी समेत तमाम प्रजातियों के पक्षी यहां पहुंचते हैं. उन्होंने बताया कि कॉर्बेट पार्क घूमने आने वाले वर्ड वाचर के लिए सुखार्ब पक्षी पहली पसंद है.
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वहीं, 'विदेशी मेहमान' भोजन व प्रजनन के लिए हजारों मील का सफर तय कर ठंडे प्रदेशों से यहां पहुंचते हैं.सैकड़ों की संख्या ये जोड़े कोसी नदी में जल में अठखेलियां करते हुए देखे जा सकते हैं. वहीं, इनकी सुरक्षा भी किसी चुनौती से कम नहीं है. वन प्रभाग रामनगर भी इनकी सुरक्षा को लेकर लगातार इन पक्षियों पर नजर बनाए रखता है.