हल्द्वानी: वन विभाग में भ्रष्टाचार के आरोपी पूर्व आईएफएस अधिकारी किशनचंद की हल्द्वानी जेल में तबीयत खराब होने पर ऋषिकेश एम्स को भेजा गया है. बताया जा रहा है कि किशनचंद हृदय रोग से पीड़ित हैं. किशनचंद का एम्स में हृदय रोग का ऑपरेशन होना है, जिसके लिए अस्पताल प्रशासन ने जेल को अवगत कराया है.
हल्द्वानी जेल अधीक्षक सतीश सुखीजा (Jail Superintendent Satish Sukhija) ने बताया कि किशनचंद ने कोर्ट से अपने इलाज के लिए न्यायालय से गुहार लगाई थी, जिसके बाद न्यायालय के आदेश के बाद हल्द्वानी के 28 दिसंबर को अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां डॉक्टरों ने सुशीला तिवारी अस्पताल को रेफर कर दिया. सुशीला तिवारी अस्पताल में जांच के दौरान स्थिति गंभीर पाए जाने पर उनको ऋषिकेश एम्स को भेजा है.
23 दिसंबर, 2022 को गाजियाबाद से गिरफ्तार: कॉर्बेट नेशनल पार्क के पाखरो रेंज में भ्रष्टाचार के आरोप में हल्द्वानी जेल में पूर्व डीएफओ किशनचंद बंद हैं. 23 दिसंबर को विजिलेंस ने उसे गाजियाबाद के एक अस्पताल से गिरफ्तार किया था. 24 दिसंबर को हल्द्वानी की भ्रष्टाचार निवारण कोर्ट में पेशी के बाद उसे हल्द्वानी जेल भेजा गया, जेल पहुंचने से पहले किशन ने कोर्ट को बताया था कि वो हार्ट के मरीज हैं, जिसके बाद न्यायालय के आदेश के बाद किशनचंद को इलाज के लिए ऋषिकेश एम्स भेजा गया है.
किशनचंद पर भ्रष्टाचार के आरोप: उत्तराखंड के पूर्व आईपीएस अधिकारी किशनचंद पर वन विभाग में रहते हुए भ्रष्टाचार का गंभीर आरोप लगे हैं. विजिलेंस किशन चंद के खिलाफ तैयार की गई चार्जशीट में आरोप लगाया है कि किशनचंद ने अपनी आए से 375 गुना ज्यादा संपत्ति अर्जित की है, यही नहीं विजिलेंस ने 33 करोड़ की संपत्ति का खुलासा भी किया है.
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इसके साथ ही उत्तराखंड में डीएफओ रहने के दौरान कॉर्बेट टाइगर रिजर्व की कालागढ़ रेंज के मोरघट्टी और पाखरों में अवैध तरीके निर्माण कराने, हरे पेड़ों के कटान, सरकारी धन के दुरुपयोग और फर्जी बिल बनाकर ठेकेदारों को भुगतान करने के आरोप हैं. आरोपों के मामले में शासन ने उनको निलंबित कर दिया था. भ्रष्टाचार के मामले में हल्द्वानी विजिलेंस जांच कर रही थी जिसके बाद किशनचंद को विजिलेंस की टीम ने गिरफ्तार कर हल्द्वानी जेल दिया था.