नैनीतालः जस्टिस रवि मलिमथ ने आज उत्तराखंड हाईकोर्ट के ग्यारहवें न्यायाधीश की शपथ ली. वे कल ही नैनीताल पहुंच गए थे. नैनीताल पहुंचते ही जस्टिस मलिमथ काम के प्रति सजग नजर आए और उनकी कोर्ट में होने वाले महत्वपूर्ण मुकदमों की सुनवाई के लिए करीब 36 फाइलों का देर रात तक अध्ययन किया.
सुबह प्रोटोकॉल के अनुसार जस्टिस मलिमथ कोर्ट पहुंचे और पद व गोपनीयता की शपथ ली. जस्टिस मलिमथ को हाईकोर्ट के मुख्य न्यायाधीश रमेश रंगनाथन ने पद और गोपनीयता की शपथ दिलाई. शपथ ग्रहण से पहले हाईकोर्ट के रजिस्ट्रार हीरा सिंह बोनाल ने जस्टिस मलिमथ के नियुक्ति पत्र के आदेश को पढ़ा. नैनीताल हाईकोर्ट से पहले कर्नाटक हाईकोर्ट के वरिष्ठ न्यायाधीश थे.
जस्टिस मलिमथ के पिता भी कर्नाटक हाईकोर्ट के मुख्य न्यायाधीश रह चुके हैं. शपथ ग्रहण समारोह में नैनीताल हाईकोर्ट के वरिष्ठ न्यायाधीश सुधांशु धूलिया, आलोक सिंह, लोकपाल सिंह, मनोज कुमार तिवारी, आलोक कुमार वर्मा, रमेश चंद्र खुल्बे, रविंद्र मैथानी, नारायण सिंह धनिक सहित हाईकोर्ट के रजिस्ट्रार जनरल और सैकड़ों अधिवक्ता मौजूद रहे.
शपथ ग्रहण के बाद जस्टिस मलिमथ ने कहा कि उनकी प्राथमिकता उत्तराखंड के लोगों को उनकी आधारभूत आवश्यकताओं को दिलाना होगा. उन्होंने कहा कि वे प्रदेश के लोगों की आवाज बनकर काम करेंगे.
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उन्होंने कहा कि उत्तराखंड के लोग बहुत अच्छे हैं और फरियादियों को त्वरित व पूर्ण न्याय दिलाना उनकी प्राथमिकता रहेगी. शपथ ग्रहण के बाद नैनीताल हाईकोर्ट बार एसोसिएशन के अध्यक्ष जयवर्धन कांडपाल ने कहा कि जजों के कोरम पूरा होने से हाईकोर्ट में लंबित वादों पर त्वरित न्याय मिलेगा और लंबे समय से विचाराधीन मामले जल्द ही निस्तारित होंगे जिससे प्रदेश के वादकारियों को फायदा होगा.